Nagaur patrika latest news.नागौर. सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं सामाजिक
पृष्टभूमि के साथ ही वैज्ञानिक बदलावों से विद्यार्थियों को परिचित कराने
के लिए उनको राजस्थान एवं भारत दर्शन पर भेजा जाएगा। इसके लिए राजकीय
शिक्षण संस्थानों के कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों का चयन राजस्थान दर्शन
के लिए और कक्षा 11 व 12 के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भारत दर्शन के
लिए चुना जाएगा।
बच्चों को यह भ्रमण कार्यक्रम सरकारी खर्चे पर होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने संयुक्त निदेशकों, स्कूल शिक्षा व जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालयों को इस आशय के निर्देश जारी कर दिए हैं।
विद्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। नौवीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को सरकारी खर्चे पर राजस्थान दर्शन एवं भारत दर्शन के लिए भेजे जाने के लिए शिक्षण संस्थानों के संस्था प्रधानों से आवेदन मांगे गए हैं। इसके बाद इसकी स्क्रीनिंग जिला मुख्यालय पर की जाएगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्राइवेट संस्थानों की तर्ज पर शिक्षा विभाग ने भी अपने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राजस्थानी संस्कृति की गौरवमय गाथा एवं उपलब्धियों के साथ भारत की सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराने की योजना तैयार की। योजना का उद्देश्य है कि वर्तमान पीढ़ी को देश एवं प्रदेश की गौरवमय उपलब्धियों से रूबरू कराना। इस संबंध में इससे जुड़े बिंदु पर चर्चा के बाद इस पर क्रियान्वयन करने के निर्देश जारी कर दिए गए।
ऐसे होगा प्रतिभाशालियों का चयन
राजस्थान दर्शन के लिए हर जिले से कक्षा 9 व 10 के 20 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे। जबकि कक्षा 11 व 12 के हर जिले से कक्षावार एक-एक विद्यार्थी का चयन किया जाएगा। जिनका मंडलवार चयन संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से करने के बाद उनके नाम नोडल अधिकारी व संयुक्त निदेशक जयपुर प्रेषित कर दिए जाएंगे। इसके लिए ऐसे विद्यार्थी पात्र होंगे जिन्होंने पिछली कक्षा में कम से कम 70 प्रतिशत अंक प्राप्त किए होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर सांस्कृतिक, साहित्यिक व खेलकूद प्रतियोगिताओं में सहभागी या विजेताओं को भी अंक प्रदत किए जाएंगे। इसके आधार पर बनाई गई मेरिट के आधार पर भ्रमण पर जाने वाले विद्यार्थियों का चयन होगा।शैक्षणिक अंकों को 80 प्रतिशत व खेलकूद, सांस्कृतिक आदि गतिविधियों के 20 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।
आवेदन में इन तिथियों का रखना पड़ेगा ध्यान
इस शैक्षिक भ्रमण के पात्र विद्यार्थी संस्था प्रधान के माध्यम से आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय को कर सकेंगे। अंतर जिला भ्रमण यानी राजस्थान भ्रमण के लिए आवेदन 27 सितंबर तक दिए जा सकेंगे जिला शिक्षा अधिकारी प्राप्त आवेदनों में से वरीयता के आधार पर दिशा निर्देशों के अनुसार 7 अक्टूबर तक चयन कर चयनित सभी 20 विद्यार्थियों को सूचित करेंगे। अंतर राज्य यानि भारत भ्रमण के इच्छुक पात्र विद्यार्थी 23 सितंबर तक अपने आवेदन संस्था प्रधान के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी को, जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय वरीयता के अनुसार प्राप्त आवेदनों को परिक्षेत्र के संयुक्त निदेशक को 30 सितंबर तक भेजेंगे। परिक्षेत्र के संयुक्त निदेशक अपने अधीनस्थ हर जिले से वरीयता के अनुसार एक ग्यारहवीं कक्षा के व एक 12वीं कक्षा के पात्र विद्यार्थी का नाम नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक जयपुर को 4 अक्टूबर तक भेजेंगे। नोडल अधिकारी सभी 66 शैक्षिक भ्रमण के पात्र विद्यार्थियों का चयन कर 14 अक्टूबर तक निदेशालय से भारत दर्शन भ्रमण की अनुमति प्राप्त करेंगे।
22 अक्टूर से दो नवंबर की अवधि में भ्रमण
अंतर जिला शैक्षिक भ्रमण राजस्थान दर्शन 5 दिन के व अंतर राज्य यानि भारत दर्शन 10 दिन के होंगे। विद्यार्थियों को मध्यावधि अवकाश 22 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक की अवधि में भ्रमण कराए जाएंगे। अंतर जिला भ्रमण दल के साथ दो शिक्षक व अंतर राज्य भ्रमण दल के साथ हर मंडल से एक शिक्षक यानि नौ शिक्षक भेजे जाएंगे।
इनका कहना है...
राजस्थान दर्शन एवं भारत दर्शन के संदर्भ में निदेशालय से निर्देश मिले हैं। इस संबंध में जिले के राजकीय शिक्षण संस्थानों को अवगत कराया जा चुका है।
हरिराम भाटी, जिला माध्यमिक शिक्षाधिकारी नागौरNagaur patrika latest news
बच्चों को यह भ्रमण कार्यक्रम सरकारी खर्चे पर होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने संयुक्त निदेशकों, स्कूल शिक्षा व जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालयों को इस आशय के निर्देश जारी कर दिए हैं।
विद्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। नौवीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को सरकारी खर्चे पर राजस्थान दर्शन एवं भारत दर्शन के लिए भेजे जाने के लिए शिक्षण संस्थानों के संस्था प्रधानों से आवेदन मांगे गए हैं। इसके बाद इसकी स्क्रीनिंग जिला मुख्यालय पर की जाएगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्राइवेट संस्थानों की तर्ज पर शिक्षा विभाग ने भी अपने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राजस्थानी संस्कृति की गौरवमय गाथा एवं उपलब्धियों के साथ भारत की सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराने की योजना तैयार की। योजना का उद्देश्य है कि वर्तमान पीढ़ी को देश एवं प्रदेश की गौरवमय उपलब्धियों से रूबरू कराना। इस संबंध में इससे जुड़े बिंदु पर चर्चा के बाद इस पर क्रियान्वयन करने के निर्देश जारी कर दिए गए।
ऐसे होगा प्रतिभाशालियों का चयन
राजस्थान दर्शन के लिए हर जिले से कक्षा 9 व 10 के 20 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे। जबकि कक्षा 11 व 12 के हर जिले से कक्षावार एक-एक विद्यार्थी का चयन किया जाएगा। जिनका मंडलवार चयन संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से करने के बाद उनके नाम नोडल अधिकारी व संयुक्त निदेशक जयपुर प्रेषित कर दिए जाएंगे। इसके लिए ऐसे विद्यार्थी पात्र होंगे जिन्होंने पिछली कक्षा में कम से कम 70 प्रतिशत अंक प्राप्त किए होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर सांस्कृतिक, साहित्यिक व खेलकूद प्रतियोगिताओं में सहभागी या विजेताओं को भी अंक प्रदत किए जाएंगे। इसके आधार पर बनाई गई मेरिट के आधार पर भ्रमण पर जाने वाले विद्यार्थियों का चयन होगा।शैक्षणिक अंकों को 80 प्रतिशत व खेलकूद, सांस्कृतिक आदि गतिविधियों के 20 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।
आवेदन में इन तिथियों का रखना पड़ेगा ध्यान
इस शैक्षिक भ्रमण के पात्र विद्यार्थी संस्था प्रधान के माध्यम से आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय को कर सकेंगे। अंतर जिला भ्रमण यानी राजस्थान भ्रमण के लिए आवेदन 27 सितंबर तक दिए जा सकेंगे जिला शिक्षा अधिकारी प्राप्त आवेदनों में से वरीयता के आधार पर दिशा निर्देशों के अनुसार 7 अक्टूबर तक चयन कर चयनित सभी 20 विद्यार्थियों को सूचित करेंगे। अंतर राज्य यानि भारत भ्रमण के इच्छुक पात्र विद्यार्थी 23 सितंबर तक अपने आवेदन संस्था प्रधान के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी को, जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय वरीयता के अनुसार प्राप्त आवेदनों को परिक्षेत्र के संयुक्त निदेशक को 30 सितंबर तक भेजेंगे। परिक्षेत्र के संयुक्त निदेशक अपने अधीनस्थ हर जिले से वरीयता के अनुसार एक ग्यारहवीं कक्षा के व एक 12वीं कक्षा के पात्र विद्यार्थी का नाम नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक जयपुर को 4 अक्टूबर तक भेजेंगे। नोडल अधिकारी सभी 66 शैक्षिक भ्रमण के पात्र विद्यार्थियों का चयन कर 14 अक्टूबर तक निदेशालय से भारत दर्शन भ्रमण की अनुमति प्राप्त करेंगे।
22 अक्टूर से दो नवंबर की अवधि में भ्रमण
अंतर जिला शैक्षिक भ्रमण राजस्थान दर्शन 5 दिन के व अंतर राज्य यानि भारत दर्शन 10 दिन के होंगे। विद्यार्थियों को मध्यावधि अवकाश 22 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक की अवधि में भ्रमण कराए जाएंगे। अंतर जिला भ्रमण दल के साथ दो शिक्षक व अंतर राज्य भ्रमण दल के साथ हर मंडल से एक शिक्षक यानि नौ शिक्षक भेजे जाएंगे।
इनका कहना है...
राजस्थान दर्शन एवं भारत दर्शन के संदर्भ में निदेशालय से निर्देश मिले हैं। इस संबंध में जिले के राजकीय शिक्षण संस्थानों को अवगत कराया जा चुका है।
हरिराम भाटी, जिला माध्यमिक शिक्षाधिकारी नागौरNagaur patrika latest news
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