जयपुर: सामाजिक सरोकार के मुद्दों को उठाने में ज़ी राजस्थान हमेशा से आगे रहता है. इस बार ज़ी राजस्थान
प्रदेशभर के उन 2 हजार चयनित शिक्षकों की आवाज बना जो पिछले 21 सालों से
नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं. करीब 2 महीनों से इन चयनित शिक्षकों की
आवाज बनकर ज़ी राजस्थान लगातार अपना सामाजिक अपना समाजिक सरोकार निभा रहा
था.
शुक्रवार को इन शिक्षकों के चयन का मामला विधानसभा में गूंजा. इसके बाद इन चयनित शिक्षकों को नियुक्ति की आस जगी है.
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती 1998 के अंतर्गत करीब 2 हजार चयनित शिक्षक 21 सालों से इंतजार में थे. 4 सरकारें बदली, लेकिन समस्या जस की तस रही. मांग सिर्फ एक ही नियुक्ति दी जाए. इन चयनित शिक्षकों ने आखिरकार नियुक्ति की आस छोड़ हार मान ली. लेकिन आखिरकार इन चयनित शिक्षकों का मामला शुक्रवार को विधानसभा में गूंजा. जिसके बाद अब इन चयनित शिक्षकों को नियुक्ति की आस जगी. शुक्रवार को विधानसभा में 6 विधायकों ने इन शिक्षकों को जल्द से जल्द नियुक्ति देने की मांग उठाई.
विधानसभा में शुक्रवार को थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती 1998 का मामला उठा. विधायक राजकुमार शर्मा, बलवान पूनियां, इंद्रा मीणा, वाजिद अली, रामलाल चौधरी ने विधानसभा में इस मामले को उठाते हुए जल्द से जल्द इन शिक्षकों को नियुक्ति देने की बात कही. ये चयनित शिक्षक पिछले 21 सालों से अल्प वेतन पर निजी स्कूलों में पढ़ाई करवाने को मजबूर है.
बहरहाल, 21 साल बाद ही सही, लेकिन इन चयनित शिक्षकों की आवाज सरकार और प्रशासन के कानों तक तो जरुर पहुंची है. ऐसे में इन चयनित शिक्षकों में खुशी का माहौल है. अब इन शिक्षकों को आशा है कि 21 सालों का इंतजार खत्म होगा.
शुक्रवार को इन शिक्षकों के चयन का मामला विधानसभा में गूंजा. इसके बाद इन चयनित शिक्षकों को नियुक्ति की आस जगी है.
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती 1998 के अंतर्गत करीब 2 हजार चयनित शिक्षक 21 सालों से इंतजार में थे. 4 सरकारें बदली, लेकिन समस्या जस की तस रही. मांग सिर्फ एक ही नियुक्ति दी जाए. इन चयनित शिक्षकों ने आखिरकार नियुक्ति की आस छोड़ हार मान ली. लेकिन आखिरकार इन चयनित शिक्षकों का मामला शुक्रवार को विधानसभा में गूंजा. जिसके बाद अब इन चयनित शिक्षकों को नियुक्ति की आस जगी. शुक्रवार को विधानसभा में 6 विधायकों ने इन शिक्षकों को जल्द से जल्द नियुक्ति देने की मांग उठाई.
विधानसभा में शुक्रवार को थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती 1998 का मामला उठा. विधायक राजकुमार शर्मा, बलवान पूनियां, इंद्रा मीणा, वाजिद अली, रामलाल चौधरी ने विधानसभा में इस मामले को उठाते हुए जल्द से जल्द इन शिक्षकों को नियुक्ति देने की बात कही. ये चयनित शिक्षक पिछले 21 सालों से अल्प वेतन पर निजी स्कूलों में पढ़ाई करवाने को मजबूर है.
बहरहाल, 21 साल बाद ही सही, लेकिन इन चयनित शिक्षकों की आवाज सरकार और प्रशासन के कानों तक तो जरुर पहुंची है. ऐसे में इन चयनित शिक्षकों में खुशी का माहौल है. अब इन शिक्षकों को आशा है कि 21 सालों का इंतजार खत्म होगा.
No comments:
Post a Comment