भास्कर न्यूज | दौसा ग्रामीण
राजकीय माध्यमिक विद्यालय नागंलप्यारीवास में शिक्षक-शिक्षिकाओं के रोजाना देरी से आने व जल्दी चले जाने की शिकायत ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक से कर विद्यालय का बिगड़ा शैक्षिक माहौल सुधारने की मांग की।
मंगलवार को ग्रामीणों की शिकायत पर स्कूल पहुंचें तो 7:45 बजे तक बालक बालिकाएं मैदान में खड़े रहकर गुरुजी के आने की बाट जोहते नजर आए। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में 13 अध्यापक-अध्यापिकाएं होने के बाद भी रोजाना स्कूल देरी से खुलता है तथा जल्दी बंद हो जाता है।
विद्यालय में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं के रोजाना स्कूल देरी से आने व जल्दी चले जाने के कारण विद्यालय का पूरी तरह से शैक्षिक माहौल खराब हो चुका है। जिसके चलते धीरे धीरे शिक्षा का स्तर पूरी तरह से चरमरा जाने के कारण अभिभावकों को मजबूरन अपने बालको की टीसी कटवाकर निजी स्कूलों में भर्ती करवाए जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। रामजीलाल, कमलेश, मदनलाल ने बताया कि कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की लापरवाही के चलते विद्यालय में बालको का नामांकन घटता जा रहा है। ग्रामीणों ने रोष जताते हुए बताया कि शीघ्र ही विद्यालय का बिगड़ रहा माहौल ठीक नही किया गया तो मजबूरन ग्रामीणों को तालाबंदी करने को विवश होना पडेगा। शिक्षकों की आपसी गुटबाजी के चलते आपस में होता रहता है झगड़ा। ग्रामीणों ने रोष जताते हुए बताया कि मंगलवार को 7:35 बजे तक विद्यालय में प्रार्थना की घंटी तक नहीं लगी। स्कूल पहुंचें 7:30 बजे शिक्षक घनश्याम शर्मा से जब विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों के बारे में जानकारी चाही तो कार्यरत अध्यापक ने कहा कि मैं जानकारी नही दे सकता आप ही देख लो कौन कौन आए है।
इसके पश्चात कार्यरत अध्यापक 7:50 पर पहुंचें 143 बालकों में से मात्र 15 बच्चों को बिठाकर प्रार्थना कराने लग गए। इसके पश्चात विद्यालय में कार्यरत एक एक शिक्षक शिक्षिका जीपों व बसों में से उतरकर स्कूल पहुंचें।
प्रधानाचार्य अजाजुद्वीन ने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों के देरी से आने व जल्दी चले जाने की शिकायत मिली है। जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक घनश्याम मीणा का कहना है कि देरी से पहुंचें सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के बारे में विडियो रिकार्डिंग का मिलान कर उन्हें नोटिस जारी कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विद्यालय देरी से खुलने व जल्दी बंद होना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टीम का गठन कर विद्यालय का औचक निरिक्षण कराकर कार्रवाई करेंगे।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय नागंलप्यारीवास में शिक्षक-शिक्षिकाओं के रोजाना देरी से आने व जल्दी चले जाने की शिकायत ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक से कर विद्यालय का बिगड़ा शैक्षिक माहौल सुधारने की मांग की।
मंगलवार को ग्रामीणों की शिकायत पर स्कूल पहुंचें तो 7:45 बजे तक बालक बालिकाएं मैदान में खड़े रहकर गुरुजी के आने की बाट जोहते नजर आए। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में 13 अध्यापक-अध्यापिकाएं होने के बाद भी रोजाना स्कूल देरी से खुलता है तथा जल्दी बंद हो जाता है।
विद्यालय में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं के रोजाना स्कूल देरी से आने व जल्दी चले जाने के कारण विद्यालय का पूरी तरह से शैक्षिक माहौल खराब हो चुका है। जिसके चलते धीरे धीरे शिक्षा का स्तर पूरी तरह से चरमरा जाने के कारण अभिभावकों को मजबूरन अपने बालको की टीसी कटवाकर निजी स्कूलों में भर्ती करवाए जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। रामजीलाल, कमलेश, मदनलाल ने बताया कि कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की लापरवाही के चलते विद्यालय में बालको का नामांकन घटता जा रहा है। ग्रामीणों ने रोष जताते हुए बताया कि शीघ्र ही विद्यालय का बिगड़ रहा माहौल ठीक नही किया गया तो मजबूरन ग्रामीणों को तालाबंदी करने को विवश होना पडेगा। शिक्षकों की आपसी गुटबाजी के चलते आपस में होता रहता है झगड़ा। ग्रामीणों ने रोष जताते हुए बताया कि मंगलवार को 7:35 बजे तक विद्यालय में प्रार्थना की घंटी तक नहीं लगी। स्कूल पहुंचें 7:30 बजे शिक्षक घनश्याम शर्मा से जब विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों के बारे में जानकारी चाही तो कार्यरत अध्यापक ने कहा कि मैं जानकारी नही दे सकता आप ही देख लो कौन कौन आए है।
इसके पश्चात कार्यरत अध्यापक 7:50 पर पहुंचें 143 बालकों में से मात्र 15 बच्चों को बिठाकर प्रार्थना कराने लग गए। इसके पश्चात विद्यालय में कार्यरत एक एक शिक्षक शिक्षिका जीपों व बसों में से उतरकर स्कूल पहुंचें।
प्रधानाचार्य अजाजुद्वीन ने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों के देरी से आने व जल्दी चले जाने की शिकायत मिली है। जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक घनश्याम मीणा का कहना है कि देरी से पहुंचें सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के बारे में विडियो रिकार्डिंग का मिलान कर उन्हें नोटिस जारी कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विद्यालय देरी से खुलने व जल्दी बंद होना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टीम का गठन कर विद्यालय का औचक निरिक्षण कराकर कार्रवाई करेंगे।
No comments:
Post a Comment