भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर
56प्रारंभिक शिक्षा के स्कूलों को माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में समायोजित होने और पोर्टल पर अतिरिक्त होने के बाद 75 शिक्षक अधिशेष श्रेणी में गए थे।
इन शिक्षकों को पुन: प्रारंभिक शिक्षा की स्कूलों में पद स्थापन करने के लिए 17 जून को राउमावि बालिका टाउन में काउंसलिंग प्रक्रिया की गई थी। जिसमें बड़े स्तर पर प्लानिंग के तहत शिक्षकों के ब्लॉक का परिवर्तन कर दिया गया।
कई शिक्षकों को ग्राम पंचायत से शहर की स्कूलों में लगाया। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की स्कूलों मेें अधिक नामांकन होने के बावजूद उन्हें तव्वजों नहीं दी गई। काउंसलिंग की मॉनिटरिंग के लिए प्रशासनिक अधिकारी एडीएम विनय पाठक और शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को लगाया गया था। इसके बावजूद बड़े व्यापक स्तर पर गड़बड़ी हुई। जिसके बाद अब इन शिक्षकों को पद स्थापन देकर पोर्टल पर ऑनलाइन इंद्राज भी किया जा रहा हैं।
{ शिक्षक का काउंसलिंग प्रक्रिया में जिस ग्राम पंचायत में कार्यरत है। उसी पंचायत की स्कूल में लगाया जाता है। वहां पर रिक्त पद नहीं होने के बाद पास की ग्राम पंचायत में लगाया जाता है।
{ ब्लॉक में कार्यरत शिक्षक को दूसरे ब्लॉक में नहीं लगाया जा सकता है। ऐसा करने पर वह स्थानांतरण की श्रेणी में आता हैं।
{ प्रबोधक का नियमानुसार स्थानांतरण नहीं किया जाता है।
{ किसी भी शिक्षक को गांव से शहर की स्कूलों में लगाने पर पूर्णत: रोक है।
^मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी। ब्लॉक बदलना गलत है। ऐसे शिक्षकों को पुन: पुराने ब्लॉक में लगाया जाएगा। -मणिलाल छगण, डीईओ प्रारंभिक
केस : 1 - रेखावरहात राउमावि गराडा ब्लॉक झौथरी से सीधे राउप्रावि बापा हरिजन बस्ती शहर ब्लॉक डूंगरपुर लगाया
केस: 2 -देवीसिंह चौहान राउप्रावि घाटड़ा तालोरा ब्लॉक साबला से सागवाड़ा शहर राउप्रावि नंबर 10 में लगाया गया हैं।
56प्रारंभिक शिक्षा के स्कूलों को माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में समायोजित होने और पोर्टल पर अतिरिक्त होने के बाद 75 शिक्षक अधिशेष श्रेणी में गए थे।
इन शिक्षकों को पुन: प्रारंभिक शिक्षा की स्कूलों में पद स्थापन करने के लिए 17 जून को राउमावि बालिका टाउन में काउंसलिंग प्रक्रिया की गई थी। जिसमें बड़े स्तर पर प्लानिंग के तहत शिक्षकों के ब्लॉक का परिवर्तन कर दिया गया।
कई शिक्षकों को ग्राम पंचायत से शहर की स्कूलों में लगाया। जिससे ग्रामीण क्षेत्र की स्कूलों मेें अधिक नामांकन होने के बावजूद उन्हें तव्वजों नहीं दी गई। काउंसलिंग की मॉनिटरिंग के लिए प्रशासनिक अधिकारी एडीएम विनय पाठक और शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को लगाया गया था। इसके बावजूद बड़े व्यापक स्तर पर गड़बड़ी हुई। जिसके बाद अब इन शिक्षकों को पद स्थापन देकर पोर्टल पर ऑनलाइन इंद्राज भी किया जा रहा हैं।
{ शिक्षक का काउंसलिंग प्रक्रिया में जिस ग्राम पंचायत में कार्यरत है। उसी पंचायत की स्कूल में लगाया जाता है। वहां पर रिक्त पद नहीं होने के बाद पास की ग्राम पंचायत में लगाया जाता है।
{ ब्लॉक में कार्यरत शिक्षक को दूसरे ब्लॉक में नहीं लगाया जा सकता है। ऐसा करने पर वह स्थानांतरण की श्रेणी में आता हैं।
{ प्रबोधक का नियमानुसार स्थानांतरण नहीं किया जाता है।
{ किसी भी शिक्षक को गांव से शहर की स्कूलों में लगाने पर पूर्णत: रोक है।
^मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी। ब्लॉक बदलना गलत है। ऐसे शिक्षकों को पुन: पुराने ब्लॉक में लगाया जाएगा। -मणिलाल छगण, डीईओ प्रारंभिक
केस : 1 - रेखावरहात राउमावि गराडा ब्लॉक झौथरी से सीधे राउप्रावि बापा हरिजन बस्ती शहर ब्लॉक डूंगरपुर लगाया
केस: 2 -देवीसिंह चौहान राउप्रावि घाटड़ा तालोरा ब्लॉक साबला से सागवाड़ा शहर राउप्रावि नंबर 10 में लगाया गया हैं।
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