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इस राज्य में शिक्षकों के 15 हजार पदों पर होगी भर्ती, जानिए डिटेल

नई दिल्ली:
Sarkari Naukri: असम सरकार ने स्कूलों और उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के 15 हजार पदों पर भर्ती करने की घोषणा की है. जनता भवन में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस में राज्य के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''राज्य के स्कूलों में शिक्षकों के 9,635 रेगुलर पदों को 31 मार्च 2020 से पहले भरा जाएगा.'' उन्होंने कहा कि फरवरी 2020 में माध्यमिक शिक्षा के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट की घोषणा के साथ जिला स्तर पर 8 हजार पदों को भरा जाएगा.

SSB Silvassa Recruitment 2020: एसएसबी सिलवासा में शिक्षक पद पर निकली भर्ती, ऐसे करें आवेदन

SSB Silvassa Recruitment 2020: कर्मचारी चयन बोर्ड (SSB),सिलवासा ने शिक्षा निदेशालय, डीएनएच, प्राथमिक शिक्षा विभाग, डीएनएच और योजना एवं सांख्यिकी विभाग, के अंतर्गत पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षक, असिस्टेंट शिक्षक, ट्रेंड ग्रेजुएट शिक्षक (TGT) और असिस्टेंट (प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों) के लिए अपनी ऑफिशियल वेबसाइट daman.nic.in/ojasdnh पर नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन आमंत्रित किए है।

आरटीआई के तहत समय पर नहीं मिल रही सूचना

अजमेर | आरपीएससी की अाेर से अायाेजित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2004 के प्रकरण में आरटीआई के तहत समय पर सूचना नहीं दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

शिक्षकाें ने कलेक्टर से मिलकर बताई समस्याएं, बाेले-जल्द समाधान करवाएं

बारां । डीईओ प्रारंभिक की ओर से शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किए जाने से शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष मोजीराम नागर के नेतृत्व में शिक्षकों के स्थाईकरण, वेतन नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर कलेक्टर इंद्रसिंह राव को ज्ञापन सौंपकर वार्ता की। वहीं शिक्षकों की समस्याओं का जल्द समाधान करवाने की मांग की।

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती : 45 दिन बाद भी सिलेबस-पद तय नहीं, असमंजस में अभ्यर्थी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अाैर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंदसिंह डोटासरा की घाेषणा के 45 दिन में भी रीट काे लेकर सिलेबस अाैर पद तय नहीं हुए हैं। ऐसे में अभ्यर्थी असमंजस में हैं। मुख्यमंत्री ने 24 दिसंबर काे घाेषणा की थी कि 2 अगस्त का रीट एग्जाम कराया जाएगी। सीएम की घाेषणा के बाद बेराेजगार असमंजस में हैं कि एग्जाम की तैयारी पुराने सिलेबस के अाधार की जाए या फिर विषय पर फाेकस रखा जाए।

नहीं मिल रहे योग्‍य टीचर, समय और जरूरत के हिसाब से पाठ्यक्रम में बदलाव की जरूरत

निरंकार सिंह। हाल ही में किए गए एक सर्वे से यह नतीजा सामने आया है कि देश के ज्यादातर शिक्षक मौजूदा शिक्षा व्यवस्था को रोजगार के मापदंडों के मुताबिक नहीं मानते हैं। शायद यही कारण है कि रोजगार बाजार की मांग और शिक्षित युवाओं की उपलब्धता के बीच कोई तालमेल नहीं दिख रहा।

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