मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अाैर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंदसिंह डोटासरा की
घाेषणा के 45 दिन में भी रीट काे लेकर सिलेबस अाैर पद तय नहीं हुए हैं। ऐसे
में अभ्यर्थी असमंजस में हैं। मुख्यमंत्री ने 24 दिसंबर काे घाेषणा की थी
कि 2 अगस्त का रीट एग्जाम कराया जाएगी। सीएम की घाेषणा के बाद बेराेजगार
असमंजस में हैं कि एग्जाम की तैयारी पुराने सिलेबस के अाधार की जाए या फिर
विषय पर फाेकस रखा जाए।
इस संबंध में काेई कुछ बाेलने काे तैयार नहीं है। इसलिए बेराेजगाराें का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अभ्यर्थियाें ने अांदाेलन शुरू करने का एेलान किया है। दरअसल बेराेजगाराें ने 3 साल से अटके रीट एग्जाम को लेकर अांदाेलन शुरू किया। रीट का सिलेबस बदलने की भी मांग रखी। राज्य सरकार ने बेराेजगाराें से बातकर रीट सिलेबस में बदलाव की सहमति दी। तय हुअा कि लेवल-2 में स्नातक का 30 फीसदी वेटेज सिस्टम खत्म किया जाएगा। अभ्यर्थियाें के लिए अलग से विषय का पेपर रखा जाएगा। लेवल-2 के पेपर में राजस्थान का सामान्य ज्ञान बढ़ाया जाएगा। ताकि प्रदेश के अभ्यर्थियाें काे ज्यादा माैका मिल सके। लेकिन इसके बाद रीट सिलेबस काे लेकर कवायद अागे नहीं बढ़ी। इसलिए बेराेजगार अभ्यर्थियाें में असमंजस बना हुअा है। अभ्यर्थी समझ नहीं पा रहे है कि रीट पुराने सिलेबस से हाेगी अाैर नया सिलेबस तैयार किया जाएगा। असमंजस से अभ्यर्थियाें में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उन्हाेने अांदाेलन शुरू करने के लिए चेताया है। मामले में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव का कहना है कि रीट एग्जाम काे लेकर विज्ञप्ति, सिलेबस पैटर्न अाैर पदाें का विवरण जल्द जारी किया जाए। 10 दिन में सरकार सिलेबस पैटर्न जारी नहीं करती है ताे बेराेजगार अांदाेलन शुरू करेंगे।
अब तक 4 बार हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा
राज्य सरकार ने 2005 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती अारपीएससी के जरिए कराई थी। इसके बाद अध्यापक पात्रता परीक्षा शुरू हुई। 31 जुलाई 2011 में पात्रता परीक्षा हुई। इसके बाद 9 अक्टूबर 2012 काे एग्जाम कराया। तीसरी पात्रता परीक्षा 7 फरवरी 2015 काे और चाैथी अध्यापक पात्रता परीक्षा 11 फरवरी 2018 काे हुई। दाे साल से अध्यापक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा रही है। 24 दिसंबर 2019 काे मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने 2 अगस्त काे रीट एग्जाम कराने का एेलान किया। लेकिन अभी तक सिलेबस अाैर पदाें का विवरण जारी नहीं किया है। इससे 11 लाख बेराेजगार अभ्यर्थियाें में गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
इस संबंध में काेई कुछ बाेलने काे तैयार नहीं है। इसलिए बेराेजगाराें का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अभ्यर्थियाें ने अांदाेलन शुरू करने का एेलान किया है। दरअसल बेराेजगाराें ने 3 साल से अटके रीट एग्जाम को लेकर अांदाेलन शुरू किया। रीट का सिलेबस बदलने की भी मांग रखी। राज्य सरकार ने बेराेजगाराें से बातकर रीट सिलेबस में बदलाव की सहमति दी। तय हुअा कि लेवल-2 में स्नातक का 30 फीसदी वेटेज सिस्टम खत्म किया जाएगा। अभ्यर्थियाें के लिए अलग से विषय का पेपर रखा जाएगा। लेवल-2 के पेपर में राजस्थान का सामान्य ज्ञान बढ़ाया जाएगा। ताकि प्रदेश के अभ्यर्थियाें काे ज्यादा माैका मिल सके। लेकिन इसके बाद रीट सिलेबस काे लेकर कवायद अागे नहीं बढ़ी। इसलिए बेराेजगार अभ्यर्थियाें में असमंजस बना हुअा है। अभ्यर्थी समझ नहीं पा रहे है कि रीट पुराने सिलेबस से हाेगी अाैर नया सिलेबस तैयार किया जाएगा। असमंजस से अभ्यर्थियाें में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उन्हाेने अांदाेलन शुरू करने के लिए चेताया है। मामले में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव का कहना है कि रीट एग्जाम काे लेकर विज्ञप्ति, सिलेबस पैटर्न अाैर पदाें का विवरण जल्द जारी किया जाए। 10 दिन में सरकार सिलेबस पैटर्न जारी नहीं करती है ताे बेराेजगार अांदाेलन शुरू करेंगे।
अब तक 4 बार हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा
राज्य सरकार ने 2005 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती अारपीएससी के जरिए कराई थी। इसके बाद अध्यापक पात्रता परीक्षा शुरू हुई। 31 जुलाई 2011 में पात्रता परीक्षा हुई। इसके बाद 9 अक्टूबर 2012 काे एग्जाम कराया। तीसरी पात्रता परीक्षा 7 फरवरी 2015 काे और चाैथी अध्यापक पात्रता परीक्षा 11 फरवरी 2018 काे हुई। दाे साल से अध्यापक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा रही है। 24 दिसंबर 2019 काे मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने 2 अगस्त काे रीट एग्जाम कराने का एेलान किया। लेकिन अभी तक सिलेबस अाैर पदाें का विवरण जारी नहीं किया है। इससे 11 लाख बेराेजगार अभ्यर्थियाें में गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
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