सीकर. कोरोना संकट काल में राज्य सरकार ने शिक्षकों की वेतन कटौती का जो फैसला लिया है उससे सरकारी कोष में 68 अरब रुपए से ज्यादा की राशि जमा होगी। प्रदेश में इस वक्त 3 लाख 80 हजार शिक्षक हैं, जिनका जुलाई 2021 तक वेतन कटौती का हिस्सा देखें तो यह राशि 68 अरब 71 करोड़ 25 लाख रुपए होगी। जिसके
राजकोष में जमा होने पर शिक्षकों में आक्रोश भी है। हालांकि शिक्षकों के इस सहयोग से प्रदेश की जनता को लाभ भी मिलेगा। शिक्षकों का कहना है कि सरकार के इस निर्णय से शिक्षकों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा और उन्हें अपने पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति के लिए आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ेगा। जबकि शिक्षकों ने कोरोना महामारी के चलते निरंतर बेसहारा लोगों को निजी व्यय से राशन वितरण का कार्य किया है।2 लाख शिक्षकों को 30 अरब से अधिक का नुकसान
प्रदेश
के 2 लाख शिक्षकों को हर महीने लगभग 50 हजार रुपए वेतन मिलता हैं। वेतन
कटौती से इन शिक्षकों को 30 अरब 40 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। क्योंकि
कोरोना समय में प्रत्येक शिक्षक का तीन दिन का वेतन काटा गया। ऐसे में
प्रत्येक शिक्षक को 5 हजार रुपए का नुकसान हुआ। उसके बाद मार्च महीने में
16 दिन का वेतन स्थगित करने से प्रत्येक शिक्षक को 32 हजार रुपए का नुकसान
उठाना पड़ा। जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक शिक्षकों का डीए फ्रीज होने से
प्रत्येक शिक्षक को 1 लाख रुपए का नुकसान होगा। जुलाई माह तक प्रत्येक
शिक्षक का एक दिन का वेतन कटने पर 15 हजार रुपए का नुकसान होगा।
60 हजार वेतन वाले भी परेशान
1 लाख 25 हजार शिक्षकों को हर महीने लगभग 60 हजार रुपए वेतन मिलता है। इन शिक्षकों को कोरोना काल में 23 अरब 87 करोड़ 50 लाख रुपए का नुकसान होगा। क्योंकि कोरोना समय में सबसे पहले इनका भी 3 दिन का वेतन काटा गया। यानी प्रत्येक शिक्षक को 6 हजार रुपए, मार्च महीने में 16 दिन का वेतन स्थगित होने से 35 हजार रुपए, जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक डीए फ्रीज होने से 1 लाख 30 हजार रुपए और जुलाई 2021 तक प्रति माह एक दिन का वेतन कटने पर 20 हजार रुपए का नुकसान होगा।
राजपत्रित सहित अन्य शिक्षक भी झेल रहे मार
55
हजार राजपत्रित एवं अन्य शिक्षकों को भी कोरोना काल में 14 अरब 43 करोड़
75 लाख रुपए का नुकसान होगा। कोरोना समय में सबसे पहले 5 दिन का वेतन काटने
से प्रत्येक शिक्षक को 12 हजार 500 रुपए का नुकसान हुआ। उसके बाद मार्च
महीने में 16 दिन का वेतन स्थगित होने से 40 हजार रुपए, जनवरी 2020 से
जुलाई 2021 तक का डीए फ्रीज होने से 1 लाख 60 हजार रुपए और जुलाई माह तक हर
महीने दो दिन का वेतन कटने पर 50 हजार रुपए नुकसान प्रत्येक शिक्षक को
होगा।
सरकार ने मारा दोहरा करंट
सरकार
ने बिजली, तेल सहित अन्य चीजें महंगी की ऊपर से वेतन कटौती कर कर्मचारियों
को दोहरा करंट मारा हैं। शिक्षकों ने रात दिन कोरोना योद्धा की तरह हर
कार्य किया हैं, इस आपदा में स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग भी किया है। लेकिन
सरकार की लगातार शोषण की नीति को शिक्षक समुदाय बर्दास्त नहीं करेगा।
उपेंद्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत
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