Advertisement

पॉवर के 'दंगलÓ में नौकरशाही को पटखनी देते रहे हैं नेता

सीकर. सीकर में पुलिस अधिकारियों और एडीएम के ' सिंगल ऑर्डरÓ तबादलों को भाजपा की चुनावी बिसात पर खेला गया दाव माना जा रहा है। सत्ता और आला अधिकारी यहां लम्बे समय से आमने-सामने हैं। पुलिस अधीक्षक के तबादले को लेकर पूरी भाजपा एकजुट भी हो गई।
लेकिन दूसरे अधिकारियों को लेकर संगठन एकमत नहीं था। एेसे में सभी अधिकारियों के तबादले होने पर कहीं खुशी कहीं गम की स्थिति बनी हुई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिनभर चर्चाओं का दौर चला। शहर के लोग भी दिनभर इसकी समीक्षा करते रहे।
नेताओं के शिकार बनते रहे हैं अधिकारी
पहले भी सीकर में अधिकारी नेताओं का शिकार बनते रहे हैं। इसी राज की स्थिति पर नजर डाली
जाए तो एेसा चौथी बार हुआ है, जिसमे एक दर्जन अधिकारी राजनीति का शिकार बने हैं। लेकिन एक ही दिन में इतने तबादले कभी नहीं किए गए।
अक्टूबर 2014 में श्रीमाधोपुर क्षेत्र के तपीपल्या गांव में काफिले के बीच महिलाओं के आने से मुख्यमंत्री गुस्सा हो गई। तीन दिन में चार अधिकारी इसके शिकार बने। तत्कालीन एसडीएम डॉ. नरेन्द्र थोरी को एपीओ किया गया। पुलिस उप अधीक्षक रींगस शिवलाल बैरवा और दो थानाधिकारियों के तबादले किए गए। इसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों में खौफ का सा माहौल हो गया था।
भाजपा जिलाध्यक्ष बोले : जनता के दर्द को दूर किया
भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सिंघानिया का कहना है कि शहर में पिछले दिनों हुए दो गुटों के झगड़े के बाद पुलिस अधिकारियों ने काफी लापरवाही से काम किया। इस कारण शहर की जनता के मन में काफी दर्द था। इस पीड़ा को शुक्रवार को मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष को अवगत कराया। जांच में जो दोषी मिले उनको सजा मिल गई है।
एसडीएम को भारी पड़ी खान की ईसी
उपखंड अधिकारी सीकर के पद पर रहते हुए खान की ईसी नहीं देना रामानंद शर्मा को भारी पड़ा। यहां मंत्री समूह के दौरे के दौरान नेता ने अपना कद बताते हुए आरएएस रामानंद शर्मा को एपीओ करवा दिया। खासबात यह रहीं कि रामानंद शर्मा के तबादले के बाद ईसी का कार्य भी अधिकारियों ने कर दिया। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश शर्मा के दौसा तबादले को लेकर भी राजनीतिक हलकों में चर्चा रही।
सीएम की सभा में नारों ने हटवाया एडीएम
सीएम की सीकर यात्रा के दौरान बेरोजगारों ने सभा के बीच नारेबाजी कर दी। नाराज सीएम ने प्रदर्शनकारियों को लफंगे तक बता दिया। इसका असर तत्कालीन एडीएम प्रकाश चंद चौधरी के तबादले के रूप में सामने आया। तपीपल्या से खौफ खाए अधिकारी एक बार सकते में आ गए। इसका असर मुख्यमंत्री की सालासर यात्रा के कार्यक्रम की सभा सीकर के जुलियासर में तय होने पर नजर आया।
चूड़ी प्रकरण में एकजुट हुई थी भाजपा : पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में घुसकर टेबल पर चूड़ी उतारकर प्रदर्शन करने के प्रकरण में पुलिस की ओर से मामला दर्ज करने के बाद यहां के भाजपाई पुलिस अधीक्षक के खिलाफ एकजुट हो गए थे। विधायक और भाजपा नेताओं की ओर से सामूहिक शिकायत दर्ज करवाई गई। इस पर डॉ. रवि का पुलिस अधीक्षक सीकर के पद से आएसी जयपुर में तबादला किया गया। इसके बाद अखिलेश कुमार को सीकर एसपी का दायित्व दिया गया। 30 मार्च को दो पक्षों के झगड़े में पथराव को नेताओं ने हथियार बनाया।

UPTET news

Recent Posts Widget
'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Photography

Popular Posts