राजस्थान में सरकारी शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है। राजस्थान ग्रेड-3 शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो गई है। यह परीक्षा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेते हैं।
परीक्षा का प्रारूप
राजस्थान ग्रेड-3 शिक्षक भर्ती परीक्षा दो चरणों में आयोजित होती है — पेपर-1 और पेपर-2। दोनों ही पेपर ऑफलाइन मोड में होते हैं और प्रत्येक पेपर 300 अंकों का होता है।
पेपर-1 सिलेबस (प्राथमिक स्तर)
पेपर-1 का उद्देश्य अभ्यर्थियों की शिक्षण क्षमता, सामान्य ज्ञान और बुनियादी विषयों की समझ को परखना है।
प्रमुख विषय:
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राजस्थान का इतिहास, भूगोल, संस्कृति और भाषा
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राजस्थान सामान्य ज्ञान
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शैक्षणिक मनोविज्ञान
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शिक्षण विधियाँ
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हिंदी भाषा
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अंग्रेजी भाषा
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गणित
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सामान्य विज्ञान
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सामाजिक अध्ययन
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शैक्षिक प्रौद्योगिकी एवं ICT
पेपर-1 में राजस्थान केंद्रित प्रश्नों का विशेष महत्व होता है, इसलिए राज्य से संबंधित तथ्यों पर मजबूत पकड़ आवश्यक है।
पेपर-2 सिलेबस (उच्च प्राथमिक स्तर)
पेपर-2 में विषय-विशेष की गहरी समझ का मूल्यांकन किया जाता है। यह पेपर चयन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रमुख विषय:
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राजस्थान का इतिहास, भूगोल और संस्कृति
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राजस्थान सामान्य ज्ञान
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शैक्षणिक मनोविज्ञान और शिक्षा नीतियाँ
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विषय-विशेष ज्ञान (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन आदि)
विषय-विशेष भाग में अभ्यर्थी ने जिस विषय से आवेदन किया है, उसी से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
परीक्षा की तैयारी कैसे करें
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सिलेबस को विषय-वार विभाजित कर पढ़ाई की योजना बनाएं
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राजस्थान सामान्य ज्ञान और संस्कृति पर विशेष ध्यान दें
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शैक्षणिक मनोविज्ञान के सिद्धांतों को उदाहरणों के साथ समझें
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पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करें
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समय प्रबंधन और मॉक टेस्ट पर फोकस करें
REET पास होना अनिवार्य
राजस्थान ग्रेड-3 शिक्षक भर्ती में शामिल होने के लिए REET परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। REET को क्वालिफाइ करने के बाद ही अभ्यर्थी ग्रेड-3 शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयन के पात्र माने जाते हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान ग्रेड-3 शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस और पैटर्न समझकर यदि अभ्यर्थी रणनीतिक रूप से तैयारी करते हैं, तो सफलता की संभावना काफी बढ़ जाती है। नियमित अभ्यास, सही अध्ययन सामग्री और समयबद्ध तैयारी इस परीक्षा की कुंजी है।
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