राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आगामी परीक्षा से नई व्यवस्था करने जा रहा है। यदि संवीक्षा के बाद विद्यार्थी के अंक बढ़ते हैं, तो बोर्ड संबंधित विद्यार्थी को संवीक्षा शुल्क वापस लौटाएगा। साथ ही जिस परीक्षक ने उत्तर पुस्तिका जांची है, यदि उसमें गलती की गई है तो परीक्षक के पारिश्रमिक से राशि काटी जाएगी। यह निर्णय बोर्ड के प्रबंध मंडल में लिया गया है।
बोर्ड परीक्षा के परिणाम के बाद प्रदेश के बड़ी संख्या में विद्यार्थी संवीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। इस आवेदन में अधिकतर के मामले में नो चेंज आता है, लेकिन बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के अंकों में बढ़ोतरी भी होती है। ऐसे मामलों में परीक्षकों की गलती सामने आती है। बोर्ड ने इस तरह की गड़बडिय़ों को रोकने के लिए अब तय किया है कि बच्चे की उत्तर पुस्तिका में नंबर बढ़ते हैं, तो उसे संवीक्षा शुल्क वापस लौटाया जाएगा।
बैंक खाता नंबर भी भराया जाएगा
बोर्डअब यह व्यवस्था भी करने जा रहा है कि संवीक्षा के आवेदन के समय ही विद्यार्थी का बैंक खाता नंबर और बैंक का नाम भी ऑनलाइन ही भराया जाए। इससे फायदा यह होगा कि यदि राशि वापस लौटानी पड़े, तो सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में ही ट्रांसफर कर दी जाए।
शिक्षकोंपर भी शिकंजा
बोर्डशिक्षकों पर भी शिकंजा कसने जा रहा है। जो शिक्षक लापरवाही से उत्तर पुस्तिका जांचेंगे, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बोर्ड की इस निर्णय के पीछे मंशा यही है कि उत्तर पुस्तिकाएं सही जंचे और संवीक्षा के लिए आने वाले आवेदनों में कमी आए। बोर्ड को गत परीक्षा तक सवा लाख से अधिक विद्यार्थियों के संवीक्षा के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे।
बोर्ड परीक्षा के परिणाम के बाद प्रदेश के बड़ी संख्या में विद्यार्थी संवीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। इस आवेदन में अधिकतर के मामले में नो चेंज आता है, लेकिन बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के अंकों में बढ़ोतरी भी होती है। ऐसे मामलों में परीक्षकों की गलती सामने आती है। बोर्ड ने इस तरह की गड़बडिय़ों को रोकने के लिए अब तय किया है कि बच्चे की उत्तर पुस्तिका में नंबर बढ़ते हैं, तो उसे संवीक्षा शुल्क वापस लौटाया जाएगा।
बैंक खाता नंबर भी भराया जाएगा
बोर्डअब यह व्यवस्था भी करने जा रहा है कि संवीक्षा के आवेदन के समय ही विद्यार्थी का बैंक खाता नंबर और बैंक का नाम भी ऑनलाइन ही भराया जाए। इससे फायदा यह होगा कि यदि राशि वापस लौटानी पड़े, तो सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में ही ट्रांसफर कर दी जाए।
शिक्षकोंपर भी शिकंजा
बोर्डशिक्षकों पर भी शिकंजा कसने जा रहा है। जो शिक्षक लापरवाही से उत्तर पुस्तिका जांचेंगे, उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बोर्ड की इस निर्णय के पीछे मंशा यही है कि उत्तर पुस्तिकाएं सही जंचे और संवीक्षा के लिए आने वाले आवेदनों में कमी आए। बोर्ड को गत परीक्षा तक सवा लाख से अधिक विद्यार्थियों के संवीक्षा के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे।
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