कॉलेज स्वीकृत पद खाली पद कार्यरत
आसींद 7 6 1
आबू रोड 32 17 15
आहोर 7 5 2
अलवर वाणिज्य 23 13 10
आमेट 8 6 2
बालोतरा 15 8 7
बामनवास 7 4 3
बांसवाड़ा 107 68 39
बाड़ी 7 6 1
बयाना 19 11 8
बायतू 7 4 3
भीलवाड़ा एमएलवी 137 71 66
भीनमाल 23 16 7
छबड़ा 7 4 3
छोटी सादड़ी 7 4 3
डीडवाना 58 35 23
डीग 26 14 12
डेगाना 15 10 5
देवली 22 11 11
देवगढ़ 7 5 2
धरियावद 7 6 1
डूंगरपुर 81 50 31
कॉलेज स्वीकृत पद खाली पद कार्यरत
गोविंदगढ़ 15 12 13
गुढ़ामलानी 7 4 3
हनुमानगढ़ 35 21 14
हिंडौनसिटी 23 12 11
जैतारण 16 9 7
जायल 12 9 3
झाड़ौल 7 5 2
झालावाड़ 82 41 41
कपासन 7 4 3
करणपुर 7 4 3
केलवाड़ा 7 4 3
खींवसर 7 4 3
कोटा वाणिज्य 39 27 12
कोटड़ा 8 5 3
कुशलगढ़ 16 10 6
लूणकरणसर 12 9 3
मांडलगढ़ 20 18 2
मंडफिया 11 6 5
मंगलाना 7 4 3
मेड़तासिटी 27 16 11
नागौर 53 27 26
निंबाहेड़ा 18 12 6
कॉलेज स्वीकृत पद खाली पद कार्यरत
नोखा 24 12 12
फलौदी 15 12 3
पिडावा 7 6 1
पोकरण 14 12 2
प्रतापगढ़ 40 22 18
रामगंजमंडी 8 5 3
रावतभाटा 7 6 1
सागवाड़ा 12 7 5
सलूंबर 28 18 10
सांगोद 8 4 4
सपोटरा 7 5 2
सराड़ा 7 4 3
शिवगंज 20 12 8
सीकर वाणिज्य 18 10 8
सुजानगढ़ 38 22 16
सुमेरपुर 15 10 5
खानपुर 7 6 1
बेगू 7 6 1
टोडारायसिंह 7 6 1
लसाडिय़ा 7 6 1
सीमलवाड़ा 7 6 1
खाली पदों पर 2 हजार से ज्यादा रिटायर्ड शिक्षकों को लगाने के एेलान
के बाद भास्कर ने प्रदेश के सरकारी कॉलेजों की पड़ताल की तो सामने आईउच्च शिक्षा की चौंकाने वाली तस्वीर...
छात्र-शिक्षक अनुपात घटा
कॉलेज शिक्षा में शिक्षकों की भर्ती नहीं होने से छात्र-शिक्षक
अनुपात घटता जा रहा है। वर्ष 2014 में 70 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक
कार्यरत था। लेकिन 2017-18 तक यह स्थिति चिंताजनक हो गई है। वर्तमान में
सरकारी कॉलेजों में 97 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक काम कर रहा है।
219
कुल सरकारी कॉलेज
14 कॉलेजों में एक भी शिक्षक नहीं।
104 कॉलेजों में आधे से अधिक पद भरे हुए।
8 कॉलेजों में पदों से अधिक लगे हुए हैं शिक्षक।
5 कॉलेजों में एक भी पद खाली नहीं।
102कॉलेजों में आधे से अधिक पद खाली।
हम कॉलेजों में पदों को भरने का प्रयास कर रहे हैं। पदों पर भर्ती की
मंजूरी भी मिली है। पिछली भर्ती का प्रोसेस जैसे ही आगे शुरू होगा, कॉलेजों
को शिक्षक मिलने लगेंगे। -किरण माहेश्वरी, उच्च शिक्षा मंत्री
इन 14 कॉलेजों में एक भी शिक्षक नहीं
14 सरकारी कॉलेज ऐसे हैं जहां पढ़ाई भगवान के भरोसे चल रही है और
उच्च शिक्षा विभाग आंख मूंद कर बैठा है। इनमें एक भी शिक्षक लगा हुआ नहीं
है। इन कॉलेजों में सभी स्वीकृत पद खाली पड़े हैं।
कॉलेज स्वीकृत पद खाली पद कार्यरत
चौमहला 7 7 0
झालावाड़ विधि 8 8 0
खाजूवाला 7 7 0
मांगरोल 7 7 0
मनोहरथाना 7 7 0
सिरोही विधि 8 8 0
सिवाना 7 7 0
बाप 7 7 0
बनेड़ा 5 5 0
अंता 7 7 0
कुंभलगढ़ 7 7 0
चूरू कन्या 7 7 0
राजसमंद कन्या 7 7 0
बूंदी विधि 8 8 0
चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए लगा दिए अतिरिक्त शिक्षक
प्रदेश के 13 कॉलेजों में सभी पद भरे हुए हैं। इनमें भी 8 कॉलेज
ऐसे हैं जिनमें पदों के मुकाबले अधिक शिक्षक लगे हैं। अब इसे अफसरों की
मेहरबानी कहा जाए या फिर चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए निकाली गई गली।
चाहे जो हो, लेकिन यह स्थिति अधिक चिंताजनक है।
कॉलेज स्वीकृत पद खाली पद कार्यरत
जयपुर 15 0 20
चौमूं कन्या 25 0 30
जोधपुर 15 0 18
कालाडेरा 74 0 80
नसीराबाद 20 0 21
निवाई 7 0 8
शाहपुरा कन्या 17 0 21
सूरतगढ़ 20 0 21
करौली कन्या 6 0 6
लालसोट 18 0 18
लालसोट कन्या 7 0 7
पुष्कर 7 0 7
स्कूल ऑफ आर्ट 14 0 14
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