लेक्चरर बनने के लिए खास है नेट-जेआरएफ, 25 अप्रेल से कर सकेंगे ये काम - The Rajasthan Teachers Blog - राजस्थान - शिक्षकों का ब्लॉग

Subscribe Us

ads

Hot

Post Top Ad

Your Ad Spot

Tuesday 17 April 2018

लेक्चरर बनने के लिए खास है नेट-जेआरएफ, 25 अप्रेल से कर सकेंगे ये काम

सीबीएसई के नेट-जेआरएफ परीक्षा के ऑनलाइन फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अंतिम दिन अभ्यर्थी फार्म भरने में व्यस्त रहे।
कॉलेज और विश्वविद्यालयों में लेक्चरर बनने और फैलोशिप के लिए नेट-जेआरएफ परीक्षा कराई जाती है। इस बार यह परीक्षा 8 जुलाई को होगी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को अंतिम तिथि रखी गई थी। इसके चलते अभ्यर्थी ऑनलाइन फार्म भरने और औपचारिकताएं पूरी करने में व्यस्त रहे। त्रुटियों में सुधार का अवसर 25 अप्रेल से 5 मई तक मिलेगा।

पेपर स्कीम में बदलाव
सीबीएसई ने नेट-जेआरएफ की पेपर स्कीम में बदलाव किया है। परीक्षा में अब दो पेपर होंगे। दोनों के 100-100 अंक होंगे। पहले पेपर में 50 प्रश्न और दूसरे में 100 करने अनिवार्य होंगे। पहला पेपर सुबह 9.30 से 10.30 और दूसरा सुबह 11 से 1 बजे तक होगा। अब तक इसमें तीन पेपर होते थे। तीसरे पेपर के 150 अंक होते थे। इनमें से विद्यार्थियों को 75 नम्बर के प्रश्न करने जरूरी होते थे। अब तृतीय पेपर को हटा दिया गया है।
अब खास है परीक्षा
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बनने के लिए अब नेट-जेआरएफ परीक्षा पास करना बहुत जरूरी है। पहले पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों को सीधे लेक्चररशिप के पात्र मान लिया जाता था। साल 2009 के बाद नियमों में बदलाव किया गया है। अब लेक्चररशिप के लिए यह परीक्षा उत्तीर्ण करनी आवश्यक की गई है।
एमफिल में घट रहा क्रेज
एमफिल को भी पहले लेक्चररशिप में काफी तवज्जो मिलती थी। नेट-जेआरएफ की महत्ता बढऩे के बाद एमफिल का दायरा लगभग सिमट चुका है। अब यूनिवर्सिटी और कॉलेज में संचालित एमफिल कोर्स में कोई एडमिशन लेना पसंद नहीं करता है। लेक्चररशिप अथवा टीचिंग में इसकी अनिवार्यता अब शामिल नहीं है। ऐसे में विद्यार्थी एमफिल करना समय की बर्बादी समझते हैं।

सेट परीक्षा भी हुई अनुपयोगी
राजस्थान में पहले लेक्चरशिप के लिए आरपीएससी स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट (सेट) कराता था। इसके अलावा विद्यार्थियों को आरपीएससी से ही संबंधित विषय की परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी पड़ती थी। नेट-जेआरएफ परीक्षा की महत्ता बढऩे के बाद सेट परीक्षा भी अनुपयोगी हो चुकी है। आयोग ने पिछले तीन साल में तो यह परीक्षा ही नहीं कराई है। साथ ही सरकार को भी इसका कामकाज दूसरी एजेंसी को सौंपने को कहा है।

No comments:

Post a Comment

Recent Posts Widget
'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Advertisement

Important News

Popular Posts

Post Top Ad

Your Ad Spot

Copyright © 2019 Tech Location BD. All Right Reserved