कोटा/जयपुर, 15 जनवरी। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि युवाओं को उनकी रूचि को प्रदर्शित करने का मंच मिले जिससे वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी देश-दुनिया में अपना परचम लहरा सकें। उन्होंने कोटा को शैक्षणिक नगरी बताते हुए कोचिंग संस्थानों को तनावमुक्त शैक्षणिक वातावरण तैयार करने एवं अभिभावकों द्वारा अनावश्यक दबाव नहीं बनाने की बात कही।
मुख्यमंत्री रविवार को आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर की उपस्थिति में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा कॉमर्स कालेज कोटा में आयोजित ‘उत्साह’ कार्यक्रम में कोचिंग विद्यार्थियों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि युवा भारत का भविष्य है, हमें भविष्य को उन्नति की राह पर आगे बढ़ाने के लिए मिलकर कार्य करना होगा। कोटा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा शैक्षिक नगरी के रूप में अपनी पहचान ही नहीं रखता वरन् यहां का माहौल अध्ययन के अनुकूल है। यहां कोचिंग लेकर विद्यार्थियों ने पूरे देश में मेडिकल एवं आईआईटी के क्षेत्र में नाम रोशन किया है। उन्होंने कोचिंग प्रबंधकों एवं अभिभावकों से कहा कि आज यह वादा करें कि बच्चों पर किसी तरह का मानसिक दबाव नहीं बनायेंगे। विद्यार्थियों को अपनी रूचि के अनुसार आगे बढ़ने में मददगार बनेंगे। अगर इस प्रकार के प्रयास किये जायें तो निश्चित रूप से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को उजागर करने का अवसर मिलेगा और वे बहुत आगे तक जाने में सक्षम हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिलेवार खेल गतिविधियों में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए जिला कलक्टरों को माहौल तैयार करने के निर्देश दिये हैं। कोचिंग छात्रों के लिए खेलकूद, संगीत, पेंटिंग जैसी गतिविधियों का आयोजन कर उनकी प्रतिभा को परख कर आगे बढ़ाने का कार्य किया जाए। उन्होंने कोचिंग संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी आह्वान किया कि सब मिलकर अच्छी से अच्छी कार्ययोजना बनायें, जिससे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों जयपुर में कोक स्टूडियों के सहयोग से तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया था। इस प्रकार का कार्यक्रम कोटा में भी आयोजित किया जाए, जिससे युवा अपनी हॉबी को प्रदर्शित कर संगीत एवं वाद्य यंत्रों के द्वारा अपनी प्रतिभा की पहचान देश भर में करा सके।
आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि कोटा में भारत का भविष्य है, इन्हीं युवाओं की बदौलत देश प्रगति के पथ पर आगे जायेगा। उन्होंने युवाओं को उमंग-उत्साह के साथ अपनी हॉबी के अनुसार कार्य करते हुए आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने युवाओं को भारत की परम्पराओं के अनुसार माता-पिता एवं गुरूजनों का आदर करने तथा तनावमुक्त पढाई के लिए अपनी रूचि, दिनचर्या एवं ध्यान योग एवं खेलकूद गतिविधियों पर भी ध्यान देने को कहा।
समारोह में सांसद श्री ओम बिरला, विधायक श्री भवानी सिंह राजावत, श्रीमती चन्द्रकांता मेघवाल, श्री हीरा लाल नागर, श्री संदीप शर्मा, मेयर श्री महेश विजय, नगर विकास न्यास अध्यक्ष श्री रामकुमार मेहता, जिला कलक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर, पुलिस अधीक्षक श्री सवाई सिंह गोदारा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं आमजन मौजूद रहे।
मैम, हम आपके जैसे कैसे बन सकते हैं, छात्रा ने मुख्यमंत्री से किया सवाल
मुख्यमंत्री ने कोचिंग विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उनके सवालों के जवाब दिये। छात्रा पूजा ने प्रश्न किया कि ‘मैम, आप इतनी लोकप्रिय और बड़ी लीडर हैं, हम आप जैसे कैसे बन सकते हैं?’’ जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने जो भी सोचा है उसे पूरा करने की ठान लें, आत्मविश्वास के साथ पूरी क्षमता का उपयोग कर आगे बढ़ें। एक अन्य छात्रा अनुष्का ने तनाव कम करने के संबंध में प्रश्न किया जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अपने सपने को पूरा करने के लिए मापदण्ड तय करें। कक्षा 7 में अध्ययन करते हुए तय कर लिया था कि अच्छी विद्यार्थी बनना है। किशोर अवस्था में यह कठिन होता है, लेकिन पूरा करने का निश्चय करें तो निश्चित सफलता मिलती है।
मुख्यमंत्री रविवार को आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर की उपस्थिति में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा कॉमर्स कालेज कोटा में आयोजित ‘उत्साह’ कार्यक्रम में कोचिंग विद्यार्थियों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि युवा भारत का भविष्य है, हमें भविष्य को उन्नति की राह पर आगे बढ़ाने के लिए मिलकर कार्य करना होगा। कोटा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा शैक्षिक नगरी के रूप में अपनी पहचान ही नहीं रखता वरन् यहां का माहौल अध्ययन के अनुकूल है। यहां कोचिंग लेकर विद्यार्थियों ने पूरे देश में मेडिकल एवं आईआईटी के क्षेत्र में नाम रोशन किया है। उन्होंने कोचिंग प्रबंधकों एवं अभिभावकों से कहा कि आज यह वादा करें कि बच्चों पर किसी तरह का मानसिक दबाव नहीं बनायेंगे। विद्यार्थियों को अपनी रूचि के अनुसार आगे बढ़ने में मददगार बनेंगे। अगर इस प्रकार के प्रयास किये जायें तो निश्चित रूप से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को उजागर करने का अवसर मिलेगा और वे बहुत आगे तक जाने में सक्षम हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिलेवार खेल गतिविधियों में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए जिला कलक्टरों को माहौल तैयार करने के निर्देश दिये हैं। कोचिंग छात्रों के लिए खेलकूद, संगीत, पेंटिंग जैसी गतिविधियों का आयोजन कर उनकी प्रतिभा को परख कर आगे बढ़ाने का कार्य किया जाए। उन्होंने कोचिंग संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी आह्वान किया कि सब मिलकर अच्छी से अच्छी कार्ययोजना बनायें, जिससे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों जयपुर में कोक स्टूडियों के सहयोग से तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया था। इस प्रकार का कार्यक्रम कोटा में भी आयोजित किया जाए, जिससे युवा अपनी हॉबी को प्रदर्शित कर संगीत एवं वाद्य यंत्रों के द्वारा अपनी प्रतिभा की पहचान देश भर में करा सके।
आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि कोटा में भारत का भविष्य है, इन्हीं युवाओं की बदौलत देश प्रगति के पथ पर आगे जायेगा। उन्होंने युवाओं को उमंग-उत्साह के साथ अपनी हॉबी के अनुसार कार्य करते हुए आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने युवाओं को भारत की परम्पराओं के अनुसार माता-पिता एवं गुरूजनों का आदर करने तथा तनावमुक्त पढाई के लिए अपनी रूचि, दिनचर्या एवं ध्यान योग एवं खेलकूद गतिविधियों पर भी ध्यान देने को कहा।
समारोह में सांसद श्री ओम बिरला, विधायक श्री भवानी सिंह राजावत, श्रीमती चन्द्रकांता मेघवाल, श्री हीरा लाल नागर, श्री संदीप शर्मा, मेयर श्री महेश विजय, नगर विकास न्यास अध्यक्ष श्री रामकुमार मेहता, जिला कलक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर, पुलिस अधीक्षक श्री सवाई सिंह गोदारा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं आमजन मौजूद रहे।
मैम, हम आपके जैसे कैसे बन सकते हैं, छात्रा ने मुख्यमंत्री से किया सवाल
मुख्यमंत्री ने कोचिंग विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उनके सवालों के जवाब दिये। छात्रा पूजा ने प्रश्न किया कि ‘मैम, आप इतनी लोकप्रिय और बड़ी लीडर हैं, हम आप जैसे कैसे बन सकते हैं?’’ जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने जो भी सोचा है उसे पूरा करने की ठान लें, आत्मविश्वास के साथ पूरी क्षमता का उपयोग कर आगे बढ़ें। एक अन्य छात्रा अनुष्का ने तनाव कम करने के संबंध में प्रश्न किया जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि अपने सपने को पूरा करने के लिए मापदण्ड तय करें। कक्षा 7 में अध्ययन करते हुए तय कर लिया था कि अच्छी विद्यार्थी बनना है। किशोर अवस्था में यह कठिन होता है, लेकिन पूरा करने का निश्चय करें तो निश्चित सफलता मिलती है।
No comments:
Post a Comment