सीकर । राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षा तिथि तय करने में व्यवस्था भगवान भरोसे है। एक वर्ष पहले ऑनलाइन आवेदन लेने के बाद भी विशेष शिक्षकों की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथि अब तक तय नहीं हुई है।
जबकि चार महीने बाद जमा हुए सामान्य श्रेणी के शिक्षकों की भर्ती के लिए तिथि तय कर ली है। प्रदेश में सामान्य श्रेणी के द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती परीक्षा 13 से 18 मई तक होनी प्रस्तावित है। जबकि खुद आयोग अधिकारियों ने सामान्य व विशेष शिक्षकों की परीक्षा एक ही समय कराने की मांग की थी। लेकिन आयोग ने अब तक विशेष शिक्षकों की परीक्षा की तिथि तय नहीं की है। इस कारण बेरोजगारों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है।
बिना शिक्षकों के गुजार दिया पूरा सत्र
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने वर्ष 2015 में विशेष शिक्षकों की भर्ती के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को अभ्यर्थना भेजी थी। इसके बाद वर्ष 2016 में विशेष शिक्षक मिलने की उम्मीद में ब्लॉक स्तर पर कक्षा नवीं से बारहवीं तक के विशेष स्कूल खोल दिए। एेसे में अभिभावकों ने भी स्कूलों में दिव्यांग बच्चों को प्रवेश दिला दिया। लेकिन जनवरी महीने में शिक्षक नहीं मिल सके। अभी तक परीक्षा तिथि तय नहीं होने के कारण इस पूरे सत्र में भी विशेष शिक्षक नहीं मिलेगे।
अलग परीक्षा की मांग
राजस्थान लोग सेवा आयोग ने पिछले वर्ष सितम्बर महीने में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का सिलेबस जारी किया था। इसमें सामान्य व विशेष शिक्षा का सिलेबस 95 फीसदी एक समान था। एेसे में युवाओं ने कयास भी लगाए कि परीक्षा एक साथ होगी और आयोग ने घोषणा भी कर दी। अब विशेष शिक्षक संघ ने विशेष शिक्षकों की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा अलग सिलेबस जारी कर कराने की मांग की है।
बेरोजगारों से मजाक कर रही सरकार
राजस्थान विशेष शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सीताराम शर्मा का कहना है कि भाजपा सरकार पिछले तीन साल से दिव्यांग व विशेष शिक्षकों के साथ मजाक करने पर तुली है। दिव्यांग विद्यार्थी और उनके अभिभावकों को जल्द शिक्षक लगाने का आश्वासन दे रही है। दूसरी तरफ तीन वर्ष में एक भी शिक्षक भर्ती नहीं होना निराशाजनक है। यदि 30 जनवरी तक परीक्षा तिथि तय नहीं हुई तो प्रदेशभर के विशेष शिक्षक जयपुर में आंदोलन करेंगे।
जबकि चार महीने बाद जमा हुए सामान्य श्रेणी के शिक्षकों की भर्ती के लिए तिथि तय कर ली है। प्रदेश में सामान्य श्रेणी के द्वितीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती परीक्षा 13 से 18 मई तक होनी प्रस्तावित है। जबकि खुद आयोग अधिकारियों ने सामान्य व विशेष शिक्षकों की परीक्षा एक ही समय कराने की मांग की थी। लेकिन आयोग ने अब तक विशेष शिक्षकों की परीक्षा की तिथि तय नहीं की है। इस कारण बेरोजगारों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है।
बिना शिक्षकों के गुजार दिया पूरा सत्र
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने वर्ष 2015 में विशेष शिक्षकों की भर्ती के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को अभ्यर्थना भेजी थी। इसके बाद वर्ष 2016 में विशेष शिक्षक मिलने की उम्मीद में ब्लॉक स्तर पर कक्षा नवीं से बारहवीं तक के विशेष स्कूल खोल दिए। एेसे में अभिभावकों ने भी स्कूलों में दिव्यांग बच्चों को प्रवेश दिला दिया। लेकिन जनवरी महीने में शिक्षक नहीं मिल सके। अभी तक परीक्षा तिथि तय नहीं होने के कारण इस पूरे सत्र में भी विशेष शिक्षक नहीं मिलेगे।
अलग परीक्षा की मांग
राजस्थान लोग सेवा आयोग ने पिछले वर्ष सितम्बर महीने में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का सिलेबस जारी किया था। इसमें सामान्य व विशेष शिक्षा का सिलेबस 95 फीसदी एक समान था। एेसे में युवाओं ने कयास भी लगाए कि परीक्षा एक साथ होगी और आयोग ने घोषणा भी कर दी। अब विशेष शिक्षक संघ ने विशेष शिक्षकों की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा अलग सिलेबस जारी कर कराने की मांग की है।
बेरोजगारों से मजाक कर रही सरकार
राजस्थान विशेष शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सीताराम शर्मा का कहना है कि भाजपा सरकार पिछले तीन साल से दिव्यांग व विशेष शिक्षकों के साथ मजाक करने पर तुली है। दिव्यांग विद्यार्थी और उनके अभिभावकों को जल्द शिक्षक लगाने का आश्वासन दे रही है। दूसरी तरफ तीन वर्ष में एक भी शिक्षक भर्ती नहीं होना निराशाजनक है। यदि 30 जनवरी तक परीक्षा तिथि तय नहीं हुई तो प्रदेशभर के विशेष शिक्षक जयपुर में आंदोलन करेंगे।
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