ऐसा सरकारी स्कूल जिसने हॉकी में जीते 601 पदक और 583 खिलाडिय़ों को दिलाई सरकारी नौकरी
रवि प्रकाश/बावड़ी (सीकर) । जिले में हॉकी का नाम आते ही सबसे पहले जिक्र खण्डेला तहसील के गांव बावड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का आता है। सीकर जिले में हॉकी का मतलब ही बावड़ी का यह स्कूल है। इसने हॉकी वो कमाल कर दिखाया है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। आलम यह है कि राजस्थान की हॉकी की टीम इस स्कूल के खिलाडिय़ों के बिना अधूरी रहती है।
रवि प्रकाश/बावड़ी (सीकर) । जिले में हॉकी का नाम आते ही सबसे पहले जिक्र खण्डेला तहसील के गांव बावड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का आता है। सीकर जिले में हॉकी का मतलब ही बावड़ी का यह स्कूल है। इसने हॉकी वो कमाल कर दिखाया है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है। आलम यह है कि राजस्थान की हॉकी की टीम इस स्कूल के खिलाडिय़ों के बिना अधूरी रहती है।
29 साल हो गए हॉकी खेलते
29 साल के अपने हॉकी के इतिहास में 601 पदक जीते हैं। यहां से 145 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। यहीं नहीं बल्कि यहां के 583 छात्र तो महज हॉकी खेलकर ही खेल कोटे से सरकारी नौकरी लग चुके हैं।
29 साल के अपने हॉकी के इतिहास में 601 पदक जीते हैं। यहां से 145 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। यहीं नहीं बल्कि यहां के 583 छात्र तो महज हॉकी खेलकर ही खेल कोटे से सरकारी नौकरी लग चुके हैं।