आरपीएससी के बोल...हम नहीं मानते ऐसी ऑडिट को
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा ने निदेशालय निरीक्षण विभाग की ऑडिट रिपोर्ट पर ही सवाल उठा दिया है। आयोग ने विभाग को पत्र लिखकर ऑडिट रिपोर्ट बिना चर्चा के तैयार होना बताते हुए उसे स्वीकार करने से इनकार किया है।
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा ने निदेशालय निरीक्षण विभाग की ऑडिट रिपोर्ट पर ही सवाल उठा दिया है। आयोग ने विभाग को पत्र लिखकर ऑडिट रिपोर्ट बिना चर्चा के तैयार होना बताते हुए उसे स्वीकार करने से इनकार किया है।
निदेशालय निरीक्षण विभाग की ओर से वर्ष 1999 से लेकर 2012-13 की ऑडिट गत वर्ष की गई थी। अंकेक्षण दल ने अपनी रिपोर्ट आयोग को इसी वर्ष प्रस्तुत की। अंकेक्षण रिपोर्ट में आए आक्षेपों को आयोग ने मानने से इनकार करते हुए विभाग को पत्र लिखा है। आयोग का तर्क है कि अंकेक्षण रिपोर्ट तैयार करने से पहले आयोग को मीमो दिया जाता है, आक्षेपों पर आयोग से चर्चा करने के बाद अंकेक्षण आक्षेप लगाकर ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाती है।
लेकिन अंकेक्षण दल ने ना तो आयोग को मीमो दिया ना ही आयोग से किसी भी प्रकरण में चर्चा की। आयोग का पक्ष जाने बिना ही ऑडिट आक्षेप लगा दिए। आयोग के पत्र के जवाब में अंकेक्षण विभाग ने लिखा है कि आयोग उनके आक्षेप की पालना रिपोर्ट प्रस्तुत करे। पालना रिपोर्ट से संतुष्ट होने पर आक्षेप हटा दिए जाएंगे।
अंकेक्षण विभाग ने आयोग से चर्चा किए बिना आक्षेप तैयार कर रिपोर्ट भेजी है। आयोग ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है। अब हम पालना रिपोर्ट भेज रहे हैं।
भगवत सिंह राठौड़, कार्यवाहक सचिव आरपीएससी
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