जैसलमेर। शिक्षा विभाग ने जिले के 76 प्रारंभिक विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों में मर्ज करने का आदेश दे दिया है। विभाग ने यह आदेश प्रारंभिक स्तर की कक्षाओं के बच्चों को बेहतर व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से किया है।
जानकारी के अनुसार माध्यमिक अथवा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उनके आस-पास में संचालित हो रहे प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज किया जाएगा। कक्षा 6 से 10, 6 से 12 एवं 9 से 12 तक चलने वाले विद्यालयों में प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों के मर्ज होने के बाद अब विद्यालय कक्षा 1 से 10 व 1 से 12 तक संचालित होंगे।
शिक्षा की गुणवत्ता वृद्धि के लिए कदम
बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में भी प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों में मर्ज किया गया था। मर्ज की प्रक्रिया के बाद कुछ अपवादों को छोड़कर शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि ही हुई है। साथ ही माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक का नियंत्रण होने से प्राथमिक कक्षाओं की अच्छी मॉनिटरिंग होने से विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्तर में गुणात्मक सुधार हुआ है।
सरकारी स्कूलों में नामांकन में हुई बढ़ोतरी
इसके साथ ही सरकारी विद्यालयों में पिछले साल की तुलना में नामांकन में भी बढ़ोतरी हुई है। प्राथमिक विद्यालयों के माध्यमिक में मर्ज होने के साथ ही शिक्षकों के प्रशासनिक नियंत्रण समन्वित माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रधान के पास होने के कारण शिक्षकों की उपस्थिति एवं शैक्षणिक कार्य में भी सुधार होने की संभावना है।
मर्ज करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
गौरतलब हो कि प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों में मर्ज करने के आदेश प्राप्त हो गए हैं। जल्द ही आदेश की अनुपालन में प्राथमिक विद्यालयों के मर्ज करने की प्रक्रिया की शुरू हो जाएगी।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जानकारी के अनुसार माध्यमिक अथवा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उनके आस-पास में संचालित हो रहे प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज किया जाएगा। कक्षा 6 से 10, 6 से 12 एवं 9 से 12 तक चलने वाले विद्यालयों में प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों के मर्ज होने के बाद अब विद्यालय कक्षा 1 से 10 व 1 से 12 तक संचालित होंगे।
शिक्षा की गुणवत्ता वृद्धि के लिए कदम
बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा पूर्व में भी प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों में मर्ज किया गया था। मर्ज की प्रक्रिया के बाद कुछ अपवादों को छोड़कर शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि ही हुई है। साथ ही माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक का नियंत्रण होने से प्राथमिक कक्षाओं की अच्छी मॉनिटरिंग होने से विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्तर में गुणात्मक सुधार हुआ है।
सरकारी स्कूलों में नामांकन में हुई बढ़ोतरी
इसके साथ ही सरकारी विद्यालयों में पिछले साल की तुलना में नामांकन में भी बढ़ोतरी हुई है। प्राथमिक विद्यालयों के माध्यमिक में मर्ज होने के साथ ही शिक्षकों के प्रशासनिक नियंत्रण समन्वित माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रधान के पास होने के कारण शिक्षकों की उपस्थिति एवं शैक्षणिक कार्य में भी सुधार होने की संभावना है।
मर्ज करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
गौरतलब हो कि प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों में मर्ज करने के आदेश प्राप्त हो गए हैं। जल्द ही आदेश की अनुपालन में प्राथमिक विद्यालयों के मर्ज करने की प्रक्रिया की शुरू हो जाएगी।
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