शिक्षामंत्री ने एक लाख बच्चों से किया संवाद
जयपुर| शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को सीतापुरा स्थित सैटेलाइट स्टूडियो से राज्य के आईसीटी योजना से जुड़े दो हजार स्कूलों के एक लाख से अधिक विद्यार्थियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से मन की बात कही और उनके सवालों का जवाब भी दिया। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन को गुरुवार को शिक्षा विभाग ने विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया था। इस मौके पर देवनानी ने बच्चों से कहा कि विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति और सामाजिक सरोकारों से जोड़े जाने की जरूरत है। शिक्षा राज्य मंत्री ने शिक्षकों के खोए हुए गौरव को प्राप्त करने के लिए शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षाविदों को मिलकर कर प्रयास करने की जरूरत बताई।
उन्होंने पीसी (पर्सनल कम्प्यूटर) की व्याख्या करते हुए कहा कि पीसी में 3 पी और 3 सी जोड़ विद्यार्थी अपने में सफलता प्राप्त करने की तरफ बढ़े। यह 3 पी परफेक्टनेस, पेसेन्स और पोलाइटनैस है। इसी प्रकार 3 सी का अर्थ है क्रिएटिविटी, कान्फीडेंस और करेक्टर। इस दौरान एक विद्यार्थी ने फोन-इन से देवनानी से सवाल पूछा कि उन्होंने क्या सपने देखे थे, जो साकार हुए। इसका जवाब देते हुए देवनानी ने कहा कि विद्यार्थी सपने देखे और उनके पीछे तब तक भागते रहें जब तक कि वे पूरे नहीं हो जाएं। खुद के बारे में देवनानी ने कहा कि मैं विद्यार्थी था तब सपना देखा था कि शिक्षक बनूं। मेहनत की और शिक्षक बन गया। शिक्षक रहते सपना देखा कि प्रिंसिपल बनूं तो प्रिंसिपल बन गया। प्रिंसिपल रहते पाया कि नीतिगत बहुत कुछ तभी हो सकता है जब शिक्षा मंत्री बनूं। मैंने सपना देखा और आज मैं शिक्षा मंत्री हूं। संवाद करते हुए उन्होंने शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के साथ ही विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किए गए प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान माध्यमिक शिक्षा सचिव नरेशपाल गंगवाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुआलाल, माध्यमिक शिक्षा परिषद के अतिरिक्त आयुक्त जस्साराम चौधरी सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जयपुर| शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को सीतापुरा स्थित सैटेलाइट स्टूडियो से राज्य के आईसीटी योजना से जुड़े दो हजार स्कूलों के एक लाख से अधिक विद्यार्थियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से मन की बात कही और उनके सवालों का जवाब भी दिया। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन को गुरुवार को शिक्षा विभाग ने विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया था। इस मौके पर देवनानी ने बच्चों से कहा कि विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ-साथ संस्कार, संस्कृति और सामाजिक सरोकारों से जोड़े जाने की जरूरत है। शिक्षा राज्य मंत्री ने शिक्षकों के खोए हुए गौरव को प्राप्त करने के लिए शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षाविदों को मिलकर कर प्रयास करने की जरूरत बताई।
उन्होंने पीसी (पर्सनल कम्प्यूटर) की व्याख्या करते हुए कहा कि पीसी में 3 पी और 3 सी जोड़ विद्यार्थी अपने में सफलता प्राप्त करने की तरफ बढ़े। यह 3 पी परफेक्टनेस, पेसेन्स और पोलाइटनैस है। इसी प्रकार 3 सी का अर्थ है क्रिएटिविटी, कान्फीडेंस और करेक्टर। इस दौरान एक विद्यार्थी ने फोन-इन से देवनानी से सवाल पूछा कि उन्होंने क्या सपने देखे थे, जो साकार हुए। इसका जवाब देते हुए देवनानी ने कहा कि विद्यार्थी सपने देखे और उनके पीछे तब तक भागते रहें जब तक कि वे पूरे नहीं हो जाएं। खुद के बारे में देवनानी ने कहा कि मैं विद्यार्थी था तब सपना देखा था कि शिक्षक बनूं। मेहनत की और शिक्षक बन गया। शिक्षक रहते सपना देखा कि प्रिंसिपल बनूं तो प्रिंसिपल बन गया। प्रिंसिपल रहते पाया कि नीतिगत बहुत कुछ तभी हो सकता है जब शिक्षा मंत्री बनूं। मैंने सपना देखा और आज मैं शिक्षा मंत्री हूं। संवाद करते हुए उन्होंने शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के साथ ही विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किए गए प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान माध्यमिक शिक्षा सचिव नरेशपाल गंगवाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुआलाल, माध्यमिक शिक्षा परिषद के अतिरिक्त आयुक्त जस्साराम चौधरी सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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