सीकर.
घर के मोह और नौकरी की चाह में होनहार युवा कायदे भूल रहे हैं। मामला प्रदेश में वर्ष 2016 और 2018 में हुई शिक्षक भर्तियों से जुड़ा है। इसमें चार हजार से अधिक अभ्यर्थी ऐसे है जिनका दोनों भर्ती परीक्षाओं में चयन हुआ है। इनमें से कई ने तो विभाग से एनओसी लेना भी उचित नहीं समझा है।
घर के मोह और नौकरी की चाह में होनहार युवा कायदे भूल रहे हैं। मामला प्रदेश में वर्ष 2016 और 2018 में हुई शिक्षक भर्तियों से जुड़ा है। इसमें चार हजार से अधिक अभ्यर्थी ऐसे है जिनका दोनों भर्ती परीक्षाओं में चयन हुआ है। इनमें से कई ने तो विभाग से एनओसी लेना भी उचित नहीं समझा है।