सरकार ने तृतीय श्रेणी अध्यापकाें के तबादलाें पर लगा बैन हटा दिया है। ऐसे में शिक्षा विभाग में तबादलाें काे लेकर सुगबुगाहट शुरू हाे गई है। मंत्रियाें व विधायकाें के यहां सिफारिशाें का दाैर भी शुरू हाे गया है। हालांकि सरकार ने कर्मचारियाें के तबादले के लिए आवेदन की तिथि काे 14 सितंबर तक बढ़ा दिया है। विभाग ने 18 अगस्त से आवेदन मांगे हैं, जाे 25 अगस्त तक किए जा सकेंगे।
इससे पहले थर्ड ग्रेड के तबादले 2018 में हुए थे। उस समय तबादलाें का दाैर जारी था, लेकिन आचार संहिता के कारण तबादले राेक दिए गए थे। अलवर जिले की बात करें ताे यहां लेवल एक और दाे के 1242 पद रिक्त हैं। इनमें से 533 पद लेवल दाे और 709 पद लेवल एक के खाली हैं। पंचायती राज प्रारंभिक शिक्षा के कार्मिकों में तृतीय श्रेणी शिक्षक, प्रबाेधक, शारीरिक शिक्षक, प्रयोगशाला सहायक और पुस्तकालय अध्यक्ष शामिल हैं, जाे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन के लिए लिंक पोर्टल पर 18 अगस्त की सुबह 10 बजे शुरू हाे जाएगा। 25 अगस्त काे रात 12 बजे तक आवेदन किए जा सकते हैं। तबादले के लिए ऑफलाइन आवेदन कार्यालय और सचिवालय स्तर से स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
अंतरजिला और डार्क जाेन के शिक्षक कैसे करें आवेदन
तबादले के लिए काेई भी शिक्षक आवेदन कर सकते हैं। विभाग काे मिलने वाले आवेदनों की जांच की जाएगी कि कितनी संख्या में शिक्षक दूसरे जिलों में कार्यरत हैं, कितने शिक्षक 15 सालों से प्रतिबंधित जिलों में कार्यरत हैं। इस प्रकार पूरा रूट मैप बनाकर पॉलिसी बनाकर कमेटी में रखा जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद ऐसे शिक्षकों काे राहत दी जाएगी।
तबादलाें में खास यह भी रहेगी कि लंबे समय से दूसरे जिलाें में कार्यरत शिक्षक यदि तबादला कराकर जिला बदलते हैं, ताे ऐसे में उन्हें अपनी वरिष्ठता छाेड़नी पड़ेगी। मतलब नए जिले में आने के बाद उनकी वरिष्ठता का निर्धारण भी नए तरीके से हाेगा। दूसरी खास बात यह है कि इसमें उन शिक्षकाें काे ताेहफा मिल सकता है, जिनकी डी हाे चुकी है। ऐसे शिक्षकाें काे शहर में जगह मिल सकती है।
जिले के एक हजार से भी ज्यादा शिक्षक ऐसे हैं जाे या ताे डार्क जाेन में लंबे समय से हैं या फिर दूरी वाली जगहाें पर है। ऐसे में तबादलाें पर से बैन हटाना स्वागत याेग्य है, लेकिन सरकार जल्दी ही पाॅलिसी भी जारी करे ताकि तबादला चाहने वाले शिक्षक की शंकाओं का समाधान जल्दी हाे। ऐसा नहीं हुआ ताे सिस्टम में सेंधमारी की संभावना ज्यादा हाे जाएंगी और लाेग या मिडिलमैन गलत फायदा उठा सकते हैं। पाॅलिसी काे लेकर अभी संशय बना हुआ है। -मूलचंद गुर्जर, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ
यह सही है कि दूसरे जिले में जाने से वरिष्ठता समाप्त हाे जाती है और नए जिले में शुरूआत जीराे से हाेती है, लेकिन लंबे समय से बाहर रह रहा शिक्षक डरा हुआ रहता है कि यदि ट्रांसफर नहीं कराया और सेकंड ग्रेड में प्रमाेशन का इंतजार किया ताे ऐसा नहीं हाे कि बैन नहीं खुला ताे कहीं वापस यहीं रहना पड़ जाए। वैसे प्रमाेशन काे छाेड़ दें ताे बाकी सभी लाभ यथावत ही रहते हैं। -कमलेश शर्मा, पूर्व उपनिदेशक, माध्यमिक शिक्षा
अंतर जिला ट्रांसफर और डार्क जाेन के शिक्षकों के तबादले पर असमंजस
निदेशालय द्वारा जारी आदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के लिए आवेदन खुलने के बारे में ही जानकारी दी है, लेकिन आदेश में कहीं यह उल्लेख नहीं है कि दूसरे जिले में स्थानांतरण और टीएसपी से नाॅन टीएसपी के लिए आवेदन किए जा सकते हैं या नहीं। जिले में माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा में तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के 1242 पद खाली हैं।
डार्कजाेन के एक हजार से ज्यादा शिक्षक हैं, जाे पिछले कई सालाें से गृहक्षेत्र में जाने का इंतजार कर रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि अभी पाॅलिसी जारी नहीं हुई है। ऐसे में काैन से वर्ष तक के शिक्षकाें काे डार्क जाेन से निकालकर खुद के क्षेत्र में भेजा जाएगा, इसके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं हाेने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
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