अजमेर। नौकरी के लिए कड़ी मेहनत के बावजूद लालच में शॉर्ट कट के विकल्प को आजमाना किसी भी अभ्यर्थी के पूरे कॅरियर को तबाह कर सकता है। खासतौर पर रेलवे ने अपनी परीक्षाओं के दौरान इस तरह की गतिविधियों में लिप्त अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है।
देश के समस्त रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से अब तक 10 हजार से भी अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षाओं के लिए अयोग्य घोषित किया जा चुका है। परीक्षा और नकल का संबंध काफी पुराना है। विशेष कर नौकरी के दौरान पुरानी तरकीबों के साथ अब अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग भी बढऩे लगा है। इसके लिए बाकायदा बड़े गिरोह सक्रिय हैं।
प्रत्येक परीक्षा के दौरान मोबाइल, ब्लूटुथ सहित अत्याधुनिक डिवाइस से नकल कराने के अनेक मामले पकड़े जाते हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में अभ्यर्थी के कॅरियर खराब होने का हवाला देकर मामले ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं।
रेलवे ने अपनाया सख्त रुख
नकल की बढ़ती प्रवृत्ति से निबटने के लिए रेलवे ने सख्त रुख अपनाया है। परीक्षाओं में नकल अथवा अनुचित साधनों का उपयोग करते समय पकड़े जाने पर संबंधित अभ्यर्थी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। अभ्यर्थी को अपना पक्ष रखने के लिए एक मौका दिया जाएगा। उसके बाद उसके मामले की गंभीरता को देखते हुए एक से तीन साल अथवा जीवन भर के लिए रेलवे परीक्षाओं से बाहर कर दिया जाएगा।
पुलिस में प्राथमिकी दर्ज होने और मामला साबित होने की दशा में वह अभ्यर्थी किसी सरकारी अथवा प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी से भी वंचित हो जाएगा। इसकी वजह यह है कि नौकरी लगने पर पुलिस वेरीफिकेशन में उसकी सच्चाई सामने आ जाएगी।
जारी की अयोग्य अभ्यर्थियों की सूची
केन्द्रीय रेलवे भर्ती बोर्ड ने देश के सभी 21 रेलवे भर्ती बोर्ड को अब तक की परीक्षाओं में अयोग्य घोषित हो चुके 10 हजार से भी अधिक अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की है। कोई भी रेलवे भर्ती बोर्ड अपने क्षेत्र में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने से पहले उनका ब्योरा इसी सूची से मिलान करता हैं।
बोर्ड ने इलाहाबाद रेलवे भर्ती बोर्ड को नकल संबंधी प्रकरणों के लिए नोडल एजेंसी बना रखा है। वहीं से नियमित रूप से अयोग्य घोषित अभ्यर्थियों की सूची अपडेट होती रहती है।
इन भर्तियों में पकड़े गए अभ्यर्थी
पिछले 10 वर्षों में पूरे देश में रेलवे में हुई भर्ती परीक्षा के दौरान पकड़े गए अभ्यर्थियों का नाम इस सूची में हैं। इनमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, सहायक स्टेशन मास्टर, सेक्शन इंजीनियर, गार्ड, टिकट कलक्टर, टिकट निरीक्षक, लिपिक, लेखाधिकारी सहित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद के लिए हुई परीक्षाएं शामिल हैं।
मुख्य परीक्षाएं 17 से
रेलवे में 18 हजार 252 पदों के लिए दूसरे स्तर की मुख्य लिखित परीक्षा 17 से 19 जनवरी तक आयोजित होनी है। इसमें पूरे देश में लगभग पौने दो लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे।
इनका कहना है
अनुचित साधनों के प्रयोग से जांच होने तक भर्ती प्रक्रिया अवरुद्ध हो जाती है। इससे मेहनती और गंभीर अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। रेलवे परीक्षाओं में इस तरह की गतिविधियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आर. के. जैन, अध्यक्ष रेलवे भर्ती बोर्ड अजमेर
देश के समस्त रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से अब तक 10 हजार से भी अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षाओं के लिए अयोग्य घोषित किया जा चुका है। परीक्षा और नकल का संबंध काफी पुराना है। विशेष कर नौकरी के दौरान पुरानी तरकीबों के साथ अब अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग भी बढऩे लगा है। इसके लिए बाकायदा बड़े गिरोह सक्रिय हैं।
प्रत्येक परीक्षा के दौरान मोबाइल, ब्लूटुथ सहित अत्याधुनिक डिवाइस से नकल कराने के अनेक मामले पकड़े जाते हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में अभ्यर्थी के कॅरियर खराब होने का हवाला देकर मामले ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं।
रेलवे ने अपनाया सख्त रुख
नकल की बढ़ती प्रवृत्ति से निबटने के लिए रेलवे ने सख्त रुख अपनाया है। परीक्षाओं में नकल अथवा अनुचित साधनों का उपयोग करते समय पकड़े जाने पर संबंधित अभ्यर्थी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। अभ्यर्थी को अपना पक्ष रखने के लिए एक मौका दिया जाएगा। उसके बाद उसके मामले की गंभीरता को देखते हुए एक से तीन साल अथवा जीवन भर के लिए रेलवे परीक्षाओं से बाहर कर दिया जाएगा।
पुलिस में प्राथमिकी दर्ज होने और मामला साबित होने की दशा में वह अभ्यर्थी किसी सरकारी अथवा प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी से भी वंचित हो जाएगा। इसकी वजह यह है कि नौकरी लगने पर पुलिस वेरीफिकेशन में उसकी सच्चाई सामने आ जाएगी।
जारी की अयोग्य अभ्यर्थियों की सूची
केन्द्रीय रेलवे भर्ती बोर्ड ने देश के सभी 21 रेलवे भर्ती बोर्ड को अब तक की परीक्षाओं में अयोग्य घोषित हो चुके 10 हजार से भी अधिक अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की है। कोई भी रेलवे भर्ती बोर्ड अपने क्षेत्र में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने से पहले उनका ब्योरा इसी सूची से मिलान करता हैं।
बोर्ड ने इलाहाबाद रेलवे भर्ती बोर्ड को नकल संबंधी प्रकरणों के लिए नोडल एजेंसी बना रखा है। वहीं से नियमित रूप से अयोग्य घोषित अभ्यर्थियों की सूची अपडेट होती रहती है।
इन भर्तियों में पकड़े गए अभ्यर्थी
पिछले 10 वर्षों में पूरे देश में रेलवे में हुई भर्ती परीक्षा के दौरान पकड़े गए अभ्यर्थियों का नाम इस सूची में हैं। इनमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, सहायक स्टेशन मास्टर, सेक्शन इंजीनियर, गार्ड, टिकट कलक्टर, टिकट निरीक्षक, लिपिक, लेखाधिकारी सहित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद के लिए हुई परीक्षाएं शामिल हैं।
मुख्य परीक्षाएं 17 से
रेलवे में 18 हजार 252 पदों के लिए दूसरे स्तर की मुख्य लिखित परीक्षा 17 से 19 जनवरी तक आयोजित होनी है। इसमें पूरे देश में लगभग पौने दो लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे।
इनका कहना है
अनुचित साधनों के प्रयोग से जांच होने तक भर्ती प्रक्रिया अवरुद्ध हो जाती है। इससे मेहनती और गंभीर अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। रेलवे परीक्षाओं में इस तरह की गतिविधियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आर. के. जैन, अध्यक्ष रेलवे भर्ती बोर्ड अजमेर
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