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2012 वाले 40000 शिक्षको को लग सकता हे झट्का : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

2012 वालो का सरकार पर वेतन संबधी मांग एवम् स्थाईकरण की मान को लेकर बार बार हो रहे धरनो एवम् दबाव का सर्कार ने कुछ इस प्रकार हल निकाला है।
2012 की भर्ती अवैध है कई नियमो का उल्लंघन हुआ है अतः इस भर्ती को सरकार रद्द करने की योजना बना रही हे

जिला शिक्षा अधिकारी नई नीति पर 5 को करेंगे मंथन : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जिला शिक्षा अधिकारी नई नीति पर 5 को करेंगे मंथन
जयपुर | नईशिक्षा नीति बनाने के लिए 17 जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी 5 अगस्त को जयपुर में जुटेंगे। वे शिक्षा संकुल में आयोजित होने वाली इस डीईओ की बैठक में वे शिक्षा नीति से संबंधित कई बिंदुओं पर मंथन करेंगे। पहले यह बैठक 29 जुलाई को होने वाली थी, लेकिन एनवक्त पर इसे स्थगित कर दिया गया था। बैठक की नई तिथि 5 अगस्त तय की गई है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया था कि व्यावसायिक शिक्षा के सुदृढ़ीकरण, स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार सहित कई विषयों पर जिला शिक्षा अधिकारियों से भी सुझाव लिए जाए।

हर स्कूल को मिलेंगे पांच से 12 हजार रुपए : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जिले के सरकारी स्कूलों को अब बिजली, पानी, टेलीफोन अन्य खर्चों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) ने जिले के सभी सरकारी स्कूलों के लिए एक करोड़ 43 लाख 70 हजार रुपए की शाला अनुदान राशि जारी की है। प्रत्येक स्कूल को पांच से लेकर 12 हजार रुपए वार्षिक अनुदान राशि मिलेगी और ये राशि हर साल दी जाएगी।
एसएसए की गाइडलाइन के अनुसार प्राइमरी स्कूल को पांच हजार, उप्रा स्कूल को 12 हजार, कक्षा एक से 10 या 12 तक संचालित होने वाले माध्यमिक उच्च माध्यमिक स्कूलों को 12 हजार रुपए वार्षिक अनुदान जारी किया गया है। इसी तरह कक्षा छह से 12 तक संचालित होने वाले स्कूलों को सात हजार रुपए वार्षिक अनुदान मिलेगा। एपीसी चरणसिंह ने बताया कि उक्त राशि को खर्च करने संबंधी गाइडलाइन एसएसए के ब्लॉक कार्यालयों से प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि स्कूल सुविधा राशि का उपयोग फर्नीचर खरीदने जलपान के लिए नहीं किया जा सकता।

राज्य स्तरीय धरने में जिले के सौ शिक्षक हुए शामिल : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

चित्तौडग़ढ़़। जिले से करीबन सौ शिक्षकों ने प्रगतिशील शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री बंशी लाल जाट के नेतृत्व में जयपुर के उद्योग मैदान में आयोजित धरने में भाग लिया। संघ के जिलाध्यक्ष कालूराम खटीक ने बताया कि धरने में प्रदेशभर से आये एक लाख से अधिक शिक्षक शामिल हुए। तेज बारिश के बावजूद शिक्षक धरना स्थल पर ही डटे रहे। शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के प्रति विरोध प्रकट करते हुए मांगे पूर्ण करने का सरकार से आह्वान किया।

सरकार के खिलाफ शिक्षकों ने किया जोरदार प्रदर्शन : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जयपुर (मोन्य)। शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ  बुधवार को राजधानी जयपुर में प्रदेशभर से शिक्षक उमड़ पड़े। हालांकि लाखों को बुलावे के बाद हजारों की संख्या में ही उद्योग मैदान पहुंचे। यहां इन शिक्षकों ने समय बढ़ोतरी, स्टार्फिंग पैटर्न, निजीकरण सहित कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ  जोरदार प्रदर्शन किया और शाम साढ़े पांच बजे तक धरने पर बैठे रहे। प्रदर्शन में राज्य के 32 से अधिक संगठनों ने हिस्सा लिया। शिक्षकों ने मांगें नहीं माने जाने पर आगे भी आन्दोलन जारी रखने की बात कही है।

नहीं आए बच्चों के अच्छे दिन, शिक्षकों के लिए विद्यार्थी सड़क पर : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

बूंदी. नैनवां उपखंड के खानपुरा पंचायत के मानपुरा गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी से खफा छात्र-छात्राओं ने गुरुवार सुबह विद्यालय के ताला लगा दिया। बाद में नैनवां-बूंदी वाया बांसी मार्ग पर जाम लगा दिया। बच्चों के समर्थन में ग्रामीण भी सड़क पर उतर आए। छात्रों ने बताया कि विद्यालय में आठ कक्षाओं को पढ़ाने के लिए तीन अध्यापक लगे हैं। प्रधानाध्यापक का पद रिक्त है।

हजारों शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ भरी हुंकार : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जयपुर। शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ प्रदेशभर से हजारों शिक्षक उद्योग मैदान पर उमड़ पड़े। इन शिक्षकों ने स्कूलों में समय बढ़ोतरी, स्टाफिंग पैटर्न, निजीकरण सहित कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। 
करीब 32 से अधिक शिक्षक संगठनों ने सरकार को चेताया कि उनकी मांगें नहीं मानी तो अगले माह प्रदेशभर में लाखों शिक्षक धरना-प्रदर्शन करेंगे। आक्रोशित शिक्षकों ने राज्य सरकार व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी के खिलाफ जमकर भड़ांस निकाली। राजस्थान शिक्षा एवं शिक्षक बचाओ संयुक्त मोर्चा के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में सबसे पहले मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान शिक्षकों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इसके बाद शिक्षकों ने सीएम आवास के घेराव करने के ऐलान कर दिया।

शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन पर दो माह तक रोक : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जैसलमेर। एक बार फिर पंचायतीराज विभाग से शिक्षा विभाग में आने वाले शिक्षकों की सेटअप परिवर्तन की प्रक्रिया बाधित हो गई है। आनन फानन में किए गए तृतीय श्रेणी शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन की प्रक्रिया को शिक्षा विभाग ने अघोषित तौर पर दो महीने के लिए स्थगित कर दिया है। अब यह काम अक्टूबर में ही हो पाएगा। पिछले दिनों शिक्षकों को पंचायती राज विभाग से शिक्षा विभाग में लिया गया था। प्रदेश स्तर पर बडी संख्या में शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन होने से विभाग इनका पदस्थापन नहीं कर पाया और उनके वेतन का संकट खडा गया था। 

अध्यापक भर्ती परीक्षा 'रीट' का रास्ता साफ : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

तृतीय श्रेणी अध्यापकों की भर्ती के लिए राज्य अध्यापक पात्रता सह भर्ती परीक्षा (रीट)  की अधिसूचना सिंतबर में जारी होगी। परीक्षा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान कराएगा। राज्य सरकार ने भर्ती  परीक्षा में आ रही  विधिक अड़चन को दूर कर दिया है। 

राज्य में वर्ष 2012 के बाद तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती के लिए परीक्षा नहीं हुई है। वर्ष 2011 और 2012 में राज्य अध्यापक पात्रता परीक्षा 'आरटेटÓ का आयोजन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने किया था। इन परीक्षाओं में राज्य सरकार द्वारा कट ऑफ माक्र्स में छूट को लेकर विवाद खड़ा हो गया और मामला उच्च न्यायालय तक पहुंच गया। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिर शिक्षा बोर्ड आरटेट-2012 का परिणाम जारी कर पाया था। 

शिक्षक संगठनों का विरोध प्रदर्शन उचित - कांग्रेस : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जयपुर , 29 जुलाई (वार्ता) राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ने शिक्षक संगठनों द्वारा सरकार के खिलाफ किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को उचित बताते हुये इसे सरकार की हठधर्मिता से प्रेरित कदम बताया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रमुख डा़ अर्चना शर्मा ने आज कहा कि जबसे भाजपा सरकार बनी है तब से शिक्षा को लेकर विभिन्न प्रकार के प्रयोग किये जा रहे हैं जिसके परिणामस्वरुप गत डेढ़ वर्ष में शिक्षकों एवं छात्रों में सरकार की अंगभीर प्रवृत्ति के प्रति आक्रोश व्याप्त हो गया है।

तीन युवाओं ने दूर की शिक्षकों की कमी : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जाखड़ांवाली । शिक्षकों की कमी के चलते  गांव के सरकारी स्कूल से बच्चों का पलायन रोकने के लिए  तीन युवा आगे आए और बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाना शुरू कर दिया।  इससे न केवल बच्चों का पलायन रुका बल्कि स्कूल के अस्तित्व पर छाया संकट भी टल गया।  यह कहानी है चक 13 एसपीडी के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की।  इस स्कूल में चक और आसपास की ढाणियों के 61 बच्चे अध्ययनरत हैं।

11,000 को ड्यूटी, 19,000 बेरोजगार! : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

बाड़मेर राज्य में होमगार्ड के करीब तीस हजार जवानों को न तो पर्याप्त रोजगार मिल रहा है, न ही ये बेरोजगार की श्रेणी में हैं। रोटेशन के आधार पर इन्हें रोजगार मिल रहा है। इसके तहत चार महीने रोजगार व आठ महीने खाली हाथ रहना पड़ रहा है।  इन हालात में जवानों के सामने रोजी रोटी का गंभीर संकट है। हालांकि हाईकोर्ट व मानवाधिकार आयोग की एकल पीठ ने होमगार्ड जवानों को पुलिस कांस्टेबल के न्यूनतम वेतन के समकक्ष मानदेय व नियमित ड्यूटी देने के आदेश राज्य सरकार को दिए हैं, लेकिन ये आदेश क्रियान्वित नहीं हुए हैं। होमगार्ड के जवान इन आदेशों की क्रियान्विति का इंतजार कर रहे हैं। 

यूजीसी की शिक्षक भर्ती में 2009 से पूर्व के पीएचडी धारकों को नेट-स्लेट से छूट : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जोधपुर. यूजीसी की एक उच्च स्तरीय कमेटी ने वर्ष 2009 से पूर्व पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने और पीएचडी कर चुके स्कॉलर्स व होल्डर्स को शिक्षक भर्ती में नेट-स्लेट की अनिवार्यता से छूट दी है। कमेटी ने तीन चरणों में सिफारिशें की है, जिसके आधार पर शीघ्र ही नोटिफिकेशन जारी होगा। आदेश का असर जेएनवीयू की विवादित शिक्षक भर्ती पर भी पड़ेगा। नए नियमों में अब तक अयोग्य माने जाने वाले अधिकांश शिक्षक योग्य हो जाएंगे।
यूजीसी ने 2009 के बाद पीएचडी करने वाले शोधार्थियों को शिक्षक भर्ती में नेट व स्लेट की बाध्यता से मुक्त किया था। इससे पूर्व पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों पर बाध्यता लागू थी। इस वजह से वे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अयोग्य माने जाते थे। इस निर्णय का देश भर में विरोध चल रहा था। राज्यपाल व विवि के कुलाधिपति कल्याण सिंह ने हाल में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी व यूजीसी के अध्यक्ष वेदप्रकाश को पत्र लिखकर इन अभ्यर्थियों को राहत की सिफारिश की थी।

शिक्षा विभाग- नई शिक्षा नीति के लिए कल तक लिए जाएंगे सुझाव : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

कोटा | नईराष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए शिक्षा विभाग ने संस्था प्रधानों से सुझाव मांगे हैं। 31 जुलाई तक उन्हें अपने सुझाव डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी नरेंद्र कुमार गहलोत ने बताया कि संस्था प्रधानों को इस संबंध में 27 जुलाई तक सुझाव अपलोड किए जाने थे, लेकिन कई संस्था प्रधानों ने इस संबंध में सुझाव नहीं भिजवाए हैं। संस्था प्रधानों को अब 31 जुलाई तक सुझाव भिजवाने हैं।

जोधपुर- पदोन्नति के बावजूद प्राचार्य पद पर नियुक्ति नहीं देने पर जवाब तलब : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश गोविंद माथुर जयश्री ठाकुर की खंडपीठ ने बुधवार को एक याचिका को विचारार्थ स्वीकार कर संगीत विषय के स्कूल व्याख्याता को प्राचार्य के रूप में पदोन्नत करने के बावजूद नियुक्ति नहीं देने के मामले में सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। याचिकाकर्ता घनश्याम गोस्वामी की ओर से अधिवक्ता सीएस कोटवानी ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता ने संगीत विषय में एमए कर रखी है। इसी अाधार पर उन्हें व्याख्याता पद पर नियुक्ति मिली थी। उन्हें प्राचार्य के रूप में पदोन्नति भी मिल गई, लेकिन अब पोस्टिंग नहीं दी जा रही है।

किसी शिक्षक का दो दिन में तो किसी का सप्ताह भर में दो-तीन बार तबादला : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

^मुझेदो दिन में दो बार हटा और लगा दिया। मुझे समझ नहीं आता मैं क्या करूं? मैं जॉइन करने जाऊं या दूसरी स्कूल के लिए रिलीव होने जाऊं? -जयकिशन पंचारिया, पीड़ित शिक्षक
पहले एक को भी तरसते थे, अब दो-दो प्रिंसिपल
डीपीसीसे पहले जिन सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूलों में बच्चे एक प्रिंसिपल को भी तरसते थे, वहां अब दो-दो प्रधानाचार्य लगाए हैं। कुछ जगहों पर पहले से ही प्रिंसिपल के कार्यरत होने के बाद भी पहले को हटाए बिना दूसरे को लगा दिया, तो कई जगह एक साथ दो प्रिंसिपल को लगा दिया। अब इन स्कूलों में दोनों प्रिंसिपल काम कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला राबाउमावि सरदारपुरा में है, जहां रामप्यारी सांखला अर्चना शर्मा, राउमावि बुड़किया में अशोक कुमार देवाराम विश्नोई, राउमावि कोकुंदा में चंद्रकिशोर रॉय ओमाराम चौधरी को लगाया है। इसके अलावा बिरामी, आसोप, भटियानाडी सहित दस स्कूलों में दाे-दो प्रिंसिपल लगाए गए हैं।

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद खत्म के विरोध में उतरे कर्मचारी : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जयपुर| राज्य सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद समाप्त करने का राजस्थान सहायक संघ ने विरोध किया। संघ के सभाध्यक्ष रामनारायण मीणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकार के इस निर्णय के विरोध में 7 अगस्त को सुबह 8 से 10 बजे तक जयपुर के राजकीय कार्यालयों, चिकित्सालयों, स्कूलों में विरोध प्रदर्शन और 2 सितंबर को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। बैठक में अखिल भारतीय राज्य सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री मदन सिंह, सचिव चंद्रशेखर गुर्जर भी मौजूद थे।

नए टीचर आने तक नहीं खाएंगे रात का खाना, साथ में बैठा पूरा गांव : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

श्रीगंगानगर. राजस्थान में श्रीगंगानगर के रावला कस्बे का गांव है, 3-केडी। करीब डेढ़ हजार लोग रहते हैं, यहां। एक सरकारी स्कूल है, 12वीं तक। इसमें करीब 225 बच्चे पढ़ते हैं। इस महीने की 10 तारीख से सब के सब धरने पर बैठे थे। मगर बुधवार से पूरा गांव इनके साथ हो लिया है। पंचायत ने तय किया है कि जब तक बच्चों की मांगें नहीं मानी जातीं, गांव के किसी घर में रात का खाना नहीं बनेगा।

सरकार के िखलाफ शिक्षकों का मेला : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

शिक्षाविभाग की नीतियों के खिलाफ बुधवार को राजधानी जयपुर में प्रदेशभर से शिक्षक उमड़ पड़े। हजारों की संख्या में उद्योग मैदान पहुंचे इन शिक्षकों ने समय बढ़ोतरी, स्टाफिंग पैटर्न, स्कूलों के निजीकरण के विरोध सहित 7 मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। इस प्रदर्शन में राज्य के 32 से अधिक शिक्षक संगठनों ने हिस्सा लिया।

12वींसाइंस पूरक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं ऑनलाइन जंचेंगी : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की पूरक परीक्षाएं ऑनलाइन ही जांची जाएंगी। बोर्ड ने बुधवार को टेंडर जारी कर दिया है। बोर्ड की अगले महीने में पूरक परीक्षाएं होंगी। बोर्ड ने प्रायोगिक तौर पर 12वीं कक्षा की पूरक परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं ऑनलाइन जंचवाई जाएंगी। इसके लिए बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि बोर्ड में डेमो हो चुका है। यह प्रयोग सफल रही तो बोर्ड इस व्यवस्था को सभी परीक्षाओं के लिए लागू कर सकता है।

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