अजमेर । माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की परीक्षाओं में अगले साल से विद्यार्थियों को अंकों की बजाय ग्रेड देने की व्यवस्था लागू हो सकती है। परिणाम प्रतिशत में प्रतिस्पर्धा और मेरिट में आने के लिए फर्जीवाड़े की आशंका को देखते हुए बोर्ड प्रशासन केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तर्ज पर ग्रेडिंग प्रणाली लाने पर विचार कर रहा है।
बोर्ड की ओर से आयोजित सैकंडरी स्कूल परीक्षा-2015 की मेरिट में एक ही विद्यालय के 17 विद्यार्थियों का नाम आने, निजी स्कूल संचालक की ओर से सीनियर सैकंडरी की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने वाले परीक्षकों को प्रलोभन देकर और धमका कर अपने विद्यार्थियों को मनचाहे अंक दिलाने का मामला सामना आने तथा सत्रांक व्यवस्था पर संदेह पैदा होने के बाद बोर्ड प्रशासन मौजूदा व्यवस्था पर बदलाव करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।