अलवर. जिले के हर गांव और ढाणी-ढाणी में युवा रीट की परीक्षा देने की तैयारियों में व्यस्त हैं। कई युवा अपनी दूसरी नौकरी छोडकऱ कुछ माह के लिए अपने घर आ गए हैं। बहुत सी नव विवाहिताएं अपने मायके में आकर तैयारी कर रही हैं। इसी प्रकार बहुत सी युवतियों ने घर का काम करना ही छोड़ दिया है और वो इस तैयारी में व्यस्त हैं।
रीट परीक्षा की प्रस्तावित तिथि 25 अप्रेल है। इस परीक्षा में प्रदेश में साढ़े चौदह लाख युवा परीक्षा देंगे जिसमें अलवर जिले के परीक्षार्थियों की संख्या 75 हजार है। केन्द्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षक भर्ती के लिए अब टेट पास करना अनिवार्य होगा। इससे तैयारी कर युवाओं में असमंजस है कि रीट की परीक्षा से पहले क्या टेट होना अनिवार्य है। कहीं इस आदेश का प्रभाव इस प्रस्तावित परीक्षा पर नहीं पड़े। दूसरी ओर प्रस्तावित परीक्षा तिथि 25 अप्रेल को महावीर जयंती है जिस दिन लोग इस परीक्षा को नहीं करा कर अन्य तिथि पर कराने की मांग कर रहे हैं। इन दिनों बीएड और एसटीसी की भी परीक्षाएं होती हैं जिसको लेकर विद्यार्थी इसकी तिथि में फेरबदल की मांग कर रहे हैं।
युवा तैयारियों में व्यस्त-
इस असमंजस के बीच युवा रीट की तैयारी जोरदार तरीके से कर रहे हैं। युवाओं का लक्ष्य किसी भी तरीके से इस परीक्षा में अच्छे अंक लाने का है जिससे लड़कियां अधिक आगे हैं। जिले भर में कोचिंग संस्थान रीट की तैयारी करवा रहे हैं। इसमें स्कूली शिक्षा से जुड़ी हुई पुस्तकों के पाठ में आने के कारण बहुत से युवा शिक्षकों से उनके स्कूलों से कक्षा 6 से 10 वीं तक के कोर्स की कई किताबें मंगवा रहे हैं।
ससुराल में काम छोड़ा, सास खिला रहे बच्चे-
शिक्षक की सरकारी नौकरी लगने की आस में बहुत सी विवाहिताएं जमकर तैयारी कर रही हैं। ऐसे में घर में उनकी सास को बर्तन मांजने पड़ रहे हैं तो कहीं रोटी बना रही हैं। बहुत सी बहुए दिन -रात पढ़ रही हैं और घर में उनको डिस्टर्ब नहीं किया जा रहा है।
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