जोधपुर जयनारायण व्यास
विश्वविद्यालय सिंडिकेट की ओर से 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स की बर्खास्तगी के
आदेश अभी तक नहीं मिले। 11 मई को हुई सिंडीकेट की बैठक में 2013 में चयनित
हुए 34 शिक्षकों को आवेदन की अंतिम तिथि तक यूजीसी रेगुलेशन 2009 व 2010
के तहत योग्य नहीं माना और सभी सदस्यों ने उन्हें सेवा से पृथक करने पर
अपनी सहमति दे दी, लेकिन तीन दिन बाद भी इन 34 असिस्टेंट प्रोफेसर को
बर्खास्त करने के आदेश नहीं मिले हैं। इतना ही नहीं, अधिकारिक रूप से इन
सभी को इस निर्णय के बारे के अवगत भी नहीं कराया गया है।
शिक्षकों को अवगत करवा दिया जाएगा
कुलपति डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि जो भी सिंडिकेट के अंतिम निर्णय की अनुपालना में काम चल रहा है आगामी दिनों में सभी शिक्षकों को अवगत करवा दिया जाएगा। वहीं रविवार को कुलपति कार्यालय खुला और कर्मचारी बर्खास्त करने के आदेश की प्रक्रिया पूरी करने में लगे रहे।
धरने की होगी वीडियोग्राफी
सिंडिकेट के निर्णय से अवगत नहीं कराने के विरोध में सभी 34 शिक्षक चौथे दिन धरने पर बैठे हैं। वहीं इस सूचना से सिंडिकेट ने पूरी भर्ती रद्द करने की सिफारिश कर दी है तो शेष शिक्षक भी धरनार्थियों के साथ रविवार को शामिल हुए। वहीं कुलपति डॉ. सिंह ने बताया कि सोमवार से धरने की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
सिंडिकेट सदस्यों को मिल रहीं धमकियां
जेएनवीयू के 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स को बर्खास्त करने के बाद सिंडिकेट सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं। कुछ सिंडिकेट सदस्यों ने बताया कि 11 मई को हुई सिंडिकेट की बैठक के बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं।
धरने पर मनाया मदर्स-डे
धरने पर बैठे 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स में कुछ महिला शिक्षिकाएं भी हैं। इन महिला शिक्षिकाओं का कहना है कि रविवार को पूरी दुनिया मदर्स-डे मना रही थी और वे तीन दिन से अपने बच्चों से दूर धरने पर बैठी हैं। इन महिला शिक्षिकाओं ने धरना स्थल पर अपने बच्चों को बुला कर मदर्स-डे मनाया। सबने मिलकर धरने पर केक काट कर एक-दूसरे को बधाइयां दीं।
शिक्षकों को अवगत करवा दिया जाएगा
कुलपति डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि जो भी सिंडिकेट के अंतिम निर्णय की अनुपालना में काम चल रहा है आगामी दिनों में सभी शिक्षकों को अवगत करवा दिया जाएगा। वहीं रविवार को कुलपति कार्यालय खुला और कर्मचारी बर्खास्त करने के आदेश की प्रक्रिया पूरी करने में लगे रहे।
धरने की होगी वीडियोग्राफी
सिंडिकेट के निर्णय से अवगत नहीं कराने के विरोध में सभी 34 शिक्षक चौथे दिन धरने पर बैठे हैं। वहीं इस सूचना से सिंडिकेट ने पूरी भर्ती रद्द करने की सिफारिश कर दी है तो शेष शिक्षक भी धरनार्थियों के साथ रविवार को शामिल हुए। वहीं कुलपति डॉ. सिंह ने बताया कि सोमवार से धरने की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
सिंडिकेट सदस्यों को मिल रहीं धमकियां
जेएनवीयू के 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स को बर्खास्त करने के बाद सिंडिकेट सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं। कुछ सिंडिकेट सदस्यों ने बताया कि 11 मई को हुई सिंडिकेट की बैठक के बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं।
धरने पर मनाया मदर्स-डे
धरने पर बैठे 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स में कुछ महिला शिक्षिकाएं भी हैं। इन महिला शिक्षिकाओं का कहना है कि रविवार को पूरी दुनिया मदर्स-डे मना रही थी और वे तीन दिन से अपने बच्चों से दूर धरने पर बैठी हैं। इन महिला शिक्षिकाओं ने धरना स्थल पर अपने बच्चों को बुला कर मदर्स-डे मनाया। सबने मिलकर धरने पर केक काट कर एक-दूसरे को बधाइयां दीं।
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