कोटा. शिक्षकों को अध्यापन तकनीकी में सुधार करने के लिए सरकार ने छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया है, लेकिन कोटा में आयोजित शिविर का शिक्षकों ने विरोध कर दिया। शिक्षकों का आरोप है कि सरकार ने पर्याप्त संसाधन नहीं दिए। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि शिक्षकों के लिए पर्याप्त सुविधाएं जुटाई गई हैं।
रावतभाटा रोड स्थित डाइट और बारां रोड स्थित कृष्णा बीएड कॉलेज में आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। शिविरों में शामिल हुए शिक्षकों ने पर्याप्त सुविधाएं ना दिए जाने का आरोप लगाकर इनका विरोध शुरू कर दिया। राजस्थान प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण आवासीय नहीं गैर आवासीय होने चाहिए। केन्द्र पर पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। शिक्षकों के अनुपात में लेट-बाथ नहीं हैं। 50 शिक्षकों के कमरे में एक कूलर लगा है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। इसलिए शिक्षकों ने निर्णय किया कि वे रात आठ बजे बाद नहीं रुकेंगे। वहीं खैराबाद ब्लॉक में जवाहर नवोदय स्कूल में शिक्षक संघ राधाकृष्णन से जुड़े शिक्षकों ने आवासीय शिविर का विरोध किया। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
कोई कमी नहीं है
शिक्षकों के आरोपों को गलत बताते हुए डीईओ प्रारंभिक रामू मीणा ने कहा कि सरकार की तरफ से शिक्षक प्रशिक्षण के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। खाने व पीने के साथ ही कूलर व पंखों का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। सुरक्षा के लिए गार्ड भी लगाए गए है। इसके बावजूद भी यदि शिक्षक प्रशिक्षण स्थल पर नहीं रुकेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह था मकसद
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के मकसद से राज्य सरकार ने शिक्षकों की क्षमता संवर्धन के लिए कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन कराने वाले हिन्दी व पर्यावरण विषय के शिक्षकों के लिए ग्रीष्मकालीन आवासीय प्रशिक्षण शुरू किया है। जिसमें शिक्षकों को रहना भी पड़ेगा और उनकी बायोमेट्रिक हाजिरी भी लगाई जाएगी।
विरोध में उतरे शिक्षक संगठन
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय, राजस्थान प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ, राजस्थान शिक्षक कांग्रेस और राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर से जुड़े शिक्षकों ने कोटा में लगाए गए आवासीय शिविरों का विरोध किया है।
रावतभाटा रोड स्थित डाइट और बारां रोड स्थित कृष्णा बीएड कॉलेज में आवासीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। शिविरों में शामिल हुए शिक्षकों ने पर्याप्त सुविधाएं ना दिए जाने का आरोप लगाकर इनका विरोध शुरू कर दिया। राजस्थान प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण आवासीय नहीं गैर आवासीय होने चाहिए। केन्द्र पर पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। शिक्षकों के अनुपात में लेट-बाथ नहीं हैं। 50 शिक्षकों के कमरे में एक कूलर लगा है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। इसलिए शिक्षकों ने निर्णय किया कि वे रात आठ बजे बाद नहीं रुकेंगे। वहीं खैराबाद ब्लॉक में जवाहर नवोदय स्कूल में शिक्षक संघ राधाकृष्णन से जुड़े शिक्षकों ने आवासीय शिविर का विरोध किया। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
कोई कमी नहीं है
शिक्षकों के आरोपों को गलत बताते हुए डीईओ प्रारंभिक रामू मीणा ने कहा कि सरकार की तरफ से शिक्षक प्रशिक्षण के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। खाने व पीने के साथ ही कूलर व पंखों का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। सुरक्षा के लिए गार्ड भी लगाए गए है। इसके बावजूद भी यदि शिक्षक प्रशिक्षण स्थल पर नहीं रुकेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह था मकसद
विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के मकसद से राज्य सरकार ने शिक्षकों की क्षमता संवर्धन के लिए कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन कराने वाले हिन्दी व पर्यावरण विषय के शिक्षकों के लिए ग्रीष्मकालीन आवासीय प्रशिक्षण शुरू किया है। जिसमें शिक्षकों को रहना भी पड़ेगा और उनकी बायोमेट्रिक हाजिरी भी लगाई जाएगी।
विरोध में उतरे शिक्षक संगठन
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय, राजस्थान प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ, राजस्थान शिक्षक कांग्रेस और राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर से जुड़े शिक्षकों ने कोटा में लगाए गए आवासीय शिविरों का विरोध किया है।
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