जयपुर: कोरोना (Coronavirus) के चलते पिछले 8 महीनों से प्रदेश में स्कूलें बंद हैं और सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई किसी प्रकार से बाधित ना हो इसको लेकर शिक्षा विभाग (Education Department) लगातार नये-नये नवाचार अपना रहा है. पहले जहां दूरदर्शन, आकाशवाली और यूट्यूब के जरिए बच्चों तक शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाई गई, तो वहीं अब स्माइल-2 के तहत जिन बच्चों के पास फोन या टीवी नहीं है उनको घर-घर जाकर होमवर्क देने के निर्देश दिए गए हैं.
विभाग की ओर से कक्षा 1 से कक्षा 8वीं तक के ऐसे बच्चों को घर-घर जाकर होमवर्क (Home Work) देकर और उसको जांचने के निर्देश दिए गए हैं, जिसका विरोध शिक्षक संगठनों (Teacher) ने करना शुरू कर दिया है. साथ ही शिक्षा विभाग के इस पर फिर से विचार करने की गुहाल लगाई है.
शिक्षक संघ राधाकृष्णन जिला अध्यक्ष कैलाश सैन कहना है कि 'प्रदेश में इस समय कोरोना के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. शिक्षकों का खुद के स्वास्थ्य के साथ ही अपने परिवार के स्वास्थ्य की भी जिम्मेदारी है. ऐसे में अगर शिक्षक घर-घर जाकर होमवर्क देने का काम करेंगे तो उनके कोरोना की जद में आने की पूरी संभावना है. ऐसे में शिक्षा विभाग को इस आदेश पर फिर से विचार करना चाहिए,,और प्रदेश के लाखों शिक्षकों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए.'
No comments:
Post a Comment