भास्कर संवाददाता | चित्तौड़गढ़ तीन बार तारीख बदलने के बाद आखिरकार सोमवार को आरपीएससी की ओर से ग्रुप
सैकंड की सामान्य ज्ञान परीक्षा भी हो गई। जिले में 4712 नामांकित
अभ्यर्थियों में से 3898 ने भाग लिया। परीक्षा में कई दिलचस्प नजारे भी
देखने को मिले।
जिला मुख्यालय इसके आसपास कुल 14 केंद्रों पर इस परीक्षा में कुल 82.72 फीसदी डिग्रीधारी अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही। 814 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। सुबह नौ बजते ही अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। दस से 12 बजे तक ओएमआरशीट से आफलाइन परीक्षा होने के बाद पेपर कड़ी सुरक्षा में ट्रेजरी में पहुंचाए गए। सतर्कता दल में शामिल एसडीएम सुरेशचंद, डीएसपी गजेंद्रसिंह जोधा, भदेसर, निम्बाहेड़ा एसडीएम के साथ डिप्टी कोर्डिनेटर एडीपीसी सत्यनारायण शर्मा, एडीईओ शांतिलाल सुथार, राजेेंद्र शर्मा राउंड पर रहे। उल्लेखनीय है कि 26 अप्रैल को जीके का प्रथम ग्रुप का पेपर हुआ था। सोमवार को सामाजिक ज्ञान, विज्ञान, अंग्रेजी, पंजाबी विषय से संबंधित अभ्यर्थियों ने जीके का पेपर दिया।
बच्चों को संभालती महिला अभ्यर्थी।
दादा-दादी नाना-नानी आए साथ : कईमहिला अभ्यर्थियों को पेपर दिलवाने बाहर उनके बच्चों को संभालने के लिए दादा-दादी या नाना-नानी, मौसी, बूआ, भाभी या बहन आईं। नीमच के अभ्यर्थी लाभचंद के साथ उनकी प|ी दो माह की बच्ची भी आईं।
अब आॅनलाइन सब्जेक्ट पेपर की तैयारी
आरपीएसएसीने वरिष्ठ अध्यापक के साढ़े छह हजार पदों के लिए अनिवार्य जीके पेपर दो चरणों में पूरा कर लिया। अब अभ्यर्थियों को जून में विषय संबंधी पेपर की तारीख का इंतजार है। इस बार ये परीक्षा आनलाइन होगी। लिहाजा अभ्यर्थी सब्जेक्ट वाइज तैयारी करने के अलावा कम्प्यूटर ज्ञान भी ले रहे हैं। आरपीएससी ने एनवक्त पर परीक्षा तिथि में संशोधन कर दिया था।
येपरीक्षाएं भी इसी पखवाड़े :सात मई को आरएससीआईटी और 14 मई को प्री बीएड अथवा पीटीईटी का पेपर होगा। इसमें भी हजारों अभ्यर्थी भाग लेंगे। इसके बाद न्यायिक कर्मियों के पदों के लिए परीक्षा होगी।
एक महिला काे परीक्षा दिलाने के खातिर परिवार के पांच लोग आए। कारण, उसके एक माह पहले ही दो जुडवां बच्चे हुए थे। इन बच्चों की सार संभाल के लिए उसके पति और दो भाभियों ने केंद्र के बाहर डयूटी दी। कपासन के धमाना निवासी नीलम चौधरी ने 30 मार्च को दो जुडवां बच्चों को जन्म दिया। सरकारी नौकरी के लिए मेहनत खाली जाए, इसलिए परिवार के पांच सदस्य उसे परीक्षा दिलवाने जिला मुख्यालय लाए। एक वैन में ड्राइवर के साथ उसके पति कालूलाल दोनों भाभी राधा सुमन आईं।
जिला मुख्यालय इसके आसपास कुल 14 केंद्रों पर इस परीक्षा में कुल 82.72 फीसदी डिग्रीधारी अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही। 814 अभ्यर्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। सुबह नौ बजते ही अभ्यर्थियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। दस से 12 बजे तक ओएमआरशीट से आफलाइन परीक्षा होने के बाद पेपर कड़ी सुरक्षा में ट्रेजरी में पहुंचाए गए। सतर्कता दल में शामिल एसडीएम सुरेशचंद, डीएसपी गजेंद्रसिंह जोधा, भदेसर, निम्बाहेड़ा एसडीएम के साथ डिप्टी कोर्डिनेटर एडीपीसी सत्यनारायण शर्मा, एडीईओ शांतिलाल सुथार, राजेेंद्र शर्मा राउंड पर रहे। उल्लेखनीय है कि 26 अप्रैल को जीके का प्रथम ग्रुप का पेपर हुआ था। सोमवार को सामाजिक ज्ञान, विज्ञान, अंग्रेजी, पंजाबी विषय से संबंधित अभ्यर्थियों ने जीके का पेपर दिया।
बच्चों को संभालती महिला अभ्यर्थी।
दादा-दादी नाना-नानी आए साथ : कईमहिला अभ्यर्थियों को पेपर दिलवाने बाहर उनके बच्चों को संभालने के लिए दादा-दादी या नाना-नानी, मौसी, बूआ, भाभी या बहन आईं। नीमच के अभ्यर्थी लाभचंद के साथ उनकी प|ी दो माह की बच्ची भी आईं।
अब आॅनलाइन सब्जेक्ट पेपर की तैयारी
आरपीएसएसीने वरिष्ठ अध्यापक के साढ़े छह हजार पदों के लिए अनिवार्य जीके पेपर दो चरणों में पूरा कर लिया। अब अभ्यर्थियों को जून में विषय संबंधी पेपर की तारीख का इंतजार है। इस बार ये परीक्षा आनलाइन होगी। लिहाजा अभ्यर्थी सब्जेक्ट वाइज तैयारी करने के अलावा कम्प्यूटर ज्ञान भी ले रहे हैं। आरपीएससी ने एनवक्त पर परीक्षा तिथि में संशोधन कर दिया था।
येपरीक्षाएं भी इसी पखवाड़े :सात मई को आरएससीआईटी और 14 मई को प्री बीएड अथवा पीटीईटी का पेपर होगा। इसमें भी हजारों अभ्यर्थी भाग लेंगे। इसके बाद न्यायिक कर्मियों के पदों के लिए परीक्षा होगी।
एक महिला काे परीक्षा दिलाने के खातिर परिवार के पांच लोग आए। कारण, उसके एक माह पहले ही दो जुडवां बच्चे हुए थे। इन बच्चों की सार संभाल के लिए उसके पति और दो भाभियों ने केंद्र के बाहर डयूटी दी। कपासन के धमाना निवासी नीलम चौधरी ने 30 मार्च को दो जुडवां बच्चों को जन्म दिया। सरकारी नौकरी के लिए मेहनत खाली जाए, इसलिए परिवार के पांच सदस्य उसे परीक्षा दिलवाने जिला मुख्यालय लाए। एक वैन में ड्राइवर के साथ उसके पति कालूलाल दोनों भाभी राधा सुमन आईं।
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