अजमेर।सीबीएसई सत्र 2016-17 में बारहवीं की परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन की सुविधा नहीं देगा। बेहद बोझिल और खर्चीली होने के कारण उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिश के बाद बोर्ड इसे खत्म कर चुका है।
बोर्ड ने सत्र 2014-15 में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पुनर्मूल्यांकन व्यवस्था शुरू की थी।
इसके तहत इंग्लिश कोर, इंग्लिश इलेक्टिव, हिंदी कोर, हिंदी इलेक्टिव, गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायलॉजी, बिजनेस स्टीज, इकोनॉमिक्स और एकाउंटेंसी विषय शामिल किए गए।
इसीलिए खत्म की व्यवस्था
बोर्ड का मानना है कि बारहवीं और दसवीं के विद्यार्थियों के अंकगणना और कॉपी की फोटो प्रति लेने की सुविधा पर्याप्त है।
27 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की परीक्षा लेने वाले बोर्ड को पुनर्मूल्यांकन के लिए दो साल में सिर्फ 2 लाख आवेदन ही मिले। विद्यार्थियों का रुझान नहीं होने से इसे खत्म करने का फैसला किया गया।
बोर्ड ने सत्र 2014-15 में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पुनर्मूल्यांकन व्यवस्था शुरू की थी।
इसके तहत इंग्लिश कोर, इंग्लिश इलेक्टिव, हिंदी कोर, हिंदी इलेक्टिव, गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायलॉजी, बिजनेस स्टीज, इकोनॉमिक्स और एकाउंटेंसी विषय शामिल किए गए।
इसीलिए खत्म की व्यवस्था
बोर्ड का मानना है कि बारहवीं और दसवीं के विद्यार्थियों के अंकगणना और कॉपी की फोटो प्रति लेने की सुविधा पर्याप्त है।
27 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की परीक्षा लेने वाले बोर्ड को पुनर्मूल्यांकन के लिए दो साल में सिर्फ 2 लाख आवेदन ही मिले। विद्यार्थियों का रुझान नहीं होने से इसे खत्म करने का फैसला किया गया।
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