बांसवाड़ा। जिले में पंचायत सहायक भर्ती की चयन प्रक्रिया के दौरान हंगामे के बाद शनिवार को भी दिनभर गहमागहमी रही। दूसरे दिन वंचितों के साक्षात्कार को लेकर पीईओ असमंजस में रहे, वहीं विद्यार्थी मित्र सहित अन्य अभ्यर्थी प्रक्रिया में भाग लेना नहीं मिलने पर खफा रहे।
विद्यार्थी मित्रों ने जिला कलक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक-माध्यमिक से भेंटकर पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए भर्ती में वरीयता के लिए स्पष्ट जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की। शाम तक शिक्षा विभाग के कार्यालयों में अभ्यर्थियों की भीड़ जुटी रही। अभ्यर्थियों ने मुख्य गेट के सामने बैठकर अपनी मांगे दोहराई।
पीईओ ने दिया धरना, जताया विरोध
भर्ती के नियमों में उलझे पीईओ ने भी शिक्षा विभाग के दफ्तर में धरना दिया। यहां चयन प्रक्रिया पूरी कर तीन नाम देने के लिए बाध्य करने का विरोध करते हुए इसके लिए पर्याप्त समय व सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही गई। शिक्षा अधिकारियों की समझाइश के बाद पीईओ वार्ता के लिए कलक्टर के पास पहुंचे, जहां भी अब तक सामने आई समस्याएं बयां की।
पीईओ ने कहा कि एसएमसी का सहयोग नहीं मिल रहा है, ऐसे में चयन प्रक्रिया कैसे की जाए ? जिस पर अधिकारी ने कहा कि चयन के लिए दी जाने वाली सूची में जो भी आधार व स्थितियां हैं, उनकी अनुशंसा के बाद लिफाफे दिए जाएं। इस दौरान पीईओ ने न्यायिक प्रकरण बनने पर इससे दूर रखने, सुरक्षा एवं चयन के लिए रविवार को भी समय देने की मांग रखी।
बेरोजगारों से खिलवाड़ ठीक नही
इधर, विद्यार्थी मित्रों ने भी साक्षात्कार प्रक्रिया में कई को वंचित रखने एवं उचित सहयोग नहीं मिलने पर रोष जताया। विद्यार्थी मित्रों का कहना था कि एसएमसी के दबाव में विद्यार्थी मित्रों को साक्षात्कार में शामिल नहीं कर खिलवाड़ किया जा रहा है, जिससे भविष्य दांव पर है। कुछ के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार भी हुआ है। विद्यार्थी मित्रों ने ग्राम पंचायत स्तर पर व्यवधान के हालात में जिला स्तर पर साक्षात्कार लेकर चयन प्रक्रिया में वरीयता देने की मांग दोहराई।
20 तक होगी प्रक्रिया
जिन ग्राम पंचायतों में साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है वहां बीस तक यह काम पूरा करना होगा। उच्च स्तर से इस संबंध में निर्देश प्राप्त हुए हंै।
प्रेमजी पाटीदार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक
विद्यार्थी मित्रों ने जिला कलक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक-माध्यमिक से भेंटकर पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए भर्ती में वरीयता के लिए स्पष्ट जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की। शाम तक शिक्षा विभाग के कार्यालयों में अभ्यर्थियों की भीड़ जुटी रही। अभ्यर्थियों ने मुख्य गेट के सामने बैठकर अपनी मांगे दोहराई।
पीईओ ने दिया धरना, जताया विरोध
भर्ती के नियमों में उलझे पीईओ ने भी शिक्षा विभाग के दफ्तर में धरना दिया। यहां चयन प्रक्रिया पूरी कर तीन नाम देने के लिए बाध्य करने का विरोध करते हुए इसके लिए पर्याप्त समय व सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही गई। शिक्षा अधिकारियों की समझाइश के बाद पीईओ वार्ता के लिए कलक्टर के पास पहुंचे, जहां भी अब तक सामने आई समस्याएं बयां की।
पीईओ ने कहा कि एसएमसी का सहयोग नहीं मिल रहा है, ऐसे में चयन प्रक्रिया कैसे की जाए ? जिस पर अधिकारी ने कहा कि चयन के लिए दी जाने वाली सूची में जो भी आधार व स्थितियां हैं, उनकी अनुशंसा के बाद लिफाफे दिए जाएं। इस दौरान पीईओ ने न्यायिक प्रकरण बनने पर इससे दूर रखने, सुरक्षा एवं चयन के लिए रविवार को भी समय देने की मांग रखी।
बेरोजगारों से खिलवाड़ ठीक नही
इधर, विद्यार्थी मित्रों ने भी साक्षात्कार प्रक्रिया में कई को वंचित रखने एवं उचित सहयोग नहीं मिलने पर रोष जताया। विद्यार्थी मित्रों का कहना था कि एसएमसी के दबाव में विद्यार्थी मित्रों को साक्षात्कार में शामिल नहीं कर खिलवाड़ किया जा रहा है, जिससे भविष्य दांव पर है। कुछ के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार भी हुआ है। विद्यार्थी मित्रों ने ग्राम पंचायत स्तर पर व्यवधान के हालात में जिला स्तर पर साक्षात्कार लेकर चयन प्रक्रिया में वरीयता देने की मांग दोहराई।
20 तक होगी प्रक्रिया
जिन ग्राम पंचायतों में साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है वहां बीस तक यह काम पूरा करना होगा। उच्च स्तर से इस संबंध में निर्देश प्राप्त हुए हंै।
प्रेमजी पाटीदार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक
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