एमएसजेकॉलेज में मंगलवार को न्यायालय से स्थगन के बाद भी प्राचार्य ने व्याख्याता को ज्वॉइन नहीं कराया तो उन्होंने खुले में ही क्लास लगाकर पढ़ाई कराना शुरू कर दिया। विद्यार्थी भी व्याख्याता के समर्थन में उतर आए।
एमएसजे कॉलेज में राजनीति विज्ञान विषय के व्याख्याता अरविंद वर्मा का तबादला कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से 10 अक्टूबर को छोटी सादड़ी जिला प्रतापगढ़ कर दिया गया। इस पर न्यायालय ने दो दिसंबर को स्थानांतरण पर स्थगन आदेश दिया। इसके बाद वे कॉलेज में पहुंचे तो उनको आयुक्तालय से आदेश नहीं मिलने का हवाला देकर ज्वॉइन नहीं कराया। मंगलवार सुबह दुबारा पहुंचे। विद्यार्थी भी एकत्रित हो गए। व्याख्याता ने कॉलेज परिसर में ही ब्लैक बोर्ड लगा क्लास लगा दी। करीब एक घंटे तक व्याख्याता ने विद्यार्थियों को पढ़ाई कराई। जब कॉलेज प्रशासन ने ज्वॉइनिंग नहीं होने पर भी पढ़ाई कराने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वे तो अपना काम कर रहे हैं।
कहां-कहां हो चुका है तबादला
व्याख्याताने बताया कि ढाई साल के अंतराल में उनका आठ बार तबादला हुआ है। सबसे पहले धौलपुर, भरतपुर, सुमेरपुर पाली, भरतपुर, करवाड़ अजमेर, बाड़ी धौलपुर, शाहपुरा के बाद अब छोटी सादड़ी प्रतापगढ़ तबादला किया गया है। जो कि भरतपुर से करीब 600 किमी दूर हैं। ऐसे में तबादलों के कारण परेशान हो चुका हूं। अरविंद वर्मा राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य हैं।
व्याख्याता बोले-आरएसएस की विचारधारा अपनाने को करते हैं बाध्य
व्याख्याताअरविंद वर्मा ने बताया कि राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग में आरएसएस लगातार दखलंदाजी करता है कॉलेज के शिक्षकों को आरएसएस की शाखाओं में जाने के अलावा विचारधारा अपनाने के लिए बाध्य किया जाता है। जो शिक्षक इस प्रक्रिया का विरोध करते हैं उनकाे तबादलों के माध्यम से प्रताड़ित किया जाता है। यही कारण है कि ढाई साल में प्रदेशभर में 4200 कॉलेज शिक्षकों में से 3127 शिक्षकों के तबादले एवं कार्य व्यवस्थापन आदेश जारी किए हैं।
एमएसजे कॉलेज में राजनीति विज्ञान विषय के व्याख्याता अरविंद वर्मा का तबादला कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से 10 अक्टूबर को छोटी सादड़ी जिला प्रतापगढ़ कर दिया गया। इस पर न्यायालय ने दो दिसंबर को स्थानांतरण पर स्थगन आदेश दिया। इसके बाद वे कॉलेज में पहुंचे तो उनको आयुक्तालय से आदेश नहीं मिलने का हवाला देकर ज्वॉइन नहीं कराया। मंगलवार सुबह दुबारा पहुंचे। विद्यार्थी भी एकत्रित हो गए। व्याख्याता ने कॉलेज परिसर में ही ब्लैक बोर्ड लगा क्लास लगा दी। करीब एक घंटे तक व्याख्याता ने विद्यार्थियों को पढ़ाई कराई। जब कॉलेज प्रशासन ने ज्वॉइनिंग नहीं होने पर भी पढ़ाई कराने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वे तो अपना काम कर रहे हैं।
कहां-कहां हो चुका है तबादला
व्याख्याताने बताया कि ढाई साल के अंतराल में उनका आठ बार तबादला हुआ है। सबसे पहले धौलपुर, भरतपुर, सुमेरपुर पाली, भरतपुर, करवाड़ अजमेर, बाड़ी धौलपुर, शाहपुरा के बाद अब छोटी सादड़ी प्रतापगढ़ तबादला किया गया है। जो कि भरतपुर से करीब 600 किमी दूर हैं। ऐसे में तबादलों के कारण परेशान हो चुका हूं। अरविंद वर्मा राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य हैं।
व्याख्याता बोले-आरएसएस की विचारधारा अपनाने को करते हैं बाध्य
व्याख्याताअरविंद वर्मा ने बताया कि राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग में आरएसएस लगातार दखलंदाजी करता है कॉलेज के शिक्षकों को आरएसएस की शाखाओं में जाने के अलावा विचारधारा अपनाने के लिए बाध्य किया जाता है। जो शिक्षक इस प्रक्रिया का विरोध करते हैं उनकाे तबादलों के माध्यम से प्रताड़ित किया जाता है। यही कारण है कि ढाई साल में प्रदेशभर में 4200 कॉलेज शिक्षकों में से 3127 शिक्षकों के तबादले एवं कार्य व्यवस्थापन आदेश जारी किए हैं।
No comments:
Post a Comment