खाका तैयार, 10 करोड़ होंगे खर्च, शिल्पग्राम के पीछे नए साल से शुरू होगा काम, 27 माह में पूरा होगा निर्माण
लेकसिटी में राज्य सरकार, राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद कोलकाता, भारत सरकार और नगर विकास प्रन्यास उदयपुर के सहयोग से 10 करोड़ की लागत से उपक्षेत्रीय विज्ञान केंद्र बनेगा।
जहां प्रकृति और विज्ञान प्रेमियों को विभिन्न माध्यमों से विज्ञान की रोचक जानकारियां मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग उदयपुर के प्रोजेक्ट ऑफिसर मनीष जैन ने बताया कि केंद्र का खाका तैयार हो चुका है। निर्माण कार्य शिल्पग्राम के पीछे 6.4 हेक्टेयर भूमि पर जयपुर साइंस सेंटर की तर्ज पर नए साल से शुरू होगा। आवागमन के लिए यूआईटी ने 18 मीटर चौड़ी रोड बनवा दी है। 27 महीने में प्रोजेक्ट को पूरा करना प्रस्तावित है।
केंद्रमें यह होगा खास : केंद्रमें भव्य 7-डी मूवी थियेटर और एमपी थियेटर बनाए जाएंगे। इन थियेटरों में विज्ञान प्रेमियों को अंतरिक्ष, वन, पहाड़, पर्यावरण, प्राकृतिक स्रोत इत्यादि से संबंधित फिल्में दिखाई जाएंगी। मनोरंजन विज्ञान के तहत जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, आईटी, गणित इत्यादि की आकर्षक फन गैलरी भी बनेगी।
जयपुर,जोधपुर और झालावाड़ के बाद उदयपुर में ऐसा अनोखा सेंटर : जैनने बताया कि यह मेवाड़ का पहला अनोखा साइंस सेंटर होगा। ऐसे अनोखे साइंस सेंटर की सौगात अभी तक जयपुर, जोधपुर, झालावाड़ और उदयपुर को ही मिली है। यहां विषय विशेषज्ञ विज्ञान क्विज, सेमीनार, मेला, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, विज्ञान फिल्म शो इत्यादि के तहत विज्ञान का बारीकियां बताईं जाएंगी। बच्चों को आउटडोर पार्क में खेल-खेल में प्रारंभिक विज्ञान, जल, तारामंडल के बारे में भी बताया जाएगा। केंद्र का उद्देश्य बच्चों, विद्यार्थियों, शिक्षकों और विज्ञान प्रेमियों को सहजता के साथ विज्ञान की जीवंत जानकारी देना है।
इतने क्षेत्रफल में यह बनेगा
{प्रदर्शनीहॉल : 800 वर्ग मीटर।
{ऑडिटोरियम, वार्ता कक्ष, दो हॉल, जन {सुविधाएं : 500 वर्ग मीटर।
{ऑफिस, लेबोरेटरी इत्यादि : 200 वर्ग मीटर।
इनकाइतना सहयोग
यूआईटीउदयपुर : 5 करोड़ (सर्वाधिक)।
राज्य सरकार : 2.5 करोड़।
एनसीएसएम : 2.5 करोड़।
अनोखाहोगा केंद्र
^मेवाड़में यह अनोखा उपक्षेत्रीय विज्ञान केंद्र होगा। जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों, विज्ञान प्रेमियों आदि को जीवन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, आईटी, गणित इत्यादि की जीवंत जानकारी दी जाएंगी। यूआईटी ने इसके लिए सर्वाधिक 5 करोड़ राशि मंजूर की है। रवीन्द्रश्रीमाली, चेयरमैन नगर, विकास प्रन्यास उदयपुर
लेकसिटी में राज्य सरकार, राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद कोलकाता, भारत सरकार और नगर विकास प्रन्यास उदयपुर के सहयोग से 10 करोड़ की लागत से उपक्षेत्रीय विज्ञान केंद्र बनेगा।
जहां प्रकृति और विज्ञान प्रेमियों को विभिन्न माध्यमों से विज्ञान की रोचक जानकारियां मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग उदयपुर के प्रोजेक्ट ऑफिसर मनीष जैन ने बताया कि केंद्र का खाका तैयार हो चुका है। निर्माण कार्य शिल्पग्राम के पीछे 6.4 हेक्टेयर भूमि पर जयपुर साइंस सेंटर की तर्ज पर नए साल से शुरू होगा। आवागमन के लिए यूआईटी ने 18 मीटर चौड़ी रोड बनवा दी है। 27 महीने में प्रोजेक्ट को पूरा करना प्रस्तावित है।
केंद्रमें यह होगा खास : केंद्रमें भव्य 7-डी मूवी थियेटर और एमपी थियेटर बनाए जाएंगे। इन थियेटरों में विज्ञान प्रेमियों को अंतरिक्ष, वन, पहाड़, पर्यावरण, प्राकृतिक स्रोत इत्यादि से संबंधित फिल्में दिखाई जाएंगी। मनोरंजन विज्ञान के तहत जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, आईटी, गणित इत्यादि की आकर्षक फन गैलरी भी बनेगी।
जयपुर,जोधपुर और झालावाड़ के बाद उदयपुर में ऐसा अनोखा सेंटर : जैनने बताया कि यह मेवाड़ का पहला अनोखा साइंस सेंटर होगा। ऐसे अनोखे साइंस सेंटर की सौगात अभी तक जयपुर, जोधपुर, झालावाड़ और उदयपुर को ही मिली है। यहां विषय विशेषज्ञ विज्ञान क्विज, सेमीनार, मेला, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, विज्ञान फिल्म शो इत्यादि के तहत विज्ञान का बारीकियां बताईं जाएंगी। बच्चों को आउटडोर पार्क में खेल-खेल में प्रारंभिक विज्ञान, जल, तारामंडल के बारे में भी बताया जाएगा। केंद्र का उद्देश्य बच्चों, विद्यार्थियों, शिक्षकों और विज्ञान प्रेमियों को सहजता के साथ विज्ञान की जीवंत जानकारी देना है।
इतने क्षेत्रफल में यह बनेगा
{प्रदर्शनीहॉल : 800 वर्ग मीटर।
{ऑडिटोरियम, वार्ता कक्ष, दो हॉल, जन {सुविधाएं : 500 वर्ग मीटर।
{ऑफिस, लेबोरेटरी इत्यादि : 200 वर्ग मीटर।
इनकाइतना सहयोग
यूआईटीउदयपुर : 5 करोड़ (सर्वाधिक)।
राज्य सरकार : 2.5 करोड़।
एनसीएसएम : 2.5 करोड़।
अनोखाहोगा केंद्र
^मेवाड़में यह अनोखा उपक्षेत्रीय विज्ञान केंद्र होगा। जिसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों, विज्ञान प्रेमियों आदि को जीवन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, आईटी, गणित इत्यादि की जीवंत जानकारी दी जाएंगी। यूआईटी ने इसके लिए सर्वाधिक 5 करोड़ राशि मंजूर की है। रवीन्द्रश्रीमाली, चेयरमैन नगर, विकास प्रन्यास उदयपुर
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