भीलवाड़ा।
भर्ती निकलते ही गाइड लेकर पढ़ना शुरू कर देते हैं। निर्धारित सिलेबस को हाथ तक नहीं लगाते। जबकि सबसे महत्वपूर्ण है सिलेबस को समझना। जितना अच्छे से सिलेबस समझेंगे उतनी बेहतर तैयारी कर पाएंगे। यह मानना है राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल नांदसा के प्राचार्य लोकेश आसोपा का।
भर्ती निकलते ही गाइड लेकर पढ़ना शुरू कर देते हैं। निर्धारित सिलेबस को हाथ तक नहीं लगाते। जबकि सबसे महत्वपूर्ण है सिलेबस को समझना। जितना अच्छे से सिलेबस समझेंगे उतनी बेहतर तैयारी कर पाएंगे। यह मानना है राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल नांदसा के प्राचार्य लोकेश आसोपा का।