बीकानेर | छहडी के तहत प्रारंभिक शिक्षा के शिक्षकों को माध्यमिक में भेजने
का विरोध शुरू हो गया है। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की जिला कार्यकारिणी
की रविवार को इस संबंध में बैठक हुई। जिलामंत्री पृथ्वीराज लेघा ने बताया
कि प्रारंभिक शिक्षा में पहले से ही शिक्षकों का अभाव है।
इस सेटअप परिवर्तन से शिक्षकों के और पर कम हो जाएगा। प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने नए शिक्षकों की भर्ती करके पदों को भरने तक काउंसलिंग की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की। प्रदेश प्रतिनिधि रेवंतराम गोदारा ने बताया कि काउंसलिंग की पूर्व में कोई तैयारी नहीं की गई है। छह डी में किसी का चयन हुआ है इसके बारे में शिक्षकों को देर शाम तक पता नहीं चल पाया। यहीं नहीं रविवार को देर शाम तक काउंसलिंग का स्थान और सूची तैयार नहीं हुई। ऐसे में आननफानन में काउंसलिंग करने का कोई औचित्य नजर नहीं आता है। जिलाध्यक्ष संजय पुरोहित ने कहा कि यदि सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा के ढांचे में सुधार नहीं किया तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं वर्ष 2012 में जिले में नियुक्त शिक्षकों के स्थायीकरण आदेश जारी नहीं करने पर शिक्षकों ने नाराजगी जताई। बैठक में गणेश चौधरी, शिवकरण सिंह, कानाराम मांझू, भंवर सांगवा, धीरज सोनी आदि शिक्षक शामिल हुए।
इस सेटअप परिवर्तन से शिक्षकों के और पर कम हो जाएगा। प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने नए शिक्षकों की भर्ती करके पदों को भरने तक काउंसलिंग की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की। प्रदेश प्रतिनिधि रेवंतराम गोदारा ने बताया कि काउंसलिंग की पूर्व में कोई तैयारी नहीं की गई है। छह डी में किसी का चयन हुआ है इसके बारे में शिक्षकों को देर शाम तक पता नहीं चल पाया। यहीं नहीं रविवार को देर शाम तक काउंसलिंग का स्थान और सूची तैयार नहीं हुई। ऐसे में आननफानन में काउंसलिंग करने का कोई औचित्य नजर नहीं आता है। जिलाध्यक्ष संजय पुरोहित ने कहा कि यदि सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा के ढांचे में सुधार नहीं किया तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं वर्ष 2012 में जिले में नियुक्त शिक्षकों के स्थायीकरण आदेश जारी नहीं करने पर शिक्षकों ने नाराजगी जताई। बैठक में गणेश चौधरी, शिवकरण सिंह, कानाराम मांझू, भंवर सांगवा, धीरज सोनी आदि शिक्षक शामिल हुए।
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