पाली | जिलेकी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के समय पर स्कूल पहुंचने स्कूल
से बंक मारने से रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने अनोखी पहल की गई है। अब जिले
की सभी स्कूलों के संस्थाप्रधान को अपनी स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर का दिन
में दो बार फोटो खींचकर संबंधित पीईईओ के वाट्स-एप्प नंबर पर भेजना होगा।
खास बात तो यह कि शिक्षकों को स्कूल पहुंचने के 10 मिनट बाद स्कूल की छुट्टी होने के 10 मिनट बाद यह प्रक्रिया रोजाना चलेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके पीछे तर्क है कि इससे सभी शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे। साथ ही छुट्टी होने के बाद ही स्कूल से जा सकेंगे। इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। साथ ही शिक्षक हाजरी भर कर स्कूल से नहीं जा सकेंगे।
इधर, शिक्षकों ने जताया विरोध
इधर,इस आदेश के बाद शिक्षकों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया है। शिक्षकों नेने आरोप लगाया है कि इस प्रकार के आदेश सिर्फ शिक्षकों को औपचारिक रुप से परेशान करने वाला है। शिक्षकों के आरोप है कि इससे शिक्षकों को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है।
एक पीईईओ के अधीन 5 से 8 स्कूल
जिलेकी सभी ग्राम पंचायतों की स्कूलों को आदर्श रुप में विकसित करने के बाद पीईईओ की नियुक्ति की गई थी। इसमें एक पीईईओ के अधीन 5 से 8 स्कूल आती है। इसको वो बेहतर तरीके से शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए पीईईओ को निरीक्षण से लेकर बैठकें आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए थे।
पहले चरण में प्राथमिक शिक्षा की 1275 स्कूलों में नवाचार
पहलेचरण में प्राथमिक शिक्षा की 1275 स्कूलों में इसको लागू किया गया है। अगले चरण में इसको जिले की सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा की ज्यादातर स्कूलों ग्रामीण इलाकों में होने के चलते इसको काफी प्रभावी रुप से लागू किया जाएगा। इसको लेकर 29 जून को डीईओ प्रारंभिक गोरधनलाल सुथार माध्यमिक मोहनलाल जाट ने सभी पीईईअो की बैठक ली थी।
321 पीईईओ के पास पूरी मॉनिटरिंग
शिक्षाका स्तर सुधारने के लिए राज्य सरकार की और से जिले में नियुक्त 321 पीईईओं को यह जिम्मेदारी दी गई है। पीईईओ अपने अधीन आने वाली स्कूलों के संस्थाप्रधानों के मोबाइल नंबर से वाट्स-एप्प ग्रुप बनाकर यह प्रक्रिया करेंगे। जिस दिन किसी स्कूल का संस्थाप्रधान छुट्टी पर रहने पर कार्यवाहक संस्थाप्रधान को भी रजिस्टर का फोटो खींचकर भेजना होगा।
^पीईईओं की बैठक में इसको लेकर निर्देश दिए थे। इसको सभी पीईईओं ने नवाचार बताया। इससे शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे। -गोरधनलाल सुथार, डीईओ प्रारंभिक
स्कूलों में शिक्षकों के समय पर पहुंचने वापस छुट्टी होने के बाद भी स्कूल से जाने की सुनिश्चितता करने को लेकर वाट्स-एप के माध्यम से मॉनिटरिंग
खास बात तो यह कि शिक्षकों को स्कूल पहुंचने के 10 मिनट बाद स्कूल की छुट्टी होने के 10 मिनट बाद यह प्रक्रिया रोजाना चलेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके पीछे तर्क है कि इससे सभी शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे। साथ ही छुट्टी होने के बाद ही स्कूल से जा सकेंगे। इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। साथ ही शिक्षक हाजरी भर कर स्कूल से नहीं जा सकेंगे।
इधर, शिक्षकों ने जताया विरोध
इधर,इस आदेश के बाद शिक्षकों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया है। शिक्षकों नेने आरोप लगाया है कि इस प्रकार के आदेश सिर्फ शिक्षकों को औपचारिक रुप से परेशान करने वाला है। शिक्षकों के आरोप है कि इससे शिक्षकों को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है।
एक पीईईओ के अधीन 5 से 8 स्कूल
जिलेकी सभी ग्राम पंचायतों की स्कूलों को आदर्श रुप में विकसित करने के बाद पीईईओ की नियुक्ति की गई थी। इसमें एक पीईईओ के अधीन 5 से 8 स्कूल आती है। इसको वो बेहतर तरीके से शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए पीईईओ को निरीक्षण से लेकर बैठकें आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए थे।
पहले चरण में प्राथमिक शिक्षा की 1275 स्कूलों में नवाचार
पहलेचरण में प्राथमिक शिक्षा की 1275 स्कूलों में इसको लागू किया गया है। अगले चरण में इसको जिले की सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा की ज्यादातर स्कूलों ग्रामीण इलाकों में होने के चलते इसको काफी प्रभावी रुप से लागू किया जाएगा। इसको लेकर 29 जून को डीईओ प्रारंभिक गोरधनलाल सुथार माध्यमिक मोहनलाल जाट ने सभी पीईईअो की बैठक ली थी।
321 पीईईओ के पास पूरी मॉनिटरिंग
शिक्षाका स्तर सुधारने के लिए राज्य सरकार की और से जिले में नियुक्त 321 पीईईओं को यह जिम्मेदारी दी गई है। पीईईओ अपने अधीन आने वाली स्कूलों के संस्थाप्रधानों के मोबाइल नंबर से वाट्स-एप्प ग्रुप बनाकर यह प्रक्रिया करेंगे। जिस दिन किसी स्कूल का संस्थाप्रधान छुट्टी पर रहने पर कार्यवाहक संस्थाप्रधान को भी रजिस्टर का फोटो खींचकर भेजना होगा।
^पीईईओं की बैठक में इसको लेकर निर्देश दिए थे। इसको सभी पीईईओं ने नवाचार बताया। इससे शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे। -गोरधनलाल सुथार, डीईओ प्रारंभिक
स्कूलों में शिक्षकों के समय पर पहुंचने वापस छुट्टी होने के बाद भी स्कूल से जाने की सुनिश्चितता करने को लेकर वाट्स-एप के माध्यम से मॉनिटरिंग
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