श्रीगंगानगर. दिनभर
की कशमकश के बाद आखिर सोमवार शाम को शिक्षकों की काउंसलिंग शुरू हो गई।
सैटअप परिवर्तन के तहत 6 डी की कार्रवाई के लिए प्रारंभिक शिक्षा के 258
शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में पदस्थापित करने के लिए सोमवार सुबह 8 बजे
श्रीगंगानगर के राउमावि (मल्टीपर्पज) में काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की
गई।
सुबह 10 बजे तक रजिस्टे्रशन का काम तो हो गया परन्तु बाद में सूची में गड़बड़ी की बात कहते हुए शिक्षक संगठनों ने विरोध कर दिया। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तेजासिंह ने उनसे समझाइश की परन्तु वे सूची दुरुस्त करने से पहले काउंसलिंग करवाने पर राजी नहीं हुए। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस बुलाई गई। आखिर जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने सूची जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) को संशोधन के लिए भिजवा दी। उन्होंने संशोधन करवाकर इसे दुबारा ढाई बजे भिजवाया।
शिक्षक ग्राउंड में करते रहे इंतजार
जिलेभर से आए ढाई सौ से अधिक शिक्षक और उनके परिजन सुबह से भूखे-प्यासे काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार करते रहे। वे टकटकी लगाए अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे परन्तु अधिकारी अपने कार्यालयों में शिक्षक नेताओं से जूझते रहे।
वार्ता में डीइओ से उलझे शिक्षक नेता
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) से संशोधित सूची पहुंचने के बाद विभिन्न शिक्षक संगठनों के नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तेजासिंह से वार्ता की। वार्ता में कई नेता डीईओ से उलझ गए परन्तु उन्होंने नियमों में बंधे होने का हवाला देते हुए हर हाल में काउंसलिंग करवाने की बात कही।
इधर सूची लगाई, उधर शुरू हुई काउंसलिंग
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने करीब 4.30 बजे संशोधित सूची अपने कार्यालय के बाहर चस्पा करवा दी। थोड़ी देर बाद ही मल्टीपर्पज स्कूल में काउंसलिंग शुरू करने के आदेश दे दिए। इससे शिक्षक नेता भड़क गए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर विरोध किया तो जिला शिक्षा अधिकारी ने पुलिस बुलवा ली। विरोध के बीच शाम करीब 5 बजे काउंसलिंग का काम शुरू करवा दिया।
हमें मिली सूची में थी कई त्रुटियां
हमें जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) कार्यालय से शिक्षकों की सूची मिली थी परन्तु उसमें कई त्रुटियां थी। जिसे संशोधन के बाद दुबारा भिजवाया गया। इससे काउंसलिंग का काम बाधित हुआ। इससे निदेशालय को भी अवगत करवा दिया।
-तेजासिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक), श्रीगंगानगर
जल्दबाजी में त्रुटियां होना स्वाभाविक
जिलेभर के बीईईओ को शनिवार-रविवार को अवकाश के दिन बुलाकर काउंसलिंग के सूचियां तैयार करवाने का काम करवाया गया। समय कम होने से जल्दबाजी में त्रुटि होनी स्वाभाविक थी। जानकारी में आते ही हाथोहाथ संशोधन करवा दिया गया।
-रमेशचन्द्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक), श्रीगंगानगर
सुबह 10 बजे तक रजिस्टे्रशन का काम तो हो गया परन्तु बाद में सूची में गड़बड़ी की बात कहते हुए शिक्षक संगठनों ने विरोध कर दिया। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तेजासिंह ने उनसे समझाइश की परन्तु वे सूची दुरुस्त करने से पहले काउंसलिंग करवाने पर राजी नहीं हुए। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस बुलाई गई। आखिर जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने सूची जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) को संशोधन के लिए भिजवा दी। उन्होंने संशोधन करवाकर इसे दुबारा ढाई बजे भिजवाया।
शिक्षक ग्राउंड में करते रहे इंतजार
जिलेभर से आए ढाई सौ से अधिक शिक्षक और उनके परिजन सुबह से भूखे-प्यासे काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार करते रहे। वे टकटकी लगाए अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे परन्तु अधिकारी अपने कार्यालयों में शिक्षक नेताओं से जूझते रहे।
वार्ता में डीइओ से उलझे शिक्षक नेता
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) से संशोधित सूची पहुंचने के बाद विभिन्न शिक्षक संगठनों के नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तेजासिंह से वार्ता की। वार्ता में कई नेता डीईओ से उलझ गए परन्तु उन्होंने नियमों में बंधे होने का हवाला देते हुए हर हाल में काउंसलिंग करवाने की बात कही।
इधर सूची लगाई, उधर शुरू हुई काउंसलिंग
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने करीब 4.30 बजे संशोधित सूची अपने कार्यालय के बाहर चस्पा करवा दी। थोड़ी देर बाद ही मल्टीपर्पज स्कूल में काउंसलिंग शुरू करने के आदेश दे दिए। इससे शिक्षक नेता भड़क गए। उन्होंने मौके पर पहुंचकर विरोध किया तो जिला शिक्षा अधिकारी ने पुलिस बुलवा ली। विरोध के बीच शाम करीब 5 बजे काउंसलिंग का काम शुरू करवा दिया।
हमें मिली सूची में थी कई त्रुटियां
हमें जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) कार्यालय से शिक्षकों की सूची मिली थी परन्तु उसमें कई त्रुटियां थी। जिसे संशोधन के बाद दुबारा भिजवाया गया। इससे काउंसलिंग का काम बाधित हुआ। इससे निदेशालय को भी अवगत करवा दिया।
-तेजासिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक), श्रीगंगानगर
जल्दबाजी में त्रुटियां होना स्वाभाविक
जिलेभर के बीईईओ को शनिवार-रविवार को अवकाश के दिन बुलाकर काउंसलिंग के सूचियां तैयार करवाने का काम करवाया गया। समय कम होने से जल्दबाजी में त्रुटि होनी स्वाभाविक थी। जानकारी में आते ही हाथोहाथ संशोधन करवा दिया गया।
-रमेशचन्द्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक), श्रीगंगानगर
No comments:
Post a Comment