शिक्षाविभाग के जिस प्रारंभिक सेटअप में वर्तमान में 50 हजार से अधिक
शिक्षकों के पद खाली है। वहां से अब आठ हजार शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप
में भेजा जाएगा।
पंचायतीराज विभाग में कार्यरत शिक्षकों को राजस्थान अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियम-1971 के नियम छह डी के तहत शिक्षा विभाग में लिए जाने के लिए सेटअप परिवर्तन के आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिए हैं। छह डी में चयनित शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के लिए सोमवार को राज्य में जिला स्तर पर काउंसलिंग होगी। जिसमें लगभग आठ हजार शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में भेजा जाएगा। इन शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के बाद प्रारंभिक शिक्षा में 58 हजार शिक्षकों के पद खाली हो जाएंगे। उधर, राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक सीधी भर्ती-2016 में चयनित 6379 शिक्षकों का पदस्थापन भी कोर्ट में मामला जाने के कारण अटक गया है। ऐसे में राज्य सरकार के प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। वैसे भी राज्य में प्रारंभिक शिक्षा का ढांचा चरमराया हुआ है। गांव-ढाणी की स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षक नहीं है। वहीं शहर और आस-पास के क्षेत्र में शिक्षक-छात्र अनुपात बिगड़ा हुआ है। इसे ठीक करने के लिए विकल्प के रूप में सरकार हर साल स्कूलों का एकीकरण कर रही है। पिछले तीन साल में 20 हजार स्कूलों को पास ही के स्कूल में मर्ज कर बंद कर दिया गया है।
2 हजार स्कूल शिक्षक विहीन, आठ हजार एक शिक्षक के भरोसे
राज्यके प्रारंभिक शिक्षा विभाग में लगभग 49,500 प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। जिसमें दो हजार स्कूल शिक्षक विहीन है। वहीं आठ हजार स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। छह डी में चयनित शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के बाद इस आकडे में और इजाफा होने की संभावना है। हालांकि राज्य सरकार ने काउंसलिंग की प्रक्रिया में कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं हो इस संबंध में निर्देश दिए हैं। यदि ऐसी स्थिति बनती है तो किसी अन्य शिक्षक के पदस्थापित होने पर सेटअप परिवर्तन वाले अध्यापक को कार्यमुक्त किया जाएगा।
^ सरकार की मंशा प्रारंभिक सेटअप को बंद करने की लगती है। एक ओर 15 जुलाई तक नामांकन अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्रारंभिक से शिक्षकों को हटाया जा रहा है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों प्रारंभिक सेटअप की स्कूलों को दाखिल क्यों करवाएंगे। महेंद्रपांडे, महामंत्री, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
^आननफानन में लिया गया सरकार का फैसला शिक्षकों और अधिकारियों पर भारी पड़ रहा है। सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा को बंद करने की पूरी योजना बना ली है। प्रारंभिक के करीब आठ हजार शिक्षकों के माध्यमिक सेटअप में जाने के बाद हजारों स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो जाएगी। श्रवणपुरोहित, प्रदेश मंत्री, शिक्षक संघ शेखावत
^जिले के छह डी में चयनित 57 शिक्षकों की काउंसलिंग डीईओ माध्यमिक कार्यालय में होगी। विशेष वर्ग को पदस्थापन में प्राथमिकता दी जाएगी। के.के.मुद्गल,डीईओ, माध्यमिक
पंचायतीराज विभाग में कार्यरत शिक्षकों को राजस्थान अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियम-1971 के नियम छह डी के तहत शिक्षा विभाग में लिए जाने के लिए सेटअप परिवर्तन के आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिए हैं। छह डी में चयनित शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के लिए सोमवार को राज्य में जिला स्तर पर काउंसलिंग होगी। जिसमें लगभग आठ हजार शिक्षकों को माध्यमिक सेटअप में भेजा जाएगा। इन शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के बाद प्रारंभिक शिक्षा में 58 हजार शिक्षकों के पद खाली हो जाएंगे। उधर, राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक सीधी भर्ती-2016 में चयनित 6379 शिक्षकों का पदस्थापन भी कोर्ट में मामला जाने के कारण अटक गया है। ऐसे में राज्य सरकार के प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। वैसे भी राज्य में प्रारंभिक शिक्षा का ढांचा चरमराया हुआ है। गांव-ढाणी की स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षक नहीं है। वहीं शहर और आस-पास के क्षेत्र में शिक्षक-छात्र अनुपात बिगड़ा हुआ है। इसे ठीक करने के लिए विकल्प के रूप में सरकार हर साल स्कूलों का एकीकरण कर रही है। पिछले तीन साल में 20 हजार स्कूलों को पास ही के स्कूल में मर्ज कर बंद कर दिया गया है।
2 हजार स्कूल शिक्षक विहीन, आठ हजार एक शिक्षक के भरोसे
राज्यके प्रारंभिक शिक्षा विभाग में लगभग 49,500 प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। जिसमें दो हजार स्कूल शिक्षक विहीन है। वहीं आठ हजार स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। छह डी में चयनित शिक्षकों के सेटअप परिवर्तन के बाद इस आकडे में और इजाफा होने की संभावना है। हालांकि राज्य सरकार ने काउंसलिंग की प्रक्रिया में कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं हो इस संबंध में निर्देश दिए हैं। यदि ऐसी स्थिति बनती है तो किसी अन्य शिक्षक के पदस्थापित होने पर सेटअप परिवर्तन वाले अध्यापक को कार्यमुक्त किया जाएगा।
^ सरकार की मंशा प्रारंभिक सेटअप को बंद करने की लगती है। एक ओर 15 जुलाई तक नामांकन अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्रारंभिक से शिक्षकों को हटाया जा रहा है। ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों प्रारंभिक सेटअप की स्कूलों को दाखिल क्यों करवाएंगे। महेंद्रपांडे, महामंत्री, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
^आननफानन में लिया गया सरकार का फैसला शिक्षकों और अधिकारियों पर भारी पड़ रहा है। सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा को बंद करने की पूरी योजना बना ली है। प्रारंभिक के करीब आठ हजार शिक्षकों के माध्यमिक सेटअप में जाने के बाद हजारों स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो जाएगी। श्रवणपुरोहित, प्रदेश मंत्री, शिक्षक संघ शेखावत
^जिले के छह डी में चयनित 57 शिक्षकों की काउंसलिंग डीईओ माध्यमिक कार्यालय में होगी। विशेष वर्ग को पदस्थापन में प्राथमिकता दी जाएगी। के.के.मुद्गल,डीईओ, माध्यमिक
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