स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय ने भर्ती के लिए आवेदन भले ही
मांग लिए हों लेकिन टीचिंग-नॉन टीचिंग के अावेदन के बाद की प्रक्रिया ढीली
होने की वजह से समय रहते भर्ती की संभावना कम हैं।
टीचिंग के प्रोफेसर,एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित अन्य 50 पदों के लिए 500 से ज्यादा आवेदन पहुंचे हैं। ठीक इसी तरह नॉनटीचिंग के 52 पदों के लिए 10 हजार से ज्यादा आवेदन पहुंचे हैं। विवि पिछले एक महीने से आवेदन के साथ जमा किए गए ड्राफ्ट को अलग कर चैकिंग कर रहा है। इसके साथ ही आवेदनों की स्क्रूटनी हो रही है। अगर समय पर विवि आवेदनों की स्क्रूटनी करा भी तो अभी तक सेलेक्शन कमेटी ही पूरी नहीं बनी।
आरपीएससी के सदस्य का पद अभी भी रिक्त है। हालांकि विवि ने इसे भरने के लिए सरकार को पत्र भेजा है लेकिन उसकी नियुक्ति कब तक होगी इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ। इसके साथ ही विषय विशेषज्ञ भी तय नहीं हुए। माना जा रहा है कि पेंशन की टेंशन में उलझा विवि भर्ती प्रक्रिया को धीमी गति से आगे बढ़ा रहा है। विवि के स्टाॅफ का भी मानना है कि जिस गति से काम चल रहा है उससे नहीं लगता कि इस साल के अंत तक विवि भर्ती कर सकेगा।
टीचिंग के प्रोफेसर,एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित अन्य 50 पदों के लिए 500 से ज्यादा आवेदन पहुंचे हैं। ठीक इसी तरह नॉनटीचिंग के 52 पदों के लिए 10 हजार से ज्यादा आवेदन पहुंचे हैं। विवि पिछले एक महीने से आवेदन के साथ जमा किए गए ड्राफ्ट को अलग कर चैकिंग कर रहा है। इसके साथ ही आवेदनों की स्क्रूटनी हो रही है। अगर समय पर विवि आवेदनों की स्क्रूटनी करा भी तो अभी तक सेलेक्शन कमेटी ही पूरी नहीं बनी।
आरपीएससी के सदस्य का पद अभी भी रिक्त है। हालांकि विवि ने इसे भरने के लिए सरकार को पत्र भेजा है लेकिन उसकी नियुक्ति कब तक होगी इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ। इसके साथ ही विषय विशेषज्ञ भी तय नहीं हुए। माना जा रहा है कि पेंशन की टेंशन में उलझा विवि भर्ती प्रक्रिया को धीमी गति से आगे बढ़ा रहा है। विवि के स्टाॅफ का भी मानना है कि जिस गति से काम चल रहा है उससे नहीं लगता कि इस साल के अंत तक विवि भर्ती कर सकेगा।
No comments:
Post a Comment