जयपुर.जिस
जेडीए में पोस्टिंग के लिए कई जतन और सिफारिशें कराई जाती है, वहां जेडीसी
और आर्थिक हालात बदले तो आरएएस अफसरों का भी मोह भंग हो गया। 10 दिन पहले
आरएएस की तबादला सूची में जिन 3 आरएएस अफसरों को हटाया गया, उनमें से एक
दीनानाथ बब्बल बिना रिलीव हुए पहले ही जा चुके तो दूसरे एमडी मीणा बुधवार
को रिलीव हो चुके। तीसरे असलम शेर खाना जाने के लिए बेताब हैं।
- कनिष्ठ लेखाकार भर्ती 2013 : हाईकोर्ट में कल होगी मामले पर सुनवाई
- RPSC एलडीसी भर्ती : हाईकोर्ट में कल होगी मामले पर सुनवाई
- राजस्थान के युवाओं को इस साल में मिलेंगी ये सरकारी नौकरियां
- 50 हजार शिक्षकों का होगा 3 माह में पदस्थापन शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा
- प्राथमिक शिक्षकों की बंपर निकलीं बम्पर वैकेंसी, 13,478 पदों पर सीधी होंगी भर्तियां
- विद्यार्थी मित्रों की अस्थायी नियुक्ति अब ग्राम पंचायत सहायक के रूप में होगी
वहीं
जिन 5 आरएएस अफसरों को जेडीए में लगाया है, उनमें से केवल एक आरएएस बीरबल
सिंह ने ज्वॉइन किया है। अन्य 4 में कोई आना ही नहीं चाहते तो कुछ ने
तबादले रद्द कराने की सिफारिशें कराई है। जेडीए की ओर से इनसे संपर्क साधकर
ज्वॉइनिंग की बात भी कही गई है, लेकिन इनमें से कुछ अनिच्छा भी जाहिर की
है।
वहीं बताया गया है कि जो
आएंगे वो भी केवल जयपुर के लिए, ना ही जेडीए के लिए। जेडीए के अतिरिक्त
आयुक्त (प्रशासन) ओपी बुनकर का कहना है कि पांच आरएएस अफसरों में से एक ने
ज्वॉइन किया है। संपर्क करा रहे हैं।
जेडीए की चाह में ट्रांसफर के बाद दौड़े आते थे, अब रिलीव नहीं हो पा रहे
गिरिराज कुमार शर्मा (जिनको सीईओ जिला परिषद, झालावाड़ से एडिशनल कमिश्नर जेडीए लगाया): जेडीए नहीं आने की इच्छा जता चुके। भास्कर से बातचीत में भी यही बात दोहराई कि जेडीए में इंट्रेस्ट नहीं है।
रमेश
चंद्र अग्रवाल (निर्वाचन विभाग से जेडीए में लगाया) कहते हैं- रिलीव नहीं
हो रहा। कुछ काम पहले के ले रखे थे, उनको तो पहले पूरा कर लें।
सत्यप्रकाश कस्वां (झालावाड़ में अकलेरा एसडीएम से जेडीए) कहते हैं : रिलीव नहीं कर रहे। क्योंकि मेरी जगह जिनको आना है, वो नहीं आए।
मनोज कुमार (देवली एसडीएम से जेडीए) कहते हैं: तबादला हुआ है तो आना ही पड़ेगा।
हाल में जो आरएएस आए थे, उनका मन नहीं रमा
जिन
3 अफसरों के तबादले जेडीए से हुए हैं, उनमें से दो तो ऐसे हैं, जिनको कुछ
समय महीने पहले लगाया था। दीनानाथ बब्बल तो थोड़े समय बाद छुट्टी पर चले गए
तो एमडी मीणा भी जल्दी चले गए। डीएलबी ट्रांसफर होने वाले असलम शेर खान
रिलीव होने के लिए बार-बार कह रहे हैं।
मोह कम होने की वजहें:सरकार
बदलने के तीन साल में जिस तेजी से काम हुए अब वो सुस्त पड़े , राजनैतिक दखल
बढ़ा, स्कीमों के नियमन, विकसित भूमि से जुड़े काम और आवंटन के कार्यों पर
नोट-बंदी असर।
- जल्द भरे जाएंगे तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2013 के रिक्त पद
- प्राथमिक शिक्षकों की बंपर निकलीं बम्पर वैकेंसी, 13,478 पदों पर सीधी होंगी भर्तियां
- 2012 के रिवाइज रिजल्ट , 2013 के चयनित , रीट वालो के चयनित बेरोज़गारो के लिये
- लेक्चरर ने वेतन से बचाए रुपयों से शुरू की फ्री कोचिंग, 2 माह में सभी 400 सीटें फुल
- एक्सपर्ट कमेटी से सवालों को एग्जामिन करवाने का आग्रह, नियुक्ति पर रोक जारी
- नयी अध्यापक नियुक्ति पर पोस्टिंग के निर्देश
- विधानसभा चुनाव से दो साल पहले मुख्यमंत्री का इतना विरोध पहली बार!
- शिक्षा विभाग... वरिष्ठ शिक्षक भी संभाल सकते हैं संस्थाप्रधान की जिम्मेदारी
No comments:
Post a Comment