सीकर । सुबह आठ बजकर चालीस मिनट से एक्सट्रा क्लास। दिनभर स्कूल में पढ़ाई। फिर शाम को सात से रात ग्यारह बजे तक निरंतर अध्ययन। रात को सोना भी स्कूल में ही। कुछ ही इसी प्रकार की पढ़ाई ने शहीद मोहम्मद इकराम खां राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय रोलसाहबसर(फतेहपुर) का परिणाम सुधार दिया है। परिणाम सुधरने के साथ ही यहां नामांकन भी बढ़ता जा रहा है।
विद्यालय में वर्ष 2013-14 में ना तो नामांकन ज्यादा था ना ही दसवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम ही गर्व करने योग्य था। इसी सत्र से यहां के प्रधानाचार्य बजरंग लाल स्वामी ने कार्यभार संभाला। सुबह की एक्सट्रा क्लास तो कई वर्षों से चल रही थी। उन्होंने परिणाम कम आने का कारण खोजा तो सामने आया कि अधिकांश बच्चेे अल्पसंख्यक हैं। रात को घर जाकर पढ़ाई नहीं कर रहे। ना ही अधिकांश को उनको घर पर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने स्कूल स्टाफ के साथ चर्चा कर दसवीं के विद्यार्थियों को रात में स्कूल में रोकना शुरू किया। यह सिलसिला तीन साल से चल रहा है। विद्यार्थी सुबह साढ़े आठ बजे स्कूल आते हैं। आठ बजकर चालीस मिनट पर एक्सट्रा क्लासेज शुरू हो जाती है। जो करीब एक घंटे चलती है। इसके बाद नियमित पढ़ाई शुरू हो जाती है। छुट्टी में विद्यार्थी घर चले जाते हैं। शाम को फिर पौने सात बजे से विद्यार्थी आने लग जाते हैं। रात 11 बजे तक यहां हर दिन अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करवाई जाती है। रात को दसवीं के सभी विद्यार्थी स्कूल में ही रुकते हैं। सुबह जल्द उठकर घर चले जाते हैं। प्रधानाचार्य स्वामी व शारीरिक शिक्षक मोहनलाल कस्वा हर रात स्कूल में रुकते हैं, जबकि अन्य शिक्षक अलग-अलग दिन आते हैं। रविवार या अन्य छुट्टी होने पर भी रात को तो पढ़ाई जारी रहती है। इस सत्र में दसवीं में कुल 52 विद्यार्थी हैं, इनमें से 38 अल्पसंख्यक हैं। पांच छात्राएं भी हैं, लेकिन छात्राओं को रात को नहीं रोका जाता।
खेलों में भी अव्वल
यहां के विद्यार्थी खेलों में भी नाम कमा रहे हैं। सत्र 2013-14 में एक खिलाड़ी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। सत्र 14-15 में राज्य स्तर पर खेलने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई। खिलाड़ी गजानंद शर्मा ने राष्ट्र स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। सत्र 15-16 में नौ खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शमिल हुए,जबकि गजानंद शर्मा न केवल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल हुआ, बल्कि वॉलीबॉल टीम का कप्तान भी बना। इसके अलावा अमजद खान ने भी राष्ट्र स्तर पर हिस्सा लिया। सत्र 16-17 में 13 खिलाडिय़ों ने राज्य स्तर पर हिस्सा लिया। वॉलीबाल में उमर खान व शादिह खान, खो-खो में समीन खान तथा टेबिल टेनिस में मुस्कान खानम ने राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर अपनी छाप छोड़ी।
रोलसाहबसर के विद्यालय में अच्छा कार्य हो रहा है। वहां रात को भी पढ़ाई करवाई जा रही है। दसवीं के विद्यार्थी रात को वहीं रुक रहे हैं। इससे परिणाम सुधर रहा है साथ ही नामांकन भी तेजी से बढ़ रहा है। यह शानदार प्रयास है। हर कोई शिक्षक बच्चों को रात को रोकने की हिम्मत नहीं करता।
जगदीश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सीकर
रात को रोककर पढ़ाई करना तथा सुबह एक्सट्रा क्लास लेना अकेले से नहीं हो सकता है। यह स्कूल के प्रत्येक सदस्य की मेहनत का परिणाम है। ग्रामीण भी सहयोग कर रहे हैं।
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विद्यालय में वर्ष 2013-14 में ना तो नामांकन ज्यादा था ना ही दसवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम ही गर्व करने योग्य था। इसी सत्र से यहां के प्रधानाचार्य बजरंग लाल स्वामी ने कार्यभार संभाला। सुबह की एक्सट्रा क्लास तो कई वर्षों से चल रही थी। उन्होंने परिणाम कम आने का कारण खोजा तो सामने आया कि अधिकांश बच्चेे अल्पसंख्यक हैं। रात को घर जाकर पढ़ाई नहीं कर रहे। ना ही अधिकांश को उनको घर पर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने स्कूल स्टाफ के साथ चर्चा कर दसवीं के विद्यार्थियों को रात में स्कूल में रोकना शुरू किया। यह सिलसिला तीन साल से चल रहा है। विद्यार्थी सुबह साढ़े आठ बजे स्कूल आते हैं। आठ बजकर चालीस मिनट पर एक्सट्रा क्लासेज शुरू हो जाती है। जो करीब एक घंटे चलती है। इसके बाद नियमित पढ़ाई शुरू हो जाती है। छुट्टी में विद्यार्थी घर चले जाते हैं। शाम को फिर पौने सात बजे से विद्यार्थी आने लग जाते हैं। रात 11 बजे तक यहां हर दिन अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करवाई जाती है। रात को दसवीं के सभी विद्यार्थी स्कूल में ही रुकते हैं। सुबह जल्द उठकर घर चले जाते हैं। प्रधानाचार्य स्वामी व शारीरिक शिक्षक मोहनलाल कस्वा हर रात स्कूल में रुकते हैं, जबकि अन्य शिक्षक अलग-अलग दिन आते हैं। रविवार या अन्य छुट्टी होने पर भी रात को तो पढ़ाई जारी रहती है। इस सत्र में दसवीं में कुल 52 विद्यार्थी हैं, इनमें से 38 अल्पसंख्यक हैं। पांच छात्राएं भी हैं, लेकिन छात्राओं को रात को नहीं रोका जाता।
खेलों में भी अव्वल
यहां के विद्यार्थी खेलों में भी नाम कमा रहे हैं। सत्र 2013-14 में एक खिलाड़ी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। सत्र 14-15 में राज्य स्तर पर खेलने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई। खिलाड़ी गजानंद शर्मा ने राष्ट्र स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। सत्र 15-16 में नौ खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शमिल हुए,जबकि गजानंद शर्मा न केवल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल हुआ, बल्कि वॉलीबॉल टीम का कप्तान भी बना। इसके अलावा अमजद खान ने भी राष्ट्र स्तर पर हिस्सा लिया। सत्र 16-17 में 13 खिलाडिय़ों ने राज्य स्तर पर हिस्सा लिया। वॉलीबाल में उमर खान व शादिह खान, खो-खो में समीन खान तथा टेबिल टेनिस में मुस्कान खानम ने राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर अपनी छाप छोड़ी।
रोलसाहबसर के विद्यालय में अच्छा कार्य हो रहा है। वहां रात को भी पढ़ाई करवाई जा रही है। दसवीं के विद्यार्थी रात को वहीं रुक रहे हैं। इससे परिणाम सुधर रहा है साथ ही नामांकन भी तेजी से बढ़ रहा है। यह शानदार प्रयास है। हर कोई शिक्षक बच्चों को रात को रोकने की हिम्मत नहीं करता।
जगदीश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सीकर
रात को रोककर पढ़ाई करना तथा सुबह एक्सट्रा क्लास लेना अकेले से नहीं हो सकता है। यह स्कूल के प्रत्येक सदस्य की मेहनत का परिणाम है। ग्रामीण भी सहयोग कर रहे हैं।
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