सीकर.
प्रदेश में हर साल बीएड व बीएसटीसी और डीएड करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है। दूसरी तरफ राज्य शिक्षक भर्तियों को लेकर तय पैटर्न नहीं बना पा रही है। हालत यह है कि दिल्ली सहित अन्य राज्यों में हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा होती है। लेकिन प्रदेश में औसतन तीन साल में एक रीट परीक्षा होती है। इस कारण युवाओं को शिक्षक भर्ती के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है।
प्रदेश में हर साल बीएड व बीएसटीसी और डीएड करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है। दूसरी तरफ राज्य शिक्षक भर्तियों को लेकर तय पैटर्न नहीं बना पा रही है। हालत यह है कि दिल्ली सहित अन्य राज्यों में हर साल शिक्षक पात्रता परीक्षा होती है। लेकिन प्रदेश में औसतन तीन साल में एक रीट परीक्षा होती है। इस कारण युवाओं को शिक्षक भर्ती के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है।