सीेकर.
सरकारी नौकरी
की खुशी में पहले सवामणी करने वालों को अब नौकरी का तोहफा मिलने लगा है।
मामला प्रदेश में हुई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से जुड़ा है। पिछले दिनों
प्रदेश की सभी जिला परिषदों में रीट के जरिए हुई तृतीय श्रेणी शिक्षकों के
लिए दस्तावेज सत्यापन के लिए शिविर लगे।
इससे विद्यार्थियों को खासा फायदा
मिलेगा। वहीं कई क्षेत्रों में होने वाली तालाबंदी के मामलों पर भी ब्रेक
लगेगा। पंचायतीराज विभाग ने स्पष्ट किया कि न्यायालय की रोक सहित अन्य
कारणों की वजह से दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया अटकी थी। वहीं पिछली सरकार
के समय हुई भर्तियों के अटके परिणाम भी पिछले दिनों जारी हो गए। दरअसल,
पिछली सरकार के समय तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषदों के
जरिए हुई थी। इस कारण मेरिट सूची भी सभी जिला परिषदों की ओर से जारी की गई।
इस बीच परिणाम की खुशी में कई बेरोजगारों ने सवामणी कर दी। वर्ष 2012 की
भर्ती विवादों में आने के कारण परिणाम अटक गया। इस कारण सवामणी की खुशी में
नौकरी में नहीं बदल सकी। अब न्यायालय के निर्णय के बाद जारी हुए परिणाम ने
नौकरी की खुशियां दी है।रोल नंबर ही भूल गए कई तो
भर्ती के विवादित होने और फिर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के कारण कई बेरोजगारों ने इस भर्ती से आस भी छोड़ दी थी। इस कारण उनसे रोल नंबर सहित भर्ती के अन्य दस्तावेज भी गुम हो गए। अब दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाने के कारण अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र व रोल तलाशने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि कई जिला परिषद नाम व पिता का नाम बताने पर अभ्यर्थी को जानकारी दे रही है।
No comments:
Post a Comment