कांकाणी के सरकारी स्कूल में सैकंड ग्रेड शिक्षक के पद पर कार्यरत आरोपी पप्पूसिंह ने दसवीं की परीक्षा सप्लीमेंटरी से पास की, जबकि 12 वीं की परीक्षा में वह भले ही ग्रेस से उत्तीर्ण हुआ था। मगर उसके बाद से वह कई प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल रहा था।
आरोपी पप्पूसिंह ने प्राइवेट कॉलेज से बीए पास की और 2008 में शिक्षक भर्ती परीक्षा में वह प्रदेश में सातवें स्थान पर रहा। कामयाबी का यह सफर यहीं नहीं थमा, बल्कि वह पटवार भर्ती परीक्षा 2008 में राज्य में प्रथम रहा। इसके बाद द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2011 में भी वह प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा था। 2011 में ही वह स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा इतिहास विषय में द्वितीय स्थान और 2015 में कॉलेज सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में इतिहास विषय में उसका साक्षात्कार के लिए चयन भी हुआ था। हाल ही में उसने इतिहास विषय से नेट जेआरएफ परीक्षा पास की है, जिसमें सरकार की ओर से स्कॉलरशिप भी मिलती है।
सवाल पुलिस पर- तीन दिन में भी आरोपी के पास से जब्त लैपटॉप व अन्य उपकरणों का डेटा नहीं खंगाल पाई पुलिस, न ही मौके से भागे चार आरोपियों तक पहुंची
जांच में देरी का कारण दबाव या कुछ और
रीट परीक्षा के दौरान सेंटपॉल स्कूल के पीछे से दो लक्जरी कारों में जब्त लैपटॉप, ब्लूटूथ व प्रिंटर सहित पकड़े गए आरोपी तथा चार फरार युवकों का सच छिपा रही पुलिस।
सवाल जो संदेह खड़ा करते हैं, लेकिन पुलिस तीन दिन में नहीं उगलवा पाई सच
बड़ा नकल गिरोह, हाई प्रोफाइल लोगों व आरपीएससी तक के नेटवर्क का अंदेशा
उल्लेखनीय है कि हाउसिंग बोर्ड से जोधपुर जाने वाले सेंटपॉल स्कूल के पिछवाड़े वाला मार्ग पर एक फार्म हाउस के पास रविवार शाम को संदिग्ध हालत में खड़ी दो लग्जरी कार को देख पुलिस दल को संदेह हुआ। पुलिस दल मौके पर पहुंचा तो दोनों कार से निकल कर पांच आरोपी भाग गए, जिनमें से पप्पूसिंह प्रजापत भागते हुए नीचे गिर गया। उसे पुलिस ने दबोच लिया, जबकि बाकी आरोपी खेतों के रास्ते मौके से भाग गए। आरोपी से हुई पूछताछ में पता चला है कि मौके से मिली दो कार में से फोर्ड फिगो कार इसी शिक्षक की है। उसमें मिला लेपटॉप, प्रिंटर, ब्लूटूथ व मोबाइल भी आरोपी के ही हैं। औद्योगिक थाना प्रभारी बंशीलाल वैष्णव ने बताया कि आरोपी के लेपटॉप के साथ मोबाइल व अन्य अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की साइबर एक्सपर्ट से जांच कराई जा रही है। मौके से भागे आरोपियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। फिलहाल आरोपी पप्पूसिंह को पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में पकड़ा है, जिनके लेपटॉप व अन्य सामान की जांच के बाद अलग से कार्रवाई की जाएगी।
ये देखिए पप्पू की प्रोफाइल
जोधपुर के सालावास निवासी पप्पूसिंह ने 10वीं व 12 वीं की परीक्षा बड़ी मुश्किल से पास की। दसवीं में पूरक व 12 वीं ग्रेस अंकों से पास हुआ, इसके बाद उसने स्नातक निजी कॉलेज से किया।
वह पटवार भर्ती परीक्षा 2008 में राज्य में प्रथम रहा, शिक्षक भर्ती परीक्षा 2008 में सातवां स्थान और द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2011 में प्रथम स्थान पर रहा था।
स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2011 में इतिहास विषय में द्वितीय स्थान, कॉलेज सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2015 में इतिहास विषय में चयन और हाल ही में इतिहास विषय से नेट जेआरएफ परीक्षा पास कर चुका है।
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