प्रारंभिक
शिक्षा से एक बार फिर 300 और शिक्षक सेटअप परिवर्तन के जरिए माध्यमिक
विभाग में जाएंगे। जबकि प्रारंभिक शिक्षा विभाग में पहले ही शिक्षकों की
भारी कमी है। ऐसे में इस परिवर्तन से प्रारंभिक स्कूलों की स्थिति और भी
बिगड़ सकती है। जिले में प्रारंभिक शिक्षा की तस्वीर यह है कि 3500 स्कूलों
में 11500 स्वीकृत पदों में से 4423 शिक्षकों के पद खाली हैं। 700 स्कूल तो
सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चलते हैं। अगर ये शिक्षक भी छुट्टी पर चले जाएं
तो स्कूल बंद करने की नाैबत आती है। सबसे ज्यादा पद लसाडिय़ा, कोटड़ा,
सराड़ा, झाड़ोल, सेमारी, खेरवाड़ा ब्लॉक में रिक्त हैं। पिछले सालों में
हजारों शिक्षक सेटअप परिवर्तन से माध्यमिक में जा चुके हैं, लेकिन इसके
बदले नई भर्तियों से प्रारंभिक में शिक्षक नहीं आए। हाल ही हुई रीट भर्ती
परीक्षा से ग्रेड थर्ड शिक्षक मिलने में फिलहाल महिनों लगेंगे।
2012 में लगे शिक्षक आएंगे दायरे में
योजना के तहत वर्ष 2012 में नियुक्त हुए शिक्षक सेटअप परिर्वतन के दायरे में आएंगे। इससे पहले नियुक्त हुए शिक्षकों का पहले ही सेटअप परिवर्तन हो चुका है। 2012 में अंग्रेजी विज्ञान और गणित के करीब एक हजार से ज्यादा शिक्षक लगे थे। एेसे में यह तय है कि अंग्रेजी के वर्ष 2012 के लगभग सभी शिक्षक माध्यमिक शिक्षा में जा सकते हैं। वहीं, विज्ञान व गणित के काफी शिक्षक चले जाएंगे। हाल ही डीईओ को मिले सेटअप परिवर्तन के आदेश में लिखा है कि पंचायतीराज विभाग की सीधी भर्ती से नियुक्त ग्रेड थर्ड शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन होगा। हालांकि इससे रिक्त पद होने पर क्या मुश्किल होगी, उसको लेकर कुछ स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं है।
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