अजमेर। किसी भी देश में स्वस्थ और सक्षम समाज
का निर्माण तभी संभव है, जब शिक्षक अपनी भूमिका का पूरी ताकत के साथ
निर्वहन करें। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक स्कूल का मुखिया ही
उसका नेतृत्व करे। हमें नेतृत्व के गुणों को आत्मसात करना होगा, ताकि स्कूल
का विकास हो सके।
शिक्षक समाज की रीढ़ है, वह अपनी भूमिका को समझे और समाज को सही राह दिखाए।
यह बात पुष्कर की वैष्णव धर्मशाला में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के संभाग स्तरीय लीडरशिप प्रशिक्षण शिविर में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कही। उन्होंने कहा कि आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालय राजस्थान में शिक्षा की पहचान बनते जा रहे हैं। स्कूलों को विकसित करने के लिए शिक्षक अपने क्षेत्र के भामाशाहों से भी संपर्क बनाए रखें तथा समय-समय पर स्कूल में योगदान के प्रति उन्हें प्रेरित करते रहें।
शिक्षक समाज की रीढ़ है, वह अपनी भूमिका को समझे और समाज को सही राह दिखाए।
यह बात पुष्कर की वैष्णव धर्मशाला में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के संभाग स्तरीय लीडरशिप प्रशिक्षण शिविर में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कही। उन्होंने कहा कि आदर्श व उत्कृष्ट विद्यालय राजस्थान में शिक्षा की पहचान बनते जा रहे हैं। स्कूलों को विकसित करने के लिए शिक्षक अपने क्षेत्र के भामाशाहों से भी संपर्क बनाए रखें तथा समय-समय पर स्कूल में योगदान के प्रति उन्हें प्रेरित करते रहें।
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