बालिकाशिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में प्रदेश की चिंताजनक तस्वीर सामने आई है। प्रदेश में हर साल पहली से आठवीं तक की पढ़ाई करने वाली 13.40 प्रतिशत बेटियां शैक्षणिक सत्र के बीच में ही स्कूल छोड़ (ड्रॉप आउट) रही है। यही वजह है कि देश में राजस्थान तीसरे नंबर पर है।
इस मामले में पहले दो पायदान पर मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश है। मध्यप्रदेश में बीते साल बीच सत्र में 26% लड़कियों ने स्कूल छोड़ दिया था।
ये आंकड़े केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी की 2015 की रिपोर्ट में सामने आए हैं। इस साल का आंकड़ा इस सत्र की परीक्षा के बाद जारी होगा। यह आंकड़ा मंत्रालय हर साल जारी करता है ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर क्या वजह है कि बच्चे बीच में ही स्कूल छोड़ देते हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल गांव ही नहीं, बल्कि शहरी क्षेत्रों के स्कूलों की बच्चियां भी ड्रॉप आउट हुई है। नागौर जिले की बात करें तो यहां 450 से ज्यादा विद्यार्थियों ने बीच सत्र में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। इनमें सबसे ज्यादा लड़के शामिल है। सामाजिक आर्थिक जनगणना-2011 के अनुसार नागौर की 45.90% जनसंख्या अशिक्षित है।
तीन साल से शिक्षकों की ट्रेनिंग में भी हम पीछे
रिपोर्टमें यह भी खुलासा हुआ है कि शिक्षकों की ट्रेनिंग में राजस्थान पिछड़ा हुआ है। बीआरसी और सीआरसी द्वारा शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाती है। लेकिन लक्ष्य के अनुसार शिक्षकों को ट्रेनिंग नहीं मिल सकी। तीन सालों में कभी भी शिक्षकों को व्यवस्थित पूरी ट्रेनिंग नहीं दी गई।
10वीं तक पढ़ाई करने वालों में जिले की 200046 यानी 6.79 प्रतिशत जनसंख्या इस श्रेणी में है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं के 11.84 यानी 216050 लोग शामिल है। इसमें जिले का दसवां स्थान है।
कक्षा आठवीं तक शिक्षा हासिल करने वाले जिले में 11.15 यानी 328314 लोग शामिल है। जिले की कुल जनसंख्या में सर्वाधिक 8 वीं तक शिक्षा हासिल करने वाले 13.85 प्रतिशत के साथ झुंझुनूं के लोग आगे है। इस मामले में जिले का 13वां स्थान है।
डिप्लोमा अन्य शिक्षा हासिल करने वालों में जिले के 10738 यानी 0.36 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं के 18270 यानी 1 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। इस मामले में जिला 18वें स्थान पर है।
प्राथमिक तक शिक्षा हासिल करने वालों में से जिले में 13.90 प्रतिशत आबादी है। जिसमें 407289 जनसंख्या शामिल है। जनसंख्या में सर्वाधिक गंगानगर की 253068 यानी 17.69 जनसंख्या शामिल है। इस मामले में जिला 13वें स्थान पर है।
जिले में स्नातक तक की पढ़ाई करने वालों में 86838 यानी 2.95 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। जिला स्तर की जनसंख्या में सर्वाधिक झुंझुनूं के 6.74 यानी 122993 लोग शामिल है। जिला इस मामले में भी 13वें स्थान पर है।
12वीं तक शिक्षा हासिल करने वालों में जिले की कुल जनसंख्या में से 4.16 यानी 122512 लोग शामिल है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं में 163366 यानी कुल जनसंख्या में से 8.36 प्रतिशत लोग शामिल है। जिला 8वें स्थान पर है।
प्रदेश के गांवों की 47.58% जनसंख्या असाक्षर है। जो देश में सर्वाधिक है। नागौर की 29.44 लाख जनसंख्या में से 45.90% यानी 13.51 लाख अशिक्षित है। प्रदेश में जिले का 19वां स्थान है। वहीं प्रदेश में जैसलमेर जिले में 63.39% लोग अशिक्षित है।
इस मामले में पहले दो पायदान पर मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश है। मध्यप्रदेश में बीते साल बीच सत्र में 26% लड़कियों ने स्कूल छोड़ दिया था।
ये आंकड़े केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी की 2015 की रिपोर्ट में सामने आए हैं। इस साल का आंकड़ा इस सत्र की परीक्षा के बाद जारी होगा। यह आंकड़ा मंत्रालय हर साल जारी करता है ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर क्या वजह है कि बच्चे बीच में ही स्कूल छोड़ देते हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल गांव ही नहीं, बल्कि शहरी क्षेत्रों के स्कूलों की बच्चियां भी ड्रॉप आउट हुई है। नागौर जिले की बात करें तो यहां 450 से ज्यादा विद्यार्थियों ने बीच सत्र में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। इनमें सबसे ज्यादा लड़के शामिल है। सामाजिक आर्थिक जनगणना-2011 के अनुसार नागौर की 45.90% जनसंख्या अशिक्षित है।
तीन साल से शिक्षकों की ट्रेनिंग में भी हम पीछे
रिपोर्टमें यह भी खुलासा हुआ है कि शिक्षकों की ट्रेनिंग में राजस्थान पिछड़ा हुआ है। बीआरसी और सीआरसी द्वारा शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाती है। लेकिन लक्ष्य के अनुसार शिक्षकों को ट्रेनिंग नहीं मिल सकी। तीन सालों में कभी भी शिक्षकों को व्यवस्थित पूरी ट्रेनिंग नहीं दी गई।
10वीं तक पढ़ाई करने वालों में जिले की 200046 यानी 6.79 प्रतिशत जनसंख्या इस श्रेणी में है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं के 11.84 यानी 216050 लोग शामिल है। इसमें जिले का दसवां स्थान है।
कक्षा आठवीं तक शिक्षा हासिल करने वाले जिले में 11.15 यानी 328314 लोग शामिल है। जिले की कुल जनसंख्या में सर्वाधिक 8 वीं तक शिक्षा हासिल करने वाले 13.85 प्रतिशत के साथ झुंझुनूं के लोग आगे है। इस मामले में जिले का 13वां स्थान है।
डिप्लोमा अन्य शिक्षा हासिल करने वालों में जिले के 10738 यानी 0.36 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं के 18270 यानी 1 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। इस मामले में जिला 18वें स्थान पर है।
प्राथमिक तक शिक्षा हासिल करने वालों में से जिले में 13.90 प्रतिशत आबादी है। जिसमें 407289 जनसंख्या शामिल है। जनसंख्या में सर्वाधिक गंगानगर की 253068 यानी 17.69 जनसंख्या शामिल है। इस मामले में जिला 13वें स्थान पर है।
जिले में स्नातक तक की पढ़ाई करने वालों में 86838 यानी 2.95 प्रतिशत जनसंख्या शामिल है। जिला स्तर की जनसंख्या में सर्वाधिक झुंझुनूं के 6.74 यानी 122993 लोग शामिल है। जिला इस मामले में भी 13वें स्थान पर है।
12वीं तक शिक्षा हासिल करने वालों में जिले की कुल जनसंख्या में से 4.16 यानी 122512 लोग शामिल है। जिला स्तर पर सर्वाधिक झुंझुनूं में 163366 यानी कुल जनसंख्या में से 8.36 प्रतिशत लोग शामिल है। जिला 8वें स्थान पर है।
प्रदेश के गांवों की 47.58% जनसंख्या असाक्षर है। जो देश में सर्वाधिक है। नागौर की 29.44 लाख जनसंख्या में से 45.90% यानी 13.51 लाख अशिक्षित है। प्रदेश में जिले का 19वां स्थान है। वहीं प्रदेश में जैसलमेर जिले में 63.39% लोग अशिक्षित है।
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