नदबई. भरतपुर ।यहां ब्लॉक चिकित्साधिकारी कार्यालय में सोमवार दोपहर भ्रष्टाचार निरोधक
ब्यूरो ने कार्रवाई कर एनएचआरएम की ओर से संविदा पर कार्यरत ब्लॉक
प्रोग्राम मैनेजर बीपीएम (बीपीएम) रघुनाथ सिंह को पांच हजार रुपए की रिश्वत
लेते रंगे हाथ पकड़ा है।आरोपित ने रिश्वत एक लैब क्लीनर की तीन माह के भुगतान बिल तैयार करने की एवज में मांगी थी।
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एसीबी के पुलिस अधीक्षक डॉ. रामदेव सिंह ने बताया कि नदबई ब्लॉक के भदीरा
उपस्वास्थ्य केन्द्र पर सुनील चौधरी पुत्र इन्दरसिंह लैब क्लीनर के रूप में
कार्यरत है। उसकी अगस्त, सितम्बर व अक्टूबर माह के वेतन बिल तैयार करने के
एवज में बीपीएम ने उससे पांच हजार रुपए की मांग की।
पीडि़त ने ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 28 अक्टूबर को शिकायत दी। सत्यापन कराने पर मामला सही निकला।
इस पर पर कार्यवाहक एएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में टीम भेजी गई। यहां कार्यालय में परिवादी के रिश्वत राशि देते ही ब्यूरो ने आरोपित को धरदबोचा।
रिश्वत राशि उसकी पेंट की जेब से बरामद हुई। कार्रवाई में हैड कांस्टेबल लक्ष्मीनारायण, रामबाबू रीडर, चन्दन सिंह, जीतेन्द्र सिंह, बच्चू सिंह, प्रद्युन्न सिंह, परमवीर सिंह, चन्द्रशेखर व कमलसिंह शामिल थे।
पहले भी ले चुका है रिश्वत
आरोपित बीपीएम पीडि़त लैब क्लीनर से पहले भी रिश्वत ले चुका है। इससे पहले जनवरी से जून 2015 के बीच भुगतान बिल तैयार करने की एवज में उसे पांच हजार रिश्वत देने पड़ी थी।
आरोपित के वापस रिश्वत मांगने पर पीडि़त ने परेशान होकर एसीबी में शिकायत की। परिवादी शर्मा डिटेक्टिव एण्ड सिक्योरिटी सर्विसेज की ओर से भदीरा उपस्वास्थ्य केन्द्र पर कार्यरत है। उसे प्रतिमाह 5 हजार 240 रुपए तनख्वाह मिलती है।
पीडि़त ने ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 28 अक्टूबर को शिकायत दी। सत्यापन कराने पर मामला सही निकला।
इस पर पर कार्यवाहक एएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में टीम भेजी गई। यहां कार्यालय में परिवादी के रिश्वत राशि देते ही ब्यूरो ने आरोपित को धरदबोचा।
रिश्वत राशि उसकी पेंट की जेब से बरामद हुई। कार्रवाई में हैड कांस्टेबल लक्ष्मीनारायण, रामबाबू रीडर, चन्दन सिंह, जीतेन्द्र सिंह, बच्चू सिंह, प्रद्युन्न सिंह, परमवीर सिंह, चन्द्रशेखर व कमलसिंह शामिल थे।
पहले भी ले चुका है रिश्वत
आरोपित बीपीएम पीडि़त लैब क्लीनर से पहले भी रिश्वत ले चुका है। इससे पहले जनवरी से जून 2015 के बीच भुगतान बिल तैयार करने की एवज में उसे पांच हजार रिश्वत देने पड़ी थी।
आरोपित के वापस रिश्वत मांगने पर पीडि़त ने परेशान होकर एसीबी में शिकायत की। परिवादी शर्मा डिटेक्टिव एण्ड सिक्योरिटी सर्विसेज की ओर से भदीरा उपस्वास्थ्य केन्द्र पर कार्यरत है। उसे प्रतिमाह 5 हजार 240 रुपए तनख्वाह मिलती है।
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