राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार
को जारी स्टाफ पैटर्न की सूची में विधवा, परित्यक्ता व विकलांगों का
पदस्थापन व स्थानांतरण होने पर शिक्षा विभागीय
उदयपुर। राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी स्टाफ पैटर्न की सूची में विधवा, परित्यक्ता व विकलांगों का पदस्थापन व स्थानांतरण होने पर शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी का (डीईओ) कार्यालय में 7 घंटे तक घेराव किया।
कर्मचारियों ने अपनी मांग पूरी होने के बाद देर रात 10 बजे शिक्षा अधिकारी को घेराव से मुक्त किया। स्टाफ पैटर्न में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 108 पदस्थापन हुए जिसमें से 15 पदस्थापन में आरक्षित वर्ग को ले लिया गया। इन कर्मचारियों को यथावत रखने को लेकर घेराव किया गया। प्रदर्शन के दौरान मनोज वैष्णव, सर्यूप्रकाश आचार्य, पुरषोत्तम पाराशर सहित समिति सदस्य उपस्थित थे।
समिति के सदस्य शुक्रवार अपराह्न करीब तीन बजे शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में मंत्रालयिक कर्मचारियों के पद कम करने पर सरकार के लिए सद्बुद्धि यज्ञ कर रहे थे, तभी स्टाफ पैटर्न की सूची जारी होने की सूचना आई जिसमें विधवा, विकलांग व परित्यक्ता के भी तबादले कर दिए गए। इसको लेकर आक्रोशित कर्मचारी जिला शिक्षा अधिकारी के घर पहुंच गए। वहां पर लगभग 1.5 घंटे प्रदर्शन करने के बाद डीईओ भरत कुमार मेहता बाहर आए। कर्मचारी उनको लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। वहां पर लगभग 5 घंटे घेराव करने के बाद कर्मचारियों की मांग पूरी होने पर घेराव खत्म किया।
रैली निकाल किया प्रदर्शन
राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ की ओर से शिक्षा विभाग में स्टॉफ पैटर्न प्रक्रिया के नाम पर मंत्रालयिक/सहायक कर्मचारियों, शिक्षकों के पद कम करने का विरोध करते हुए शुक्रवार को मोहता पार्क से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया
उदयपुर। राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी स्टाफ पैटर्न की सूची में विधवा, परित्यक्ता व विकलांगों का पदस्थापन व स्थानांतरण होने पर शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी का (डीईओ) कार्यालय में 7 घंटे तक घेराव किया।
कर्मचारियों ने अपनी मांग पूरी होने के बाद देर रात 10 बजे शिक्षा अधिकारी को घेराव से मुक्त किया। स्टाफ पैटर्न में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 108 पदस्थापन हुए जिसमें से 15 पदस्थापन में आरक्षित वर्ग को ले लिया गया। इन कर्मचारियों को यथावत रखने को लेकर घेराव किया गया। प्रदर्शन के दौरान मनोज वैष्णव, सर्यूप्रकाश आचार्य, पुरषोत्तम पाराशर सहित समिति सदस्य उपस्थित थे।
समिति के सदस्य शुक्रवार अपराह्न करीब तीन बजे शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में मंत्रालयिक कर्मचारियों के पद कम करने पर सरकार के लिए सद्बुद्धि यज्ञ कर रहे थे, तभी स्टाफ पैटर्न की सूची जारी होने की सूचना आई जिसमें विधवा, विकलांग व परित्यक्ता के भी तबादले कर दिए गए। इसको लेकर आक्रोशित कर्मचारी जिला शिक्षा अधिकारी के घर पहुंच गए। वहां पर लगभग 1.5 घंटे प्रदर्शन करने के बाद डीईओ भरत कुमार मेहता बाहर आए। कर्मचारी उनको लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। वहां पर लगभग 5 घंटे घेराव करने के बाद कर्मचारियों की मांग पूरी होने पर घेराव खत्म किया।
रैली निकाल किया प्रदर्शन
राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ की ओर से शिक्षा विभाग में स्टॉफ पैटर्न प्रक्रिया के नाम पर मंत्रालयिक/सहायक कर्मचारियों, शिक्षकों के पद कम करने का विरोध करते हुए शुक्रवार को मोहता पार्क से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया