जयपुर, 21 मई
कोविड के कारण कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद हैं। स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित हो रही है। प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पा रही, ऐसे में स्टूडेंट्स में अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो रही है और मानसिक तनाव पैदा हो रहा है। स्टूडेंट्स के लिए मानसिक तनाव को दूर करने का प्रयास कर रहा है राजस्थान विश्वविद्यालय (rajasthan university )।विश्वविद्यालय प्रशासन (University administration) ने कुलपति प्रो. राजीव जैन के मार्गदर्शन में टेलीकाउंसलिंग की सुविधा (Telecounseling facility) शुरू की है, जिसका संचालन विवि के मनोविज्ञान विभाग (Psychology Department) में स्थित मनोवैज्ञानिक परामर्श (psychological counseling) को दी गई है। टेलीकाउंसलिंग की सुविधा का लाभ विश्वविद्यालय के सभी स्टूडेंट्स, उनके पेरेंट्स, टीचर्स और कार्मिकों उठा सकेंगे। इसके जरिए कोविड से उत्पन्न घबराहट, चिन्ता, आशंका, निराशा, तनाव, असुरक्षा, चिड़चिड़ापन, निद्रा संबंधी परेशानी, किसी से मिलने या मिलने के बाद संक्रमण का डर बने रहना, उचित निर्णय नहीं ले पाना जैसे व्यक्तिगत मुद्दों के साथ ही आपसी संबंध और संवाद जैसे पारिवारिक और सामाजिक पहलुओं पर मनोवैज्ञानिक सलाह प्राप्त की जा सकेगी। टेली परामर्श के जरिए लाभार्थी मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं को अच्छी प्रकार से समझ सकेंगे एवं विषय विशेष ज्ञों के सुझावों का पालन कर अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल एवं रखरखाव कर सकेंगे।
जरूरत होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी
मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. मुक्ता सिंघवी ने बताया कि टेली काउसंलिंग के दौरान यदि आवश्यक होगा तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फेस टू फेस भी परामर्श दिया जाएगा। इतना ही नहीं बेहद जरूरी होने पर लक्षणों को देखते हुए मनोचिकित्सकों की राय भी दिलवाई जाएगी।
12 से 2 बजे तक होगी टेलीकाउंसलिंग
मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र की समन्वयक डॉ. मधु जैन ने बताया कि टेली परामर्श की सुविधा सप्ताह में चार दिन सोमवार से गुरुवार तक मध्यान्ह 12 से 2 बजे तक प्राप्त कर सकेंगे। काउसंलिंग देने वाले मनोवैज्ञानिकों की जानकारी, कॉन्टेक्ट नंबर राजस्थान विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
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