नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में टीचरों की कमी नहीं रहेगी। दूसरे जिलों से
आए 374 थर्ड ग्रेड टीचरों की जल्दी ही स्कूलों में खाली पड़े रिक्त पदों पर
नियुक्ति होने वाली है। साथ ही शिक्षा विभाग ने स्टाफिंग पैटर्न की
प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत 9 मई को सरकारी विद्यालयों में
छात्र-छात्राओं के नामांकन के आधार पर स्टाफ का पदस्थापन किया जाएगा। जहां
स्टाफ कम है, वहां पदस्थापन किया जाएगा और अधिशेष को अन्य रिक्त पद वाले
स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा।
थर्ड ग्रेड शिक्षक लेवल प्रथम के री-शफल परिणाम के बाद अन्य जिलों से जिला परिवर्तन के कारण 389 शिक्षकों को भरतपुर जिला मिला था। जिनमें से 16 जून तक 374 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग दी और 15 शिक्षकों ने किन्हीं कारणों से उपस्थिति नहीं दी। ऐसे में 374 शिक्षक ही भरतपुर जिले में आ सके हैं, जो अवकाश समाप्त होने के बाद 24 जून को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में उपस्थिति देंगे। उसके बाद उन्हें काउंसलिंग होने तक मैरिट के आधार पर ब्लाक आवंटित कर दिए जाएंगे, जहां वह ड्यूटी देंगे। इनका स्कूलों में पदस्थापन 4 व 5 जुलाई को काउंसलिंग के जरिए होगा। जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद 8 जुलाई को पदस्थापन आदेश जारी किए जाएंगे।
भास्कर संवाददाता|भरतपुर
नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में टीचरों की कमी नहीं रहेगी। दूसरे जिलों से आए 374 थर्ड ग्रेड टीचरों की जल्दी ही स्कूलों में खाली पड़े रिक्त पदों पर नियुक्ति होने वाली है। साथ ही शिक्षा विभाग ने स्टाफिंग पैटर्न की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत 9 मई को सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के नामांकन के आधार पर स्टाफ का पदस्थापन किया जाएगा। जहां स्टाफ कम है, वहां पदस्थापन किया जाएगा और अधिशेष को अन्य रिक्त पद वाले स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा।
थर्ड ग्रेड शिक्षक लेवल प्रथम के री-शफल परिणाम के बाद अन्य जिलों से जिला परिवर्तन के कारण 389 शिक्षकों को भरतपुर जिला मिला था। जिनमें से 16 जून तक 374 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग दी और 15 शिक्षकों ने किन्हीं कारणों से उपस्थिति नहीं दी। ऐसे में 374 शिक्षक ही भरतपुर जिले में आ सके हैं, जो अवकाश समाप्त होने के बाद 24 जून को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में उपस्थिति देंगे। उसके बाद उन्हें काउंसलिंग होने तक मैरिट के आधार पर ब्लाक आवंटित कर दिए जाएंगे, जहां वह ड्यूटी देंगे। इनका स्कूलों में पदस्थापन 4 व 5 जुलाई को काउंसलिंग के जरिए होगा। जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद 8 जुलाई को पदस्थापन आदेश जारी किए जाएंगे।
स्टाफिंग पैटर्न के तहत समायोजन में शिक्षक होंगे, इधर-उधर, जारी किए निर्देश
स्टाफिंग पैटर्न के तहत समायोजन के लिए अधिशेष शिक्षकों के पदस्थापन के संबंध में शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को शिक्षा संकुल जयपुर में आयोजित कार्यशाला में निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत कई शिक्षक इधर-उधर होंगे। अति. जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा सुनील गुप्ता ने बताया कि अधिशेष शिक्षकों के समायोजन के लिए काउंसलिंग का शीघ्र ही कैलेंडर विभाग जारी करेगा। इस संबंध में गाइड लाइन जारी की गई हैं। लेवल द्वितीय हिन्दी, संस्कृत, उर्दू, सामाजिक विज्ञान का पद उस विद्यालय में रिक्त न होने पर अधिशेष शिक्षकों को उसी विद्यालय में रिक्त लेवल प्रथम के पदों पर समायोजित किया जाएगा। प्रत्येक उत्कृष्ट विद्यालय में लेवल द्वितीय का एक अतिरिक्त पद दिया जाएगा। पूर्व में उप्रावि में नामांकन 120 होने पर शारीरिक शिक्षक का पद सृजित किया जाता था, लेकिन अब 105 या अधिक पर किया जाएगा। नामांकन 150 यो अधिक होने पर प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद द्वितीय श्रेणी अध्यापक का होगा, जो प्रधानाध्यापक वर्तमान में जिस विषय में कार्यरत है उस विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद उसी विषय का रहेगा। प्रत्येक अध्यापक की शाला दर्पण पोर्टल पर एंट्री होनी चाहिए, जो आॅफ लाइन हैं उनका जून माह से वेतन आहरित नहीं किया जाएगा। कार्यशाला में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा विष्णु भगवान, अति. जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, सहायक निदेशक भीम सिंह व कपिल शर्मा को इस संबंध में निर्देशित किया गया।
पोर्टल पर गलत जानकारी होने पर आज करा सकेंगे संशोधन
ऐसे अध्यापक जिनकी सेवा में आने की तिथि, जिले व विद्यालय में कार्यग्रहण तिथि पोर्टल पर गलत अंकित है, वह पीईईओ के माध्यम से गृह जिला अपडेट माड्यूल में संशोधित कर सकते हैं। परंतु मूल पद व विषय गलत अंकित है तो नियुक्ति आदेश, सर्विस बुक के प्रथम पेज की कापी, समस्त शैक्षिक एवं प्रशैक्षणिक योग्यता की कापी डीईओ प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में रविवार को सुबह 10 बजे से 2 बजे तक जमा कराकर संशोधन करा सकते हैं। डीईओ प्रारंभिक शिक्षा विष्णु भगवान का कहना है कि अन्यथा गलत स्टाफिंग जेनरेट होने पर संबंधित शिक्षक व पीईईओ को जिम्मेदार माना जाएगा।
थर्ड ग्रेड शिक्षक लेवल प्रथम के री-शफल परिणाम के बाद अन्य जिलों से जिला परिवर्तन के कारण 389 शिक्षकों को भरतपुर जिला मिला था। जिनमें से 16 जून तक 374 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग दी और 15 शिक्षकों ने किन्हीं कारणों से उपस्थिति नहीं दी। ऐसे में 374 शिक्षक ही भरतपुर जिले में आ सके हैं, जो अवकाश समाप्त होने के बाद 24 जून को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में उपस्थिति देंगे। उसके बाद उन्हें काउंसलिंग होने तक मैरिट के आधार पर ब्लाक आवंटित कर दिए जाएंगे, जहां वह ड्यूटी देंगे। इनका स्कूलों में पदस्थापन 4 व 5 जुलाई को काउंसलिंग के जरिए होगा। जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद 8 जुलाई को पदस्थापन आदेश जारी किए जाएंगे।
भास्कर संवाददाता|भरतपुर
नए शिक्षा सत्र में स्कूलों में टीचरों की कमी नहीं रहेगी। दूसरे जिलों से आए 374 थर्ड ग्रेड टीचरों की जल्दी ही स्कूलों में खाली पड़े रिक्त पदों पर नियुक्ति होने वाली है। साथ ही शिक्षा विभाग ने स्टाफिंग पैटर्न की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसके तहत 9 मई को सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के नामांकन के आधार पर स्टाफ का पदस्थापन किया जाएगा। जहां स्टाफ कम है, वहां पदस्थापन किया जाएगा और अधिशेष को अन्य रिक्त पद वाले स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा।
थर्ड ग्रेड शिक्षक लेवल प्रथम के री-शफल परिणाम के बाद अन्य जिलों से जिला परिवर्तन के कारण 389 शिक्षकों को भरतपुर जिला मिला था। जिनमें से 16 जून तक 374 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग दी और 15 शिक्षकों ने किन्हीं कारणों से उपस्थिति नहीं दी। ऐसे में 374 शिक्षक ही भरतपुर जिले में आ सके हैं, जो अवकाश समाप्त होने के बाद 24 जून को जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में उपस्थिति देंगे। उसके बाद उन्हें काउंसलिंग होने तक मैरिट के आधार पर ब्लाक आवंटित कर दिए जाएंगे, जहां वह ड्यूटी देंगे। इनका स्कूलों में पदस्थापन 4 व 5 जुलाई को काउंसलिंग के जरिए होगा। जिला स्थापना समिति से अनुमोदन के बाद 8 जुलाई को पदस्थापन आदेश जारी किए जाएंगे।
स्टाफिंग पैटर्न के तहत समायोजन में शिक्षक होंगे, इधर-उधर, जारी किए निर्देश
स्टाफिंग पैटर्न के तहत समायोजन के लिए अधिशेष शिक्षकों के पदस्थापन के संबंध में शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को शिक्षा संकुल जयपुर में आयोजित कार्यशाला में निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत कई शिक्षक इधर-उधर होंगे। अति. जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा सुनील गुप्ता ने बताया कि अधिशेष शिक्षकों के समायोजन के लिए काउंसलिंग का शीघ्र ही कैलेंडर विभाग जारी करेगा। इस संबंध में गाइड लाइन जारी की गई हैं। लेवल द्वितीय हिन्दी, संस्कृत, उर्दू, सामाजिक विज्ञान का पद उस विद्यालय में रिक्त न होने पर अधिशेष शिक्षकों को उसी विद्यालय में रिक्त लेवल प्रथम के पदों पर समायोजित किया जाएगा। प्रत्येक उत्कृष्ट विद्यालय में लेवल द्वितीय का एक अतिरिक्त पद दिया जाएगा। पूर्व में उप्रावि में नामांकन 120 होने पर शारीरिक शिक्षक का पद सृजित किया जाता था, लेकिन अब 105 या अधिक पर किया जाएगा। नामांकन 150 यो अधिक होने पर प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद द्वितीय श्रेणी अध्यापक का होगा, जो प्रधानाध्यापक वर्तमान में जिस विषय में कार्यरत है उस विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद उसी विषय का रहेगा। प्रत्येक अध्यापक की शाला दर्पण पोर्टल पर एंट्री होनी चाहिए, जो आॅफ लाइन हैं उनका जून माह से वेतन आहरित नहीं किया जाएगा। कार्यशाला में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा विष्णु भगवान, अति. जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, सहायक निदेशक भीम सिंह व कपिल शर्मा को इस संबंध में निर्देशित किया गया।
पोर्टल पर गलत जानकारी होने पर आज करा सकेंगे संशोधन
ऐसे अध्यापक जिनकी सेवा में आने की तिथि, जिले व विद्यालय में कार्यग्रहण तिथि पोर्टल पर गलत अंकित है, वह पीईईओ के माध्यम से गृह जिला अपडेट माड्यूल में संशोधित कर सकते हैं। परंतु मूल पद व विषय गलत अंकित है तो नियुक्ति आदेश, सर्विस बुक के प्रथम पेज की कापी, समस्त शैक्षिक एवं प्रशैक्षणिक योग्यता की कापी डीईओ प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय के कार्यालय में रविवार को सुबह 10 बजे से 2 बजे तक जमा कराकर संशोधन करा सकते हैं। डीईओ प्रारंभिक शिक्षा विष्णु भगवान का कहना है कि अन्यथा गलत स्टाफिंग जेनरेट होने पर संबंधित शिक्षक व पीईईओ को जिम्मेदार माना जाएगा।
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